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    सिर्फ हड्डियां ही नहीं दिल भी कमजोर बनाती है विटामिन-डी की कमी, समय रहते हो जाएं सावधान

    Updated: Sun, 14 Sep 2025 07:27 AM (IST)

    विटामिन डी हमारे शरीर के लिए बेहद जरूरी पोषक तत्व है जो हड्डियों की मजबूती इम्युनिटी और मेंटल हेल्थ को बनाए रखने में मदद करता है। हालांकि कई बार कुछ वजहों से शरीर में इसकी कमी हो जाती है। इसकी कमी से शरीर में कई गंभीर बीमारियां जन्म ले सकती हैं। आइए जानते हैं इन गंभीर समस्याओं के बारे में।

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    हानिकारक हो सकती है विटामिन-डी की कमी (Picture Credit- Freepik)

    लाइफस्टाइस डेस्क, नई दिल्ली। आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी और घरों में अधिक समय बिताने की आदत के चलते हमारे शरीर में विटामिन डी की कमी एक आम प्रॉब्लम बनती जा रही है। सूरज की किरणों से मिलने वाला यह विटामिन हड्डियों की मजबूती, मांसपेशियों की शक्ति, इम्युनिटी और मेंटल हेल्थ के लिए बेहद जरूरी है।

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    हालांकि, जब शरीर में इसकी मात्रा कम हो जाती है, तो धीरे-धीरे कई गंभीर बीमारियां जन्म ले सकती हैं, जिनका समय रहते इलाज न किया जाए तो स्थिति बिगड़ सकती है। तो आइए जानते हैं विटामिन डी की कमी से होने वाली कुछ मुख्य बीमारियों के बारे में-

    ऑस्टियोपोरोसिस और हड्डियों का कमजोर होना

    विटामिन डी कैल्शियम के अवशोषण में मदद करता है। इसकी कमी से हड्डियां कमजोर हो जाती हैं, जिससे ऑस्टियोपोरोसिस और फ्रैक्चर का खतरा बढ़ जाता है, खासकर महिलाओं और बुजुर्गों में।

    बार-बार बीमार पड़ना (कमजोर इम्युनिटी)

    विटामिन डी हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाए रखता है। इसकी कमी से फिजिकल इंफेक्शन, फ्लू, सर्दी-जुकाम जैसे रोगों से जल्दी घिर जाता है।

    थकान और कमजोरी महसूस होना

    अगर आप हमेशा थकान, आलस और ऊर्जा की कमी महसूस करते हैं तो इसका कारण विटामिन डी की कमी हो सकता है। इससे शरीर की मांसपेशियां भी कमजोर हो जाती हैं।

    डिप्रेशन और मूड डिसऑर्डर

    कई शोधों में पाया गया है कि विटामिन डी की कमी मेंटल हेल्थ पर भी असर डालती है। इससे व्यक्ति में चिड़चिड़ापन, उदासी, स्ट्रेस और डिप्रेशन की समस्या हो सकती है।

    बालों का झड़ना

    विटामिन डी बालों के फॉलिकल्स को मजबूत बनाए रखता है। इसकी कमी से हेयर फॉल बढ़ सकता है और बाल पतले होकर टूटने लगते हैं।

    टाइप-2 डायबिटीज का खतरा

    विटामिन डी इंसुलिन के कार्य को प्रभावित करता है। इसकी कमी से शरीर में ब्लड शुगर का नियंत्रण बिगड़ सकता है, जिससे टाइप-2 डायबिटीज की संभावना बढ़ जाती है।

    हृदय रोग (हार्ट डिजीज)

    शोधों के अनुसार, विटामिन डी की कमी से ब्लड प्रेशर और हृदय की कार्यप्रणाली प्रभावित होती है, जिससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है।

    विटामिन डी का लेवल नॉर्मल बनाए रखने के लिए रोजाना कुछ समय धूप में बिताना, विटामिन डी युक्त फूड्स जैसे मशरूम, अंडे की जर्दी, फोर्टिफाइड दूध आदि का सेवन करना और डॉक्टर की सलाह से सप्लीमेंट लेना बेहद जरूरी है। इससे शरीर को इन गंभीर बीमारियों से बचाया जा सकता है।

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