खतरनाक है चिकनगुनिया ! पहले ही जान लें इससे जुड़ी हर एक बात, नहीं होगी दिक्कत
Chikungunya Symptoms And Treatment चिकनगुनिया का कोई विशेष उपचार उपलब्ध नहीं है और कोशिश की जाती है कि किसी दवाई के माध्यम से लक्षणों को कम किया जाए।
नई दिल्ली, जेएनएन। चिकनगुनिया बुखार भी मच्छर की वजह से होने वाली बीमारियों में से एक है। चिकनगुनिया ऐसी बीमारी है, जो ठीक तो कुछ दिनों में हो जाती है, लेकिन इसका असर एक दो महीने नहीं बल्कि कई सालों तक रहता है। इस बीमारी के दौरान हड्डियों में होने वाला दर्ज कई दिनों तक ठीक नहीं होता है। ऐसे में इसका बचाव करना बहुत जरूरी है और पहले से ही ध्यान रखना आवश्यक है। जानते हैं इस बीमारी से जुड़ी हर एक बात...
चिकनगुनिया के लक्षण
आमतौर पर, इस बीमारी को जोड़ों के दर्द के साथ अचानक बुखार और कंपकंपी शुरू होने से जाना जाता है। इसके अलावा मरीज को मांसपेशियों में दर्द, थकान और मतली, सिरदर्द, चकत्ते/दाने और जॉइंट पेन की शिकायत होती है। यह दर्द चिकनगुनिया बुखार ठीक होने के बाद भी बना रहता है।
चिकनगुनिया के कारण
चिकनगुनिया वायरस संक्रमित मच्छर के काटने से फैलता है। मच्छर चिकनगुनिया वायरस से पीड़ित व्यक्ति को काटने पर स्वयं संक्रमित हो जाता है। चिकनगुनिया के वायरस को 'साइलेंट' संक्रमण (बीमारी के बिना संक्रमण) के रूप में देखा जाता है।
चिकनगुनिया का क्या है इलाज?
चिकनगुनिया का कोई विशेष उपचार उपलब्ध नहीं है और कोशिश की जाती है कि किसी दवाई के माध्यम से लक्षणों को कम किया जाए। ऐसे में दर्द से राहत में स्टेरॉइड रहित एंटी इंफ्लेमेटरी दवाएं सहायता करती है। एंटीवायरल दवाएं जैसे कि ऐसीक्लोविर (यह सीरियस मामले में डॉक्टर की ओर से दी जाती है।) दी जाती है। साथ ही अधिक से अधिक मात्रा में तरल पदार्थों का सेवन हाइड्रेटेड रखने में मदद करता है।
चिकनगुनिया की रोकथाम
चिकनगुनिया संक्रमण का उपचार करने के लिए चिकनगुनिया वायरस का टीका उपलब्ध नहीं है और चिकनगुनिया की दवाएं भी उपलब्ध नहीं हैं। मच्छर के काटने से बचना ही चिकनगुनिया की रोकथाम है। मच्छरों के प्रजनन स्थलों को नष्ट करना रोकथाम का अहम सहारा है। चिकनगुनिया की रोकथाम मच्छरों की ओर से प्रसारित होने वाली अन्य वायरल संक्रामक बीमारियों की तरह होती है।
चिकनगुनिया से बचने के लिए करें ये उपाय
- कीट दूर भागने वाले उत्पादों जैसे कि डीईईटी, पिक्काडीन का उपयोग करें और स्किन पर यूकेलिप्टस नींबू का तेल लगाएं।
- हमेशा पैकेज पर लिखे निर्देशों का पालन करें।
- शरीर को पूरी तरह ढकने वाले कपड़े पहनें ताकि मच्छरों के काटने से बचा जा सके।
- मच्छरों को अंदर आने से रोकने के लिए खिड़कियों और दरवाजों पर कोई प्रबंध कर लें।