गर्मी में कहीं बीमार न कर दे मच्छर, Chikangunya से खुद को बचाना है तो फॉलो करें ये टिप्स
गर्मी की शुरूआत हो चुकी है। ऐसे में मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ने लगा है। मच्छर के काटने से कई तरह की बीमारियां फैलने लगती हैं। इनमें डेंगू मलेरिया चिकनगुनिया और जीका वायरस शामिल हैं। आज हम आपको चिकनगुनिया से बचाव (Chikungunya prevention tips) के बारे में बताने जा रहे हैं। साथ ही इस बीमारी के लक्षण के बारे में भी बताएंगे।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। गर्मी शुरू होते ही मच्छरों (How to avoid mosquito bites) का प्रकोप बढ़ जाता है। इससे कई प्रकार की बीमारियां जन्म लेती हैं। उनमें ही एक चिकनगुनिया भी है। चिकनगुनिया वह बीमारी है जो भारत में पिछले कुछ सालों में खासकर गर्मी और बरसात के मौसम में आम हो गई है। चिकनगुनिया मच्छर (Chikungunya prevention tips) के काटने से होने वाला एक वायरल इंफेक्शन होता है। यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। इस बीमारी के लक्षण मच्छरों के काटने के 3 से 7 दिन बाद दिखाई देते हैं।
आपको बता दें कि गर्मी और उमस बढ़ने पर मच्छरों की संख्या तेजी से बढ़ जाती है। इससे चिकनगुनिया (Summer health tips) का खतरा बढ़ जाता है। इस बीमारी में तेज बुखार, जोड़ों में दर्द और शरीर पर चकत्ते जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं। इसलिए, समय रहते इस बीमारी से बचाव करना बहुत जरूरी है। आज हम आपको चिकनगुनिया के लक्षणों के बारे में बताने जा रहे हैं। साथ ही ये भी बताएंगे कि इनसे बचाव कैसे किया जा सकता है।
गर्मी में क्यों बढ़ जाता चिकनगुनिया का खतरा?
दरअसल गर्मी के मौसम में तापमान के बढ़ने के साथ-साथ वातावरण में नमी भी अधिक होती है। इससे मच्छर पनपने लगते हैं। पानी की ठहराव वाली जगहों पर मच्छर आसानी से पनपते हैं। कई लोग गर्मियों में खुले में सोते हैं, जिससे मच्छरों के काटने का खतरा बढ़ जाता है। यही कारण है कि गर्मी के शुरुआती दिनों में ही सतर्क रहना बेहद जरूरी होता है।
चिकनगुनिया के लक्षण
- अचानक तेज बुखार आना।
- जोड़ों में दर्द और सूजन होना।
- शरीर पर लाल रंग के चकत्ते पड़ जाना।
- मांसपेशियों में दर्द होना।
- हर समय थकान और कमजोरी महसूस होना।
- सिरदर्द और उल्टी होना।
ऐसे करें बचाव
- घर के आसपास पानी जमा न होने दें। कूलर, गमले, टायर और पुराने बर्तनों में भरा पानी निकाल दें। इसके अलावा नालियों और गटर की साफ-सफाई का ध्यान रखें।
- गर्मी में फुल स्लीव्स के कपड़े पहनें, जिससे मच्छरों के काटने से बचा जा सके।
- रात में सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें।
- चिकनगुनिया से बचने के लिए रोजाना नींबू पानी, नारियल पानी और ताजे फलों का जूस पिएं।
- हल्दी, अदरक, तुलसी और गिलोय जैसी प्राकृतिक चीजों काे डाइट में शामिल करें।
- दिनभर में कम से कम चार लीटर पानी पिएं।
- घर में नीम के पत्ते जलाने या तुलसी का पौधा लगाने से मच्छर दूर रहते हैं।
- लक्षण महसूस होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
चिकनगुनिया के अलावा इन बीमारियों का भी खतरा
- मलेरिया
- डेंगू
- जीका वायरस
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