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    Copper Vessel Water: क्या तांबे के बर्तन का पानी नुकसान भी कर सकता है? किन लोगों को नहीं पीना चाहिए?

    By Ruhee ParvezEdited By:
    Updated: Wed, 30 Nov 2022 09:27 AM (IST)

    Copper Vessel Water तांबे के बर्तन में स्टोर किया हुआ पानी पीना कितना फायदेमंद है यह आप सब जानते होंगे लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसका ज़रूरत से ज़्यादा सेवन कितना नुकसान पहुंचा सकता है? अगर नहीं तो आइए जानें...

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    इन वजहों से तांबे के बर्तन के पानी को माना जाता है फायदेमंद

    नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Copper Vessel Benefits: तांबे की बोतल में पानी स्टोर कर पीने के फायदों के बारे में आपने कई बार सुना होगा। हालांकि, यह सुनने में भले ही पुराने ख्यालात लगते हों, लेकिन ऐसा करने से आपको कई तरह के सेहत से जुड़े फायदे पहुंच सकते हैं। तांबे के बर्तन का पानी पिएं या फिर इसमें खाना पकाएं, इससे आपके खाने में कई तरह के पोषक तत्व शामिल होते हैं। जहां तक बात पानी की है, तो सुबह उठकर खाली पेट इसे पी लेने से आपकी हेल्द में सुधार आ सकता है।

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    तांबे के पानी के फायदे?

    तांबे के बर्तन का पानी शरीर को होने वाले कई तरह फायदों के लिए जाना जाता है। यह पाचन को बेहतर बनाने से लेकर हड्डियों को मज़बूती देने, थाइरॉइड ग्लैंड के बेहतर फंक्शन और स्किन की सेहत को बढ़ावा देने का काम करता है। यह आर्थराइटिस के दर्द को दूर करने में कारगर माना जाता है। इस पानी से वज़न भी कम हो सकता है और दिल की सेहत में सुधार भी आ सकता है। इसके अलावा अगर आप अक्सर कब्ज़ की दिक्कत से जूझते हैं, तो इसमें भी आपका फायदा मिल सकता है। आयुर्वेद की मानें, तो यह पानी पित्त, कफ और वात, तीनों दोषों को संतुलित रखता है।

    तांबे के पानी की कितनी मात्रा पी जा सकती है?

    आप दिन में दो से तीन गिलास तांबे के पानी का सेवन कर सकते है।

    किसे नहीं पीना चाहिए तांबे का पानी?

    आयुर्वेद के अनुसार, जो लोग दस्त, उल्टी, मतली, गैस, सिरदर्द, जलन या रक्त बहने के किसी गंभीर डिसऑर्डर से जूझ रहे हैं, उन्हें इस पानी को नहीं पीना चाहिए। इससे स्थिति और खराब हो सकती है।

    ऑस्ट्रेलिया के हेल्थ डिपार्टमेंट के अनुसार,आमतौर पर एक वयस्क को दिन में दो से तीन मिलीग्राम तांबा चाहिए होता है। जिसका 90 फीसदी आपको खाने के ज़रिए मिल जाता है। अगर आप तांबा के बर्तन का पानी पीते हैं, तो इसे दिन में एक या दो ज़्यादा बार न पिएं। शरीर में अगर तांबे की मात्रा बढ़ती है, तो इससे मतली, उल्टी, दस्त, गैस और सिर दर्द की शिकायत हो सकती है। अगर इसका ज़्यादा सेवन लगातार महीनों और सालों तक किया जाए, तो इससे लिवर को नुकसान पहुंच सकता है और व्यक्ति की मौत भी हो सकती है।

    तांबे का पानी कैसे बनता है?

    असली तांबे का जग, बोतल या बर्तन लें। इसे पूरा भरकर, ढक दें। अब इस पानी को रात भर के लिए फ्रिज में रख दें या किसी ऐसी जगह जो ठंडी हो और जहां सूरज की रौशनी न पड़ती हो। अगर आप रातभर के लिए नहीं रखना चाहते, तो दिन में 8-9 घंटे के लिए भी स्टोर कर सकते हैं। इसे सुबह खाली पेट पीना चाहिए। इसके अलावा आप इसे दिन के पहले भोजन यानी नाश्ते के बाद भी पी सकते हैं।

    Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

    Picture Courtesy: Freepik/Pexel