Belly Fat कम करने का अचूक उपाय है बाइसाइकिल क्रंचेज, बस करते वक्त रखें इन 5 बातों का ध्यान
बेली फैट कम करना चाहते हैं तो बाइसाइकिल क्रंचेज (Bicycle Crunches for Belly Fat) करना आपके लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। बाइसाइकिल क्रंचेज एक ऐसी एक्सरसाइज है जो आपके पेट के मसल्स को मजबूत बनाती है और फैट बर्न करने में मदद करती है। लेकिन इसे करके वक्त कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है वरना फायदे की जगह नुकसान हो सकता है।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। बेली फैट कम करना (Reduce Belly Fat) और सिक्स-पैक एब्स बनाना कई लोगों का सपना होता है, लेकिन इसके लिए सही एक्सरसाइज और डाइट सेलेक्ट करना बेहद जरूरी है। बाइसाइकल क्रंचेज (Bicycle Crunches For Belly Fat) एक ऐसी एक्सरसाइज है, जो पेट की चर्बी घटाने और कोर मसल्स को मजबूत बनाने में काफी मददगार हो सकती है।
यह न सिर्फ एब्स बनाता है, बल्कि पूरे कोर को टोन करता है। हालांकि, इस एक्सरसाइज (Reduce Belly Fat Exercise) को करते समय कुछ बातों (Mistakes to Avoid During Bicycle Crunch) का ध्यान रखना जरूरी है, वरना फायदे की जगह नुकसान भी हो सकता है।
बाइसाइकल क्रंचेज कैसे करते हैं? (How to do Bicycle Crunches?)
बाइसाइकल क्रंचेज करने का तरीका सही होना चाहिए, तभी इसका पूरा फायदा मिलता है।
- स्टेप 1- पीठ के बल लेट जाएं और हाथों को सिर के पीछे रखें। कोहनियों को बाहर की तरफ खुला रखें।
- स्टेप 2- दोनों पैरों को मोड़कर 90 डिग्री पर उठाएं, जैसे साइकिल चलाने की पोजीशन में।
- स्टेप 3- अब दाएं घुटने को छाती की तरफ लाएं और बाएं कोहनी से उसे छूने की कोशिश करें। साथ ही बाएं पैर को सीधा करें।
- स्टेप 4- अब दूसरी तरफ से यही प्रक्रिया दोहराएं। बाएं घुटने को छाती की तरफ लाएं और दाएं कोहनी से छूने की कोशिश करें।
- स्टेप 5- इसे लगातार करें, जैसे साइकिल पेडल मार रहे हों।
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बाइसाइकल क्रंचेज करते समय किन बातों का ध्यान रखें
गर्दन पर जोर न डालें
कई लोग इस एक्सरसाइज को करते समय हाथों से गर्दन को ऊपर खींचते हैं, जिससे गर्दन और स्पाइन पर दबाव पड़ता है। ऐसा करने से चोट लग सकती है। ध्यान रखें कि सिर्फ पेट की मसल्स पर ही फोकस करें, गर्दन को रिलैक्स रखें।
कोर एंगेज्ड रखें
बाइसाइकल क्रंचेज का पूरा फायदा तभी मिलेगा जब आप अपने कोर (पेट की मसल्स) को पूरी तरह एंगेज करें। पीठ को जमीन से उठाते समय कोर पर जोर दें, न कि पीठ या कमर पर।
सही ब्रीदिंग तकनीक
सांस लेने और छोड़ने का तरीका सही होना चाहिए। जब आप घुटने को छाती की तरफ लाएं, तो सांस छोड़ें और जब पैर को सीधा करें, तो सांस लें। गलत ब्रीदिंग से एक्सरसाइज का असर कम हो जाता है।
स्पीड के बजाय कंट्रोल पर ध्यान दें
तेजी से एक्सरसाइज करने से ज्यादा फायदा नहीं मिलता। बाइसाइकल क्रंचेज को धीरे-धीरे और कंट्रोल के साथ करें, ताकि मसल्स पर सही दबाव पड़े।
ओवरट्रेनिंग से बचें
रोजाना बाइसाइकल क्रंचेज करना अच्छा है, लेकिन अगर आपको पेट या कमर में दर्द हो रहा है, तो ब्रेक लें। मसल्स को रिकवरी का समय देना जरूरी है।
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Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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