Ashwagandha Milk Benefits: इम्युनिटी स्ट्रॉन्ग बनाने के साथ सेहत को ये 4 फायदे पहुंचाता है 'अश्वगंधा वाला दूध'
Ashwagandha Milk Benefits आयुर्वेद में कई सारी ऐसी औषधियां हैं जो बीते कई वर्षों से विभिन्न रोगों के लिए इस्तेमाल की जा रही है। अश्वगंधा इन्हीं में से एक हैं जिसे इम्युनिटी बढ़ाने और तनाव को कम करने के लिए जाना जाता है। शरीर की रोग-प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने के साथ अश्वगंधा और भी कई फायदे पहुंचाता है। आइए जानते हैं अश्वगंधा का दूध पीने से कैसे फायदे होते हैं?

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Ashwagandha Milk: आयुर्वेद में सदियों से अश्वगंधा और दूध का एक साथ उपयोग किया जाता आ रहा है। आयुर्वेदिक चिकित्सकों की मानें तो अश्वगंधा और दूध का संयोजन कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान कर सकता है, जिससे बेहतर नींद, तनाव और चिंता कम होती है। साथ ही इम्यून सिस्टम को बढ़ावा मिलता है और पूरे स्वास्थ्य पर अच्छा प्रभाव पड़ता है।
अश्वगंधा एक एडाप्टोजेनिक जड़ी बूटी है, जो शरीर को शारीरिक और मानसिक रूप से कई स्वास्थ्य लाभ देने का काम करती है। वहीं दूसरी ओर, दूध पोषक तत्वों से भरपूर होता है। जिसमें शरीर को ताकत और पोषण देने की क्षमता होती है। दोनों का मिक्चर ही इसे एक बेहतर पॉवरहाउस बनाता है।
अश्वगंधा और दूध के फायदे
तनाव से राहत दिलाए
अश्वगंधा अपने कई गुणों के लिए जाना जाता है। कई अध्ययनों की मानें तो इसमें तनाव और चिंता के स्तर को काफी कम करने की क्षमता देखी गई है। यह आपको बेहतर नींद दिलाने में भी मददगार साबित होता है। ऐसे में इसके दूध का सेवन आपके लिए काफी फायदेमंद है।
ब्लड शुगर और फैट को कम करे
अश्वगंधा में पाए जाने वाले गुण ब्लड शुगर के स्तर और फैट को कम करने में सहायक पाया गया है। यह विशेष रूप से फास्टिंग के दौरान और खाने के बाद प्रभावी होता है। इसका मतलब है कि अश्वगंधा डायबिटीज से पीड़ित लोगों को फायदा पहुंचा सकता है।
हड्डियों को मजबूती देता है
जब हड्डियों के स्वास्थ्य की बात आती है, तो अश्वगंधा का अपना महत्व है। यह हड्डी के ऊतकों का निर्माण करने वाली कोशिकाओं की संख्या को बढ़ाता है और साथ ही स्वस्थ हड्डी के कैल्सीफिकेशन का भी समर्थन करता है। यह सूजन को भी कम करता है, जो हड्डियों के उपचार को सही दिशा में ले जाने का काम करता है।
टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाता है
जब कोई व्यक्ति 30 वर्ष की आयु में प्रवेश करता है, तो टेस्टोस्टेरोन चरम पर होता है। टेस्टोस्टेरोन में कमी से कामेच्छा में कमी आ सकती है, ऊर्जा का स्तर कम हो सकता है और यहां तक कि वजन भी बढ़ सकता है। इस स्थिति में अश्वगंधा काफी मदद कर सकता है। अध्ययनों के अनुसार, यह जड़ी-बूटी ल्यूटिनाइजिंग हार्मोन को बढ़ाकर टेस्टोस्टेरोन उत्पादन बढ़ाती है।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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