दाल के बिना अधूरी है भारतीय खाने की थाली, जानें इसके फायदे और नुकसान
दाल हमारे खानपान का एक अहम हिस्सा है। इसके बिना एक भारतीय थाली अधूरी मानी जाती है। यही वजह है कि लोग इसे डाइट का हिस्सा बनाते हैं। तुअर मसूर उरद चना और मूंग जैसी दालें ढेर सारे पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं जिसकी वजह से इन्हें डाइट में शामिल करना फायदेमंद होता है। आइए जानते हैं दाल खाने के कुछ फायदे और नुकसान (dal khane ke fayde)।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। दाल भारतीय खानपान का एक अभिन्न अंग है। स्वादिष्ट तड़के वाली दाल के बिना भारतीय खाने की थाली अधूरी मानी जाती है। यह अपने स्वाद और पौष्टिकता के कारण ये एक स्वस्थ डाइट का बेहतरीन विकल्प है। बच्चे को दूध के अलावा जब ऊपरी आहार खिलाया जाता है, तो उस समय भी लोग अक्सर दाल के पानी से ही शुरुआत करते हैं।
दाले कई प्रकार की होती हैं, जैसे तुअर दाल, मसूर दाल, उरद दाल, चना दाल और मूंग दाल आदि। दाल खाने के अनगिनत फायदे होते हैं। बच्चे से लेकर बूढ़े तक इसे आराम से खा सकते हैं। आइए जानते हैं दाल खाने के कुछ बेहतरीन फायदे-
यह भी पढ़ें- कच्चा पपीता खाना है सेहत के लिए फायदेमंद, जानें इसे खाने के चमत्कारी लाभ
दाल खाने के फायदे-
- प्रोटीन- दाल प्रोटीन से भरपूर होती है और मांसपेशियों के विकास और उन्हें रिपेयर करने में मदद करती है।
- फाइबर- दाल में फाइबर पाया जाता है, जिससे पाचन सुचारू रूप से संचालित होता है।
- पोषक तत्वों से भरपूर- दाल में विटामिन बी, पोटैशियम, आयरन, मैग्नीशियम जैसे
- मिनरल पाए जाते हैं, जो इसे एक सम्पूर्ण आहार बनाते हैं।
- वजन कंट्रोल करने में मददगार- फाइबर और प्रोटीन की पर्याप्त मात्रा मौजूद होने के
- कारण ये देर तक पेट भरे होने का एहसास दिलाता है, जिससे क्रेविंग कम होती है और वजन कंट्रोल में रहता है।
- लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स- ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होने के कारण ये डायबिटीक व्यक्ति के लिए भी उपयुक्त होता है।
दाल खाने के नुकसान-
इतने सारे फायदों के बावजूद दाल के अपने कुछ नुकसान भी हैं, जिसकी जानकारी होना बहुत जरूरी है। आइए जानते हैं दाल खाने के नुकसान-
- दाल में प्यूरीन अधिक मात्रा में पाया जाता है, जिसके कारण यूरिक एसिड बढ़ जाता है। हाई यूरिक एसिड वाले लोगों को इससे परहेज करना चाहिए वरना ये जोड़ों के दर्द का कारण बन सकता है।
- दाल ऑक्सलेट से भरपूर होती है, जिससे किडनी स्टोन बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है।
- दाल में फाइबर अधिक मात्रा में होने के कारण ये ब्लोटिंग, गैस, कब्ज और एसिडिटी का कारण भी बन सकता है।
- पाइल्स और हीमोरॉयड की समस्या होने पर दाल का सेवन नुकसानदायक साबित हो सकता है, क्योंकि इसमें मौजूद प्रोटीन को पचने में कठिनाई होती है, जिससे कब्ज और फिर पाइल्स की समस्या बढ़ सकती है।
यह भी पढ़ें- कब्ज की समस्या से राहत दिलाने में फायदेमंद होते हैं अलसी के बीज, इन तरीकों से करें इसका सेवन
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।