Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बादाम खाने के शौकीन हो जाएं सावधान! किडनी स्टोन का बढ़ सकता है खतरा, नई रिसर्च में खुलासा

    Updated: Mon, 15 Sep 2025 03:46 PM (IST)

    फाइबर विटामिन ई मैग्नीशियम और हेल्दी फैट्स से भरपूर बादाम को अक्सर सुपरफूड कहा जाता है लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि जिस बादाम को हम इतना हेल्दी मानते हैं वही हमारे लिए एक बड़ी परेशानी की वजह बन सकता है? हाल ही में हुई एक स्टडी ने इस बात पर रोशनी डाली है कि ज्यादा मात्रा में बादाम खाने से Kidney Stones का खतरा बढ़ सकता है।

    Hero Image
    ज्यादा बादाम खाने से हो सकती है किडनी स्टोन की समस्या (Image Source: Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। क्या आप भी उन लोगों में से हैं जो रोज मुट्ठी भर बादाम खाकर खुद को सेहतमंद महसूस करते हैं? दरअसल, बादाम को दिमाग तेज करने और शरीर को ताकत देने वाला 'सुपरफूड' माना जाता है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि यह सेहत का खजाना आपकी किडनी 'पत्थर' बना सकता है? जी हां, हाल ही में द अमेरिकन जर्नल ऑफ मेडिसिन में पब्लिश एक स्टडी ने इस बात का खुलासा किया है कि ज्यादा बादाम खाने से गुर्दे में पथरी बनने का खतरा (Almond Kidney Stone Risk) बढ़ सकता है। आइए जानते हैं कैसे।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    क्यों बादाम से बढ़ता है पथरी का खतरा?

    बादाम पोषक तत्वों का भंडार माने जाते हैं। इनमें फाइबर, विटामिन-ई, मैग्नीशियम और हेल्दी फैट्स भरपूर होते हैं। यही कारण है कि इन्हें “सुपरफूड” कहा जाता है, लेकिन इनके भीतर मौजूद ऑक्सलेट नामक तत्व कभी-कभी समस्या पैदा कर सकते हैं।

    बता दें, जब शरीर में ऑक्सलेट की मात्रा ज्यादा हो जाती है, तो यह कैल्शियम से मिलकर कैल्शियम ऑक्सलेट क्रिस्टल बनाने लगता है। यही क्रिस्टल धीरे-धीरे किडनी स्टोन्स का रूप ले लेता है। अगर कोई व्यक्ति रोजाना बहुत ज्यादा मात्रा में बादाम खाता है, तो उसके यूरिन में ऑक्सलेट लेवल बढ़ सकता है और पथरी बनने का खतरा भी।

    किन लोगों को है ज्यादा खतरा?

    हर किसी के लिए बादाम खतरनाक नहीं हैं, लेकिन कुछ लोग ऐसे हैं जिन्हें इनका ज्यादा सेवन नहीं करना चाहिए, जैसे:

    • जिनकी पहले से किडनी स्टोन की हिस्ट्री रही हो।
    • जो पर्याप्त पानी नहीं पीते।
    • जो हाई-प्रोटीन डाइट पर रहते हैं।
    • जिनके पेट या आंतों की सर्जरी हो चुकी है या जिन्हें इंफ्लेमेट्री बॉवेल डिजीज जैसी समस्याएं हैं।
    • जिनके शरीर में गट बैक्टीरिया (आंतों के अच्छे जीवाणु) कम हैं, जिससे ऑक्सलेट ज्यादा अवशोषित हो जाता है।
    • इन स्थितियों में बादाम का ज्यादा सेवन पथरी का खतरा और बढ़ा सकता है।

    कितनी मात्रा में खाना है सुरक्षित?

    • अच्छी खबर यह है कि बादाम को पूरी तरह छोड़ने की जरूरत नहीं है। संतुलित मात्रा में बादाम खाना फायदेमंद है।
    • दिन में एक छोटी मुट्ठी (लगभग 6–8 बादाम) ही पर्याप्त मानी जाती है।
    • खूब पानी पीना जरूरी है ताकि ऑक्सलेट शरीर से बाहर निकल सके।
    • बादाम को कैल्शियम से भरपूर भोजन (जैसे दही या दूध) के साथ खाने से ऑक्सलेट का असर कम हो सकता है।
    • भिगोकर या हल्का भूनकर बादाम खाने से भी इनमें मौजूद घुलनशील ऑक्सलेट कुछ हद तक कम हो जाते हैं।

    संभलकर खाएं ये चीजें

    सिर्फ बादाम ही नहीं, कई अन्य फूड्स भी ऑक्सलेट से भरपूर होते हैं, जैसे पालक, चुकंदर, अरबी और काजू। इन सबका ज्यादा सेवन करने से भी किडनी स्टोन का खतरा बढ़ सकता है, लेकिन बादाम की खासियत यह है कि यह एनर्जी डेंस होते हैं यानी इन्हें ज्यादा खाना आसान है। कई बार लोग हेल्दी स्नैक समझकर एक बार में बड़ी मात्रा में बादाम खा जाते हैं और बिना जाने ऑक्सलेट की सीमा पार कर जाते हैं।

    पथरी से बचाव के तरीके

    • पर्याप्त पानी पिएं: दिनभर में कम से कम 8–10 गिलास।
    • संतुलित डाइट लें: सिर्फ बादाम नहीं, विभिन्न प्रकार के फल, सब्जियां और अनाज शामिल करें।
    • नमक और शक्कर का सेवन सीमित रखें: ये भी पथरी के खतरे को बढ़ाते हैं।
    • अगर परिवार में किडनी स्टोन की हिस्ट्री है, तो डॉक्टर से सलाह लेकर ही बादाम या अन्य हाई-ऑक्सलेट फूड्स की मात्रा तय करें।

    बादाम जाहिर तौर पर सेहत के लिए फायदेमंद हैं। इनमें मौजूद पोषक तत्व हार्ट और ब्रेन को स्ट्रॉन्ग रखते हैं, पाचन को बेहतर बनाते हैं और एनर्जी देते हैं, लेकिन “हद से ज्यादा” चीज यहां भी नुकसानदेह हो सकती है। अगर आप रोज एक छोटी मुट्ठी बादाम खाते हैं, साथ ही पर्याप्त पानी पीते हैं और हेल्दी डाइट लेते हैं, तो बादाम आपकी सेहत को मजबूत बनाएंगे, न कि पथरी का कारण।

    यह भी पढ़ें- किडनी स्टोन का खतरा बढ़ाते हैं 5 फूड्स, शौक-शौक में लिमिट से ज्यादा तो नहीं खा रहे आप?

    यह भी पढ़ें- इन 5 बीमारियों से जूझ रहे लोगों के लिए जहर से कम नहीं बैंगन, हर हाल में करना चाहिए परहेज

    Source: The American Journal of Medicine