Move to Jagran APP

Air Pollution: एयर क्वालिटी सुधारने के लिए सरकार ने जारी की गाइडलाइंस, इन तरीकों से आप भी दे सकते हैं योगदान

Air Pollution दिल्ली समेत पूरे एनसीआर में इस समय हवा की गुणवत्ता गंभीर स्तर पर पहुंच चुकी है। लगातार खराब होती हवा में सांस लेना तक मुश्किल हो गया है। लोगों को स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याओं का सामना भी करना पड़ रहा है। ऐसे में एयर क्वालिटी में सुधार करने के लिए सरकार की तरफ से कुछ गाइडलाइंस जारी की गई है। आइए जानते हैं।

By Harshita SaxenaEdited By: Harshita SaxenaPublished: Sun, 05 Nov 2023 01:49 PM (IST)Updated: Sun, 05 Nov 2023 01:49 PM (IST)
इन तरीकों से करें हवा की गुणवत्ता में सुधार

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Air Pollution: दिल्ली में लगातार बढ़ते प्रदूषण ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। बीते कुछ दिनों से दिल्ली समेत एनसीआर में लगातार हवा का खराब होती जा रही है। जहरीली हवा में लोगों का सांस लेना तक मुश्किल हो गया है। इसकी वजह से लोग कई समस्याओं का शिकार होते जा रहे हैं। गैस चेंबर बन चुके शहर में लोगों को आंखों में जलन,सांस लेने परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में जरूरी है कि खराब होते पर्यावरण में खुद को हेल्दी रखने के लिए कुछ जरूरी कदम उठाए जाए।

इस क्रम में हाल ही में डिपार्टमेंट ऑफ एंवायरमेंट की तरफ से कुछ गाइडलाइंस जारी की गई है, जिसमें उन्होंने लोगों को एयर क्वालिटी सुधाने के कुछ तरीके और हेल्दी रहने के लिए कुछ सावधानियां बरतने की सलाह दी है। डिपार्टमेंट ने एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) के मुताबिक हवा की गुणवत्ता में सुधार लाने के कुछ टिप्स बताए हैं, जो निम्न हैं।

यह भी पढ़ें- बढ़ते प्रदूषण में रहना चाहते हैं हेल्दी, तो ये 4 योगासन आपके फेफड़ों को बनाएंगे मजबूत

AQI- 201 से 300 (खराब)

  • अपने वाहनों जैसे कार/बाइक/स्कूटर आदि के इंजन ठीक से ट्यून रखें।
  • अपने वाहनों के टायरों में सही एयर प्रेशर बनाए रखें।
  • अपने वाहनों के पीयूसी सर्टिफिकेट अपडेट रखें।
  • लाल बत्ती पर इंजन बंद कर दें।
  • खुले स्थानों पर कूड़ा/कचरा न फेंकें।
  • ग्रीन दिल्ली ऐप, 311 ऐप, समीर ऐप के जरिए प्रदूषण बढ़ाने वाली गतिविधियों की रिपोर्ट करें।
  • वाहन प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए हाइब्रिड वाहनों या ईवीएस को प्राथमिकता दें। ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाएं।
  • त्योहारों को पर्यावरण के अनुसार सही तरीके से मनाएं। पटाखे जलाने से बचें।
  • 10/15 वर्ष पुराने डीजल/पेट्रोल वाले वाहनों का इस्तेमाल न करें।
  • बाहर खुले में फिजिकल एक्टिविटीज करने से बचें।

AQI- 301 से 400 ( बहुत खराब)

  • निजी वाहनों का इस्तेमाल कम से कम करें और सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें ।
  • तय अंतराल पर अपने एयर को नियमित रूप से बदलें।
  • अक्टूबर से जनवरी के महीनों के दौरान कंट्रक्शन आदि से बचें।
  • टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करें और कम भीड़भाड़ वाला रास्ता चुनें, भले ही थोड़ा लंबा हो।
  • खुले में सॉलिड वेस्ट और बायोमास को जलाने से बचें।
  • बाहरी गतिविधियों से बचें, खासकर सुबह और शाम के वजह बाहर निकलने से परहेज करें।

AQI- 401 से 450 (गंभीर)

  • आसपास जाने या छोटी दूरी के लिए पैदल चलें या साइकिल का इस्तेमाल करें।
  • काम पर जाने के लिए कारपूल या पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करें।
  • अगर घर से काम कर सकते हैं, तो वर्क फ्रॉम होम का विकल्प चुनें।
  • हीटिंग के लिए कोयले और लकड़ी का इस्तेमाल करने से बचें।
  • खुले में आग जलाने से बचाने के लिए अपने घर के सिक्योरिटी स्टाफ को इलेक्ट्रिक हीटर दे सकते हैं।
  • सभी काम एक साथ निपटाने की कोशिश करें, ताकि बार-बार बाहर न जाना पड़ें।
  • बाहर घूमने या ट्रिप पर जाना कम करें।

AQI- 450 के ऊपर (बेहद गंभीर)

बच्चे, बुजुर्ग और रेस्टिरेटरी, हार्ट डिजीज,सेरेब्रोवास्कुलर या अन्य पुरानी बीमारियों से पीड़ित लोग सुरक्षित के लिए बाहरी गतिविधियों से बचें और जितना संभव हो घर के अंदर रहें।

यह भी पढ़ें- एयर प्यूरीफायर खरीदते और घर में सेट करते वक्त ध्यान रखें ये जरूरी बातें

Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

Picture Courtesy: Freepik


This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.