महिलाओं की प्रजनन क्षमता को मजबूत बनाते हैं 7 Superfoods, डॉक्टर गिना रहे हैं इन्हें खाने के फायदे
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी और बदलते लाइफस्टाइल का असर हमारी सेहत पर पड़ रहा है और इसमें महिलाओं की प्रजनन क्षमता भी अछूती नहीं है। जी हां कई महिलाएं प्रेग्नेंसी में दिक्कतों का सामना कर रही हैं। ऐसे में डॉक्टर का कहना है कि सही खान-पान और कुछ खास Superfoods को अपनी डाइट में शामिल करके आप अपनी Fertility को नेचुरली स्ट्रॉन्ग बना सकती हैं।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। आज की तेज रफ्तार जिंदगी में महिलाओं की सेहत पर कई तरह के दबाव होते हैं। कभी कामकाजी तनाव, कभी हार्मोनल असंतुलन, तो कभी अनियमित पीरियड्स। ऐसे में, अगर आप अपनी प्रजनन क्षमता यानी रिप्रोडक्टिव हेल्थ को बेहतर बनाना चाहती हैं, तो एक सही और बैलेंस डाइट आपकी बहुत मदद कर सकती है।
डॉ. काजल सिंह (एसोसिएट प्रोफेसर, प्रसूति और स्त्री रोग विभाग, NIIMS मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल) का कहना है कि हमारे खानपान में मौजूद पोषक तत्व सीधे-सीधे हमारे हार्मोन, एग्स की क्वालिटी और पीरियड्स की नियमितता को प्रभावित करते हैं। ऐसे में, आइए जानते हैं कुछ ऐसे सुपरफूड्स (Superfoods for Female Fertility) के बारे में जो महिलाओं की रिप्रोडक्टिव हेल्थ को बढ़ावा दे सकते हैं।
हरी पत्तेदार सब्जियां
पालक, मेथी, सरसों और ब्रोकली जैसी हरी सब्जियों में फोलेट (विटामिन B9), आयरन और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर होते हैं। फोलेट ओव्यूलेशन के लिए जरूरी है और गर्भस्थ शिशु के विकास में भी अहम भूमिका निभाता है। वहीं, आयरन महिलाओं में अक्सर होने वाली एनीमिया की समस्या को दूर कर ऊर्जा बढ़ाता है। इसलिए, रोज की थाली में सब्जियों की जगह फिक्स करें।
साबुत अनाज
ओट्स, ब्राउन राइस, क्विनोआ और मल्टीग्रेन रोटी जैसी चीजें न सिर्फ फाइबर में भरपूर होती हैं, बल्कि ये आपके ब्लड शुगर को कंट्रोल रखने में मदद करती हैं। जब ब्लड शुगर स्थिर रहता है, तब इंसुलिन और बाकी हार्मोन भी संतुलित रहते हैं और यही हार्मोन ओव्यूलेशन के लिए जरूरी होते हैं। इनमें मौजूद बी-विटामिन भी एग्स के लिए फायदेमंद होते हैं।
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ताजे फल और बेरीज
स्ट्रॉबेरी, ब्लूबेरी, अनार और संतरा जैसे फल विटामिन C और पॉलीफेनॉल से भरपूर होते हैं। ये एंटीऑक्सीडेंट आपके रिप्रोडक्टिव पार्ट्स को फ्री-रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाते हैं। साथ ही, ये यूटेरस की दीवार को मजबूत करते हैं और अंडाशय तक बेहतर ब्लड फ्लो पहुंचाते हैं।
मेवे और सीड्स
बादाम, अखरोट, चिया सीड्स और अलसी के बीज जैसे मेवे और बीज ओमेगा-3 फैटी एसिड, विटामिन E, सेलेनियम और जिंक से भरपूर होते हैं। ये सभी तत्व एग्स की क्वालिटी बढ़ाते हैं, पीरियड्स को नियमित करते हैं और शरीर में एस्ट्रोजन व टेस्टोस्टेरोन जैसे हार्मोन के प्रोडक्शन में मददगार होते हैं।
डेयरी प्रोडक्ट्स
लो-फैट दूध, दही और पनीर जैसे डेयरी प्रोडक्ट्स कैल्शियम और प्रोटीन का अच्छा सोर्स हैं। ये प्रजनन से जुड़े अंगों की सक्रियता को बनाए रखते हैं और इससे जुड़ी प्रक्रिया को बेहतर भी करते हैं।
फैटी फिश
सैल्मन, मैकेरल और सार्डिन जैसी मछलियां ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर होती हैं, जो शरीर में सूजन को कम करती हैं और पीरियड्स को नियमित रखने में मदद करती हैं। ये फैटी एसिड हार्मोन प्रोडक्शन में भी भाग लेते हैं और प्रजनन अंगों तक ब्लड फ्लो को बेहतर बनाते हैं।
दालें और फलियां
राजमा, चना, मूंग और मसूर जैसी दालें आयरन, फोलेट और प्रोटीन का अच्छा सोर्स हैं। खासकर उन महिलाओं के लिए जो पीरियड्स में हैवी ब्लीडिंग का सामना करती हैं या प्रेग्नेंसी की प्लानिंग बना रही हैं, इनके सेवन से एग्स की क्वालिटी में सुधार होता है।
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