Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    हार्ट फेलियर से पहले शरीर में दिखने लगते हैं ये 6 लक्षण, नजर आते ही भागें डॉक्टर के पास

    Updated: Wed, 23 Jul 2025 08:25 AM (IST)

    युवाओं में दिल की बीमारियों के तेजी से बढ़ते मामले काफी डराने वाले हैं। ऐसे में जरूरी है कि दिल की बीमारियों को लेकर हम ज्यादा सतर्क रहें और किसी भी लक्षण को अनदेखा न करें। हार्ट फेलियर भी एक ऐसी ही कंडीशन है जो जानलेवा साबित हो सकती है। हालांकि कुछ लक्षणों (Heart Failure Warning Signs) की मदद से इसका वक्त पर पता लगाया जा सकता है।

    Hero Image
    हार्ट फेलियर के लक्षण कैसे होते हैं? (Picture Courtesy: Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। आजकल दिल से जुड़ी बीमारियों के मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। इन्हीं में हार्ट फेलियर भी शामिल है। हार्ट फेलियर एक ऐसी कंडीशन है, जिसमें दिल शरीर की जरूरत जितना ब्लड पंप नहीं कर पाता। हालांकि, यह समस्या धीरे-धीरे विकसित होती है और कुछ लक्षणों (Heart Failure Symptoms) की मदद से इसका पता लगाया जा सकता है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    आइए जानें हार्ट फेलियर के लक्षण (Signs of Heart Failure) कैसे होते हैं और इसका रिस्क कम करने के लिए आप क्या कर सकते हैं।

    हार्ट फेलियर के लक्षण कैसे होते हैं?

    • सांस लेने में तकलीफ (डिस्प्निया)- थोड़ा चलने या सीढ़ियां चढ़ने पर सांस फूलना। लेटते समय सांस लेने में दिक्कत होना, जिससे रात में बार-बार नींद टूट सकती है।
    • थकान और कमजोरी- दिल की कमजोरी के कारण शरीर को जरूरी मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिलता, जिससे थकान महसूस होती है।
    • पैरों, टखनों और पेट में सूजन (एडिमा)- दिल के ठीक से काम न करने पर शरीर में फ्लूड जमा होने लगता है, जिससे पैरों और पेट में सूजन आ जाती है।
    • अनियमित या तेज धड़कन- दिल को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है, जिससे दिल की धड़कन तेज या अनियमित हो सकती है
    • भूख कम लगना या जी मिचलाना- पाचन तंत्र में ब्लड फ्लो कम होने के कारण भूख न लगने की समस्या हो सकती है।
    • वजन बढ़ना या कम होना- शरीर में पानी जमा होने से अचानक वजन बढ़ सकता है। वहीं डाइजेस्टिव ट्रैक में ठीक से ब्लड न पहुंचने की वजह से न्यूट्रिएंट्स अब्जॉर्ब नहीं हो पाते, जिसके कारण वजन कम हो सकता है।

    यह भी पढ़ें- अचानक नहीं हैं ये हार्ट अटैक! रोज की आदतें ही बनाती हैं दिल को बीमार, डॉक्टर ने बताए बचने के तरीके

    हार्ट फेलियर का रिस्क कम करने के लिए क्या करें?

    हेल्दी डाइट लें

    • नमक कम खाएं, क्योंकि ज्यादा नमक से शरीर में पानी जमा होता है।
    • ताजे फल, सब्जियां, साबुत अनाज और लीन प्रोटीन (दालें, मछली) खाएं।
    • प्रोसेस्ड और तले हुए फूड्स खाने से बचें।

    नियमित एक्सरसाइज करें

    • डॉक्टर की सलाह से हल्की-फुल्की एक्सरसाइज, जैसे- वॉकिंग, योग या साइकिलिंग करें।
    • एक्सरसाइज से दिल की मांसपेशियां मजबूत होती हैं और ब्लड फ्लो बेहतर होता है

    वजन कंट्रोल करें

    • मोटापा हार्ट डिजीज का अहम कारण है, इसलिए हेल्दी वजन बनाए रखें।

    स्मोकिंग और शराब से परहेज

    • स्मोकिंग और ज्यादा शराब दिल की धमनियों को नुकसान पहुंचाते हैं।

    तनाव कम करें

    • तनाव दिल के लिए हानिकारक है। मेडिटेशन, डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज और पूरी नींद लें।

    नियमित चेकअप करवाएं

    • हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल की जांच करवाते रहें, क्योंकि ये हार्ट फेलियर के अहम कारण हैं।

    दवाएं समय पर लें

    • अगर आपको कोई हार्ट से जुड़ी समस्या है, तो डॉक्टर की दी हुई दवाएं समय पर लें।

    यह भी पढ़ें- डायबिटीज से पीड़ित महिलाओं में दोगुना होता है हार्ट डैमेज का खतरा, बचाव के लिए जरूरी हैं ये उपाय

    Source:

    American Heart Association: https://www.heart.org/en/health-topics/heart-failure/warning-signs-of-heart-failure