Vitamin D deficiency: विटामिन-डी की कमी के ऐसे 5 लक्षण जिनके बारे में कम ही लोग जानते हैं!
Vitamin D deficiency दिलचस्प बात यह है कि हमारा शरीर विटामिन-डी बनाता है जब त्वचा सूरज की किरणों के सपंर्क में आती है। इसके अलावा विटामिन-डी सप्लीमेंट्स लेकर भी शरीर में इसकी कमी को दूर किया जा सकता है।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Vitamin D deficiency: विटामिन-डी एक फैट सोल्यूबल विटामिन होता है, जो शरीर के काम के लिए बेहद ज़रूरी होता है। इस विटामिन के वैसे तो कई फायदे हैं, लेकिन इनमें से सबसे अहम यह है कि विटामिन-डी शरीर के लिए कैल्शियम को बनाए रखता है और हड्डियों के स्वास्थ्य को मज़बूत करने में मदद करता है।
जब शरीर में होती है विटामिन-डी की कमी, तो क्या होता है?
शरीर में विटामिन-डी की कमी से हड्डियों पर असर पड़ता है, हड्डियों से जुड़ी दिक्कतें शुरू हो जाती हैं, शरीर की इम्यूनिटी प्रभावित होती है, दिल की सेहत से जुड़ी दिक्कतें होने लगती हैं, ऑटोइम्यून से जुड़ी समस्याएं होने लगती हैं, न्यूरोलॉजिकल बीमारियों का कारण बनती है और इन्फेक्शन की वजह भी बनती है। इस विटामिन की कमी प्रेग्नेंट महिलाओं में जटिलताओं की वजह भी बनती है और ब्रेस्ट, प्रोस्टेट और कोलोन कैंसर की वजह भी बनती है।
विटामिन-डी की ऐसे लक्षण जो कम देखे जाते हैं
1. अक्सर बीमार महसूस करना विटामिन-डी का एक आम संकेत है, जिसके बारे में ज़्यादा लोग नहीं जानते। क्योंकि विटामिन-डी इम्यूनिटी को बढ़ावा देता है, इसकी कमी होने पर शरीर कई वायरस से लड़ने की क्षमता खोने लगता है। जिसकी वजह से लोग जल्दी-जल्दी बीमार पड़ते हैं।
2. लगातर कमज़ोरी और थकावट महसूस करना भी, विटामिन-डी की कमी का लक्षण हो सकता है। अगर आप हर वक्त थका हुआ महसूस करते हैं, तो इसके पीछे विटामिन-डी की कमी हो सकती है। जो शरीर की एनर्जी के स्तर को प्रभावित करती है और साथ ही आपके मूड को भी।
3. अवसाद भी विटामिन-डी की कमी का बड़ा संकेत है। लगातार कमज़ोरी और थकावट आपके मानसिक स्वास्थ्य पर असर डाल सकती है। अवसाद इन लोगों को आसानी से घेर लेता है।
4. बालों का ज़्यादा झड़ना और बालों की ग्रोथ खराब होना भी विटामिन-डी की वजह से हो सकती है। हम में से ज़्यादातर लोग नहीं जानते, लेकिन विटामिन-डी की कमी बालों को भी प्रभावित करती है। इसलिए अगर शैम्पू और दवाओं के बावजूद अगर बालों की सेहत पर असर नहीं दिख रहा है, तो विटामिन-डी चेक करा लें।
5. जिन लोगों के शरीर में विटामिन-डी की पर्याप्त मात्रा नहीं होती, उनकी त्वचा पर रैशेज़ और एक्ने आम बात है। ऐसे लोगों में त्वचा समय से पहले बूढ़ी भी दिखने लगती है।
विटामिन-डी की कमी के अन्य लक्षण
शरीर में विटामिन-डी कम होने से हड्डियां कमज़ोर होने लगती हैं, ऑस्टियोपोरोसिस, हड्डियों में दर्द, मांसपेशियों का फड़कना, मांसपेशियों का कमज़ोर होना, मांसपेशियों में तेज़ दर्द और जोड़ों में अकड़न महसूस होती है।
किन लोगों में होता है ज़्यादा ख़तरा?
जो लोग धूप से बचते हैं, उनमें विटामिन-डी की कमी होने के आसार बढ़ जाते हैं। जिन लोगों को दूध से एलर्जी होती है, जो लैक्टॉस इंटॉलेरेंट होते हैं या जो वीगन डाइट फॉलो करते हैं, उनमें भी विटामिन-डी की कमी देखी जाती है। जो महिलाएं स्तनपान कराती हैं, बूढ़े लोग, गहरे रंग की त्वचा वाले लोग, मोटापे के शिकार, ऐसे लोग जिनकी गैस्ट्रिक बायपास सर्जरी हुई है, उनमें विटामिन-डी की कमी का जोखिम बढ़ जाता है।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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