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    हर किसी को नहीं होती विटामिन-डी सप्लीमेंट्स की जरूरत, कमी से बचने के लिए जान लें ये 3 जरूरी बातें

    Updated: Wed, 01 Oct 2025 11:46 AM (IST)

    विटामिन-डी की कमी सेहत के लिए काफी खतरनाक साबित हो सकती है। इसलिए इससे बचने के लिए लोग अक्सर सीधा सप्लीमेंट्स का सहारा लेते हैं। लेकिन आपको बता दें कि ऐसा करना ज्यादा नुकसान भी पहुंचा सकता है। इसलिए विटामिन-डी की कमी से बचने के लिए कुछ जरूरी बातें जानना जरूरी हैं।

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    क्या आपको पता हैं विटामिन-डी से जुड़ी ये जरूरी बातें? (Picture Courtesy: Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। विटामिन-डी की कमी के कारण हड्डियां कमजोर होना, कमजोर इम्युनिटी, मूड स्विंग्स जैसी कई परेशानियां (Vitamin-D Deficiency Symptoms) हो सकती हैं। लेकिन फिर भी ज्यादातर लोगों में इसकी कमी पाई जाती है। इसकी सबसे बड़ी वजह है विटामिन-डी से जुड़ी कुछ जरूरी बातें पता न होना।

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    जी हां, विटामिन-डी की कितनी मात्रा होनी चाहिए, किन्हें सप्लीमेंट्स की जरूरत है, इसके सबसे बेहतरीन सोर्स क्या है, जैसी कई जरूरी बातों (Important Facts About Vitamin-D) के बारे में जानकारी न होने की वजह से भी लोग विटामिन-डी की कमी का शिकार हो जाते हैं। आइए जानें जानें विटामिन-डी से जुड़ी ऐसी ही 3 जरूरी बातें।

    रोजाना सिर्फ 20-30 मिनट की धूप है काफी

    विटामिन डी का सबसे प्राकृतिक, सस्ता और असरदार सोर्स सूरज की रोशनी है। जब हमारी त्वचा सूरज की यूवी-बी किरणों के संपर्क में आती है, तो शरीर खुद विटामिन-डी बनाना शुरू कर देता है। अक्सर लोगों को लगता है कि इसके लिए घंटों धूप में बैठने की जरूरत होती है, लेकिन ऐसा नहीं है। दिन में सिर्फ 20-30 मिनट की धूप ही काफी होती है।

    इसके लिए सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे के बीच का समय सबसे अच्छा माना जाता है। ध्यान रहे, हाथ-पैरों की त्वचा का कुछ हिस्सा खुला होना चाहिए और सनस्क्रीन लगाए बिना ही धूप लेना फायदेमंद रहता है। अगर आप ऑफिस में लंबे समय तक रहते हैं या घर से बाहर निकलते ही कार में बैठ जाते हैं, तो कोशिश करें कि दोपहर के खाने के बाद थोड़ी देर टहलने जरूर निकलें।

    सभी को नहीं है विटामिन-डी सप्लीमेंट्स की जरूरत

    आजकल विटामिन-डी के सप्लीमेंट्स का चलन काफी बढ़ गया है। हालांकि, यह जानना जरूरी है कि हर किसी को इनकी जरूरत नहीं होती। सप्लीमेंट्स डॉक्टर की सलाह पर तभी लेने चाहिए, जब ब्लड टेस्ट में विटामिन-डी का स्तर सामान्य से काफी नीचे पाया गया हो।

    बिना जरूरत के सप्लीमेंट्स लेने से शरीर में विटामिन-डी ज्यादा भी हो सकता है, जिससे किडनी में पथरी, मतली, उल्टी और कमजोरी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए स्वस्थ व्यक्ति के लिए धूप और हेल्दी डाइट ही इसकी पूर्ति का सबसे सही तरीका है।

    फैटी फिश है सबसे अच्छा डाइट सोर्स

    अगर आप धूप से भरपूर विटामिन डी नहीं ले पा रहे हैं, तो डाइट इसका दूसरा बड़ा सोर्स है। फूड्स में फैटी फिश विटामिन-डी का सबसे बेहतरीन सोर्स मानी जाती है। सालमन, मैकेरल और टूना जैसी मछलियों में भरपूर मात्रा में विटामिन-डी पाया जाता है। शाकाहारी लोगों के लिए अंडे की जर्दी, फोर्टिफाइड दूध, दही, संतरे का जूस और मशरूम अच्छे ऑप्शन हैं। हालांकि, ध्यान रखें कि केवल डाइट से विटामिन डी की रोज की जरूरत को पूरा करना मुश्किल है।

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    Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।