माइग्रेन को ट्रिगर करते हैं ये 10 फैक्टर्स, अटैक से बचे रहने के लिए समय रहते करें इनकी पहचान
माइग्रेन एक दर्दनाक स्थिति है जो सिरदर्द का कारण बनती है और कई लोगों को परेशान करती है। इसके अटैक के पीछे कुछ ट्रिगर्स काम करते हैं। ये ट्रिगर्स अंदरूनी भी हो सकते हैं और बाहरी भी। इससे बचने के लिए सबसे पहले उन ट्रिगर्स या फिर उनके कॉम्बिनेशन को पहचाना बेहद जरूरी होता है।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। माइग्रेन एक ऐसी समस्या है, जिससे इन दिनों कई लोग परेशान हैं। यह एक दर्दनाक स्थिति है, जो सिरदर्द का कारण बनती है। मायो क्लीनिक के अनुसार कुछ ट्रिगर्स ही माइग्रेन के लक्षणों को उभारने का काम करते हैं। ये ट्रिगर्स आपके खाने-पीने की चीजें,नींद, एक्सरसाइज या कई बार सेक्स भी हो सकता है।
जबकि कुछ खास प्रकार की खुशबू, आवाजें या तेज, चमकती रोशनी भी इसके दर्द को ट्रिगर कर सकती है। अगर इन ट्रिगर्स की पहचान कर ली जाए तो काफी हद तक इसके भीषण दर्द से बचा जा सकता है। आइए जानते हैं, ऐसे ही कुछ खास ट्रिगर्स और उनसे बचने के तरीकों के बारे में।
बहुत ज्यादा या कम सोना
कुछ लोगों को कम सोने से माइग्रेन हो जाता है लेकिन सामान्य से ज्यादा नींद लेने की स्थिति में भी ऐसा हो सकता है। खासकर जब आप वीकेंड पर कुछ घंटे एक्सट्रा सो जाते हैं। ऐसे में रोजाना सोने-जगने का एक जैसा ही रूटीन बनाएं।
बहुत देर तक भूखे रहना
जॉन्स हॉपकिन्स मेडिसिन ने इसे माइग्रेन ट्रिगर होने का बहुत बड़ा कारण माना है। जिस तरह नींद की एक तय दिनचर्या जरूरी है, उसी तरह हर दिन खाने की भी। अगर खाने में देरी हो रही है तो थोड़े-बहुत हेल्दी स्नैक्स हमेशा तैयार रखें।
बहुत ज्यादा या कम कैफीन
अगर आप नियमित रूप से चाय, कॉफी या कोई ड्रिंक लेते हैं और किसी दिन उसे नहीं लिया या समय पर नहीं लिया तो यह भी ट्रिगर का काम कर सकता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि आपके ब्लड वेसल्स को कैफीन की उस तय मात्रा की आदत हो चुकी होती है। कई बार ज्यादा मात्रा में कैफीन लेना भी इसका कारण बन सकता है।
जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज
अमेरिकन माइग्रेन फाउंडेशन के अनुसार रेगुलर एक्सरसाइज करना माइग्रेन में फायदेमंद होता है, लेकिन अचानक ही कोई भारी-भरकम एक्सरसाइज शुरू कर देने से स्ट्रेस हॉर्मोन रिलीज होने लगता है।
हॉर्मोन्स में होने वाले बदलाव
अमेरिकन माइग्रेन फाउंडेशन का कहना है कि 75% महिलाओं को पीरियड के समय माइग्रेन के लक्षण महसूस होते हैं। इस बारे में आप अपने डॉक्टर से सलाह ले सकती हैं।
कुछ फूड आइटम
चीज या फिर ऐसी चीजें जिसमें एमएसजी का इस्तेमाल हुआ हो, माइग्रेन को ट्रिगर करने का कारण बन सकते हैं। जिन फूड आयटम्स मे प्रीजरवेटिव यूज किया गया हो, वो भी इसका ट्रिगर हो सकते हैं। ऐसे में आप अपने खाने के पैटर्न पर ध्यान रखें।
तेज गर्मी
ऐसे मौसम में डिहाइड्रेशन हो सकता है और कुछ लोगों में यह माइग्रेन का सबसे बड़ा कारण भी होता है। इसलिए अपने काम को इसके अनुसार एडजस्ट करें जैसे सुबह या शाम का समय आपके लिए बेहतर हो सकता है।
बदलता मौसम
तापमान में होने वाला उतार-चढ़ाव माइग्रेन का ट्रिगर बन सकता है। जैसे बहुत ज्यादा नमी, तूफान या मौसम में बदलाव। इससे बचना तो संभव नहीं लेकिन आप पहले से सावधानी बरत सकते हैं।
तेज आवाज या रोशनी
फ्लैश करती हुई या तेजी चमकती रोशनी को भी माइग्रेन होने का बहुत बड़ा कारण माना गया है। कंस्ट्रक्शन साइट पर होने वाली आवाजें, तेज म्यूजिक आपके लिए ट्रिगर हो सकते हैं। ऐसे में इन स्थितियों से बचना ही बेहतर है।
कुछ खास तरह की खुशबू
खाने या फिर परफ्यूम की महक आपके माइग्रेन को ट्रिगर कर सकते हैं। अगर आप पर भी यह लागू होता है तो अपने आस-पास लोगों को भी अपनी परेशानी के बारे में बताएं।
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