भारत नहीं, बल्कि विदेश से आए हैं ये 6 देसी फूड्स; लिस्ट में दाल-चावल और समोसे का नाम भी शामिल
भारत विविधताओं का देश है यहां कई प्रकार के व्यंजन मिलते हैं। कई प्रसिद्ध देसी भोजन जो हमें भारतीय लगते हैं वास्तव में विदेशों से आए हैं। समोसा जिसका इतिहास सेंट्रल एशिया से जुड़ा है और दाल चावल नेपाल से भारत आए। इसके अलावा और भी कई ऐसे डिश हैं जिनका कनेक्शन विदेश से है।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। भारत को विविधता का देश कहा जाता है। यहां आपको खाने-पीने की चीजाें की भरमार मिलेगी। हम सभी बाहर रेस्टोरेंट में खाना खाने जरूर जाते हैं। आपने नोटिस किया होगा कि हम जब भी किसी रेस्टोरेंट या ढाबे में कोई देसी डिश ऑर्डर करते हैं, तो लगता है कि ये तो पूरी तरह इंडियन ही है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कई ऐसे फेमस देसी फूड्स हैं, जिनका कनेक्शन भारत से नहीं बल्कि विदेशों में हैं?
जी हां, जो डिशेज हमें आज इंडियन लगते हैं, वो असल में किसी और देश से यहां आए हैं। समय के साथ हमारे स्वाद और संस्कृति का हिस्सा बन गए। भारत में हमेशा से ही अलग-अलग देशों और सभ्यताओं का असर देखने को मिलता आ रहा है। चाहे वो मुगलों का आना हो, या ब्रिटिश राज या फिर बिजनेस के रास्ते भारत आए विदेशी लोग, इन सबके साथ उनके खानपान की आदतें भी हमारे देश में शामिल होती गईं।
धीरे-धीरे ये फूड्स भारत में इस तरह मशहूर हुए कि लोगों को लगने लगा कि ये तो भारत के ही हैं। आज जब हम इन डिशेज को देखते हैं, तो लगता ही नहीं कि इनका रिश्ता कभी किसी और देश से रहा होगा। आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। हम आपको उन देसी फूड्स के बारे में बताने जा रहे हैं जिनका कनेक्शन भारत से है। आइए जानते हैं विस्तार से -
समोसा
समोसा तो भारत में सबसे ज्यादा खाया जाने वाला देसी स्नैक है। पहले तो ये रेस्टोरेंट या ढाबे पर ही मिलते थे, लेकिन अब इन्हें घराें में भी बनाया जाता है। लेकिन आपको बता दें कि ये नाश्ता इंडिया का नहीं, बल्कि इसका नाता विदेश से है। इसका इतिहास सेंट्रल एशिया से जुड़ा है। वहां इसे 'संबूसा' कहा जाता था।
दाल चावल
भारतीय घरों में रोजाना दाल चावल खाई जाती है। इसके बिना तो लोगों का दिन भी नहीं पूरा होता है। लेकिन कभी किसी ने ये नहीं सोचा होगा कि दाल चावल भी विदेशी हो सकती है। ये नेपाल से भारत आई थी।
गुलाब जामुन
मीठे का नाम जब भी लिया जाता है तो गुलाब जामुन का नाम सबसे पहले लिया जाता है। इसे इंडिया में हर तीज त्योहारों पर बनाया जाता है। लेकिन ये डिश मुगल सम्राटों ने भारत में पर्शिया से लाया था। आपको बता दें कि गुलाब जामुन को पहले लुकमा ते अल कदी के नाम से जाना जाता था।
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हलवा
हलवा भी भारत में सबसे ज्यादा खाई जाती है। इसका इतिहास भारत और पर्शिया दोनों से जुड़ा हुआ है। लेकिन इसका नाम पर्शियन वर्ड 'हलव से लिया गया है। इसका मतलब मीठा होता है।
जलेबी
जलेबी का इतिहास भी भारत से नहीं, बल्कि इसकी शुरुआत मध्य पूर्व में हुई थी। वहां इसे 'जलाबिया' या 'जलुबिया' के नाम से जाना जाता था।
पावभाजी
पाव भाजी का नाम सुनकर अक्सर लोगों को लगता है कि यह पूरी तरह से भारतीय डिश है, लेकिन इसका पाव शब्द पुर्तगाली है। पुर्तगाल में इसे पांव कहा जाता था। पुर्तगाली लोग मैश की हुई सब्जियों को मिर्च-मसाले डालकर इस पांव के साथ खाते थे। जब ये भारत आया, तो इसका नाम पावभाजी पड़ गया।
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