सेहत और स्वाद का एक भूला-बिसरा संगम है 'रसावल', कभी लखनऊ की शान हुआ करती थी यह डिश
भारत के पाक इतिहास में अनगिनत ऐसी रेसिपी रही हैं, जो समय के साथ हमारी यादों से धुंधली होती चली गईं। 'रसावल' भी उन्हीं में से एक है। यह चावल और गन्ने क ...और पढ़ें

क्या आपने चखी है गन्ने के रस से बनी यह अनोखी खीर? जानें 'रसावल' का इतिहास (Image Source: AI-Generated)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। भारत के खानपान का खजाना बहुत लंबा-चौड़ा है, लेकिन अफसोस की बात है कि कई बेहतरीन स्वाद हमारी यादों से फिसल कर कहीं खो गए हैं। इन्ही भूले-बिसरे जायकों में से एक नाम है-'रसावल'। गन्ने के रस और चावल का यह अद्भुत मेल कभी हमारी परंपरा का हिस्सा था, लेकिन आज यह कहीं गुमनाम हो गया है। अब वक्त आ गया है कि इस शानदार रेसिपी को आधुनिक दुनिया में वापस लाया जाए और इसे वह पहचान मिले जिसकी यह हकदार है। आइए, आपको बताते हैं इस शाही डिश से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें।

(Image Source: AI-Generated)
गन्ने की मिठास और चावल का स्वाद
हमारे देश में गन्ने का इस्तेमाल हमेशा से ही भरपूर मात्रा में होता आया है। ऐतिहासिक रूप से, गन्ने का रस हर मौसम में मिठास का एक बेहतरीन स्रोत रहा है और कई पारंपरिक व्यंजनों का हिस्सा भी। हम हमेशा से यह मानते आए हैं कि बिना प्रोसेस किया हुआ गन्ने का रस, बाजार में मिलने वाली प्रोसेस्ड चीनी की तुलना में कहीं ज्यादा हेल्दी होता है। दुर्भाग्य से, खाना पकाने की सामग्री के रूप में अब गन्ने का आकर्षण और उपयोग धीरे-धीरे कम होता जा रहा है।
लखनऊ का एक भूला हुआ जायका
जब हम पुरानी मौसमी रेसिपी की बात करते हैं, तो 'रसावल' का नाम सबसे ऊपर आता है। यह मूल रूप से लखनऊ की एक पुरानी रेसिपी है, जिसे आप गन्ने के रस और चावल से बनी खीर कह सकते हैं। यह डिश लखनऊ की गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल थी, क्योंकि यह हिंदुओं और मुसलमानों दोनों के बीच समान रूप से लोकप्रिय थी।
सिर्फ स्वाद नहीं, रिश्तों की गर्माहट है 'रसावल'
रसावल सिर्फ एक डिश नहीं, बल्कि एक उत्सव का प्रतीक था। लखनऊ में विशेष रूप से होली के त्योहार के दौरान इसे बनाना अनिवार्य माना जाता था। इसे तैयार करना एक समारोह जैसा होता था, जहां घर की महिलाएं एक साथ इकट्ठा होती थीं। वे बड़े-बड़े बर्तनों में गन्ने के रस और चावल को घंटों तक चलाती थीं और पकने के बाद इस अनोखी खीर के कटोरे अपने-अपने घर ले जाती थीं।
कैसे बनाया जाता है रसावल?
आपके मन में यह सवाल जरूर आ रहा होगा कि आखिर रसावल है क्या? बता दें, रसावल मूल रूप से गन्ने के रस और चावल से बनी एक खीर है। इसे बनाने का तरीका बेहद पारंपरिक है। इसे तैयार करने के लिए बड़े-बड़े बर्तनों में गन्ने के रस और चावल को मिलाया जाता है। इसे पकाने के लिए लगातार चलाना पड़ता है ताकि चावल और रस एकसार हो जाएं और एक गाढ़ी खीर का रूप ले लें।

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