भारत में भी खूब पसंद किए जाते हैं विदेशों से आए ये फल और सब्जियां, क्या आपने चखा है इनका स्वाद
आजकल कई विदेशी फल और सब्जियां भारत में आसानी से मिल जाती हैं। ड्रैगन फ्रूट मैक्सिको से पैशन फ्रूट दक्षिण अमेरिका से और रोमनेस्को इटली से आया है। बोक चॉय चीन की सब्जी है। ये फल और सब्जियां विटामिन मिनरल और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं और स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद हैं।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। हमें ऑनलाइन या अपनी लोकल दुकानों पर भी कुछ ऐसे फल और सब्जियां दिख जाते हैं, जो आमतौर पर हमारे यहां पाए नहीं जाते हैं। जी हां, ये एग्जॉटिक फल और सब्जियां हैं, जिनका जन्म कहीं और हुआ है लेकिन अब वो दुनिया के बाकी देशों में भी चाव से खाए और बनाए जा रहे हैं। आइए आपका भी परिचय कुछ ऐसे अनोखे नजर आने वाले फल और सब्जियों से करवाते हैं-
ड्रैगन फ्रूट
ऊपर से गुलाबी नजर आने वाला ये फ्रूट अंदर से सफेद और गुलाबी दोनों ही रंग का होता है। वैसे भारत में अब यह फल आम हो गया है, लेकिन मूल रूप से यह दक्षिणी मैक्सिको और सेंट्रल अमेरिका का है। इसे पिताया के नाम से भी जाना जाता है। इसका स्वाद थोड़ा मेलन या कीवी जैसा लगता है। इस फल में विटामिन-सी काफी अच्छी मात्रा में पाया जाता है।
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पैशन-फ्रूट
खुशबूदार और पर्पल, रेड कलर लिए पैशन फ्रूट दक्षिण अमेरिका से आया है। इसका स्वाद अमरूद की तरह लगता है। इसका एक फल जहां 17.5 कैलोरी ही देता है। वहीं, इससे भरपूर मात्रा में पोटेशियम और फाइबर भी मिलता है। इसे दो टुकड़ों में काटकर और चम्मच की मदद से इसके बीजों और पल्प को खाना है। आप इसके बीजों को हटाकर जूस या सॉस भी बना सकते हैं।
रोमनेस्को
इसको रोमनेस्को कॉलीफ्लावर भी कहा जाता है। इस सब्जी का आकार बड़ा ही अनोखा है और इसे सबसे पहले रोम में उगाया गया था। पकने के बाद इससे मूंगफली का स्वाद आता है। इसे आप सब्जी और सलाद की तरह खा सकते हैं। इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन सी, विटामिन के और डाइटरी फाइर्ब्स होते हैं।
बोक चॉय
ये चाइनीज व्हाइट कैबेज की एक वैराइटी है, जो कि केल, ब्रूसल्स स्प्राउट्स और ब्रोकली के परिवार का है। ये मुख्य रूप से चीन की पैदावार है, लेकिन इसे पूरी दुनिया में खाया जाता है। चाहे इसे पकाकर खाया जाए या फिर कच्चा, इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन, मिनरल, एंटीऑक्सीडेंट और फाइबर होते हैं।
मैंगोस्टीन
जूसी, मीठा और हल्का कसैला स्वाद लिए ये फल मूल रूप से इंडोनेशिया और फिलीपींस में उगाया जाता है। इसका रंग डार्क पर्पल या लाल होता है। मैंगोस्टीन में ऐसे केमिकल पाए जाते हैं, जो कि एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करते हैं और इन्फेक्शन से लड़ने में मदद करते हैं। मसूड़ों के इन्फेक्शन में भी ये फल काफी कमाल दिखाता है।
रामबुतान
ये फल लीची की तरह दिखता है, लेकिन इसके ऊपर बाल जैसी बनावट होती है। दरअसल, इसका नाम मलय भाषा के शब्द ‘रम्बूट’ से आया है, जिसका अर्थ ही बाल होता है। मूल रूप से मलेशिया, थाईलैंड, वियतनाम में उगाया जाने वाला ये फल मीठा और हल्का खट्टा स्वाद का होता है। ये इम्युनिटी और पाचन के लिए अच्छा माना जाता है। इसे भारत के दक्षिणी हिस्से में भी ये उगता है।
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