Diwali 2025: दीवाली के मौके पर घर को नहीं ला रहे नकली ड्राई फ्रूट्स, इस तरह कर लें पहचान
दीवाली का त्योहार खुशियों का त्योहार होता है। इस मौके पर मिठाइयों और ड्राई फ्रूट्स की खूब खरीदारी होती है। लेकिन त्योहार के समय बाजार में मिलावटी सामान की बिक्री भी खूब होती है। इसलिए बाजार में नकली ड्राई फ्रूट्स भी मिलने लगते हैं। हालांकि, कुछ तरीकों से असली-नकली ड्राई फ्रूट्स की पहचान कर सकते हैं।

कैसे करें असली-नकली मेवों की पहचान? (Picture Courtesy: Freepik)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। दीवाली का त्योहार खुशियों, रोशनी और स्वादिष्ट व्यंजनों का अनोखा संगम है। इस मौके पर मिठाइयों और ड्राई फ्रूट्स की खूब खरीदारी की जाती है। हालांकि, त्योहार के मौके पर बाजार में मिलावटी सामान की भी खूब भरमार होती है, जिसमें ड्राई फ्रूट्स (Adulterated Dry Fruits) भी शामिल हैं।
ये नकली मेवे सेहत के लिए काफी हानिकारक हो सकते हैं। ऐसे में, जरूरी है कि हम असली और नकली ड्राई फ्रूट्स की पहचान जरूर कर लें, ताकि नकली ड्राई फ्रूट्स के कारण त्योहार का मजा न किरकिरा हो जाए। आइए जानते हैं नकली ड्राई फ्रूट्स की पहचान कैसे करें (How to Identify Fake Dry FruitsO ।
(Picture Courtesy: Freepik)
रंग पर गौर करें
असली ड्राई फ्रूट्स का रंग नेचुरल और हल्का होता है। पुराने या खराब मेवों को आकर्षक बनाने के लिए कृत्रिम रंगों का इस्तेमाल करते हैं। रुमाल या कॉटन के कपड़े पर मेवे रगड़ें। अगर रंग निकलने लगे, तो समझ जाएं कि ये नकली हैं।
- काजू- असली काजू का रंग हल्का बेज या क्रीमी होता है। चमकीले सफेद या पीले रंग के काजू से सावधान रहें।
- किशमिश- नेचुरल किशमिश का रंग भूरा या काला होता है। एक समान चमकदार पीले रंग की किशमिश में केमिकल्स मिले हो सकते हैं।
- पिस्ता- असली पिस्ते का रंग हल्का भूरा-हरा होता है। ज्यादा हरे रंग के पिस्ते में आर्टिफिशियल रंग मौजूद हो सकते हैं।
आकार और बनावट देखें
प्राकृतिक मेवों का आकार और आकृति एक जैसी नहीं होती।
- बादाम- असली बादाम की सतह थोड़ी खुरदरी और उभार-दबाव वाली होती है। चिकने और चमकदार बादाम से बचें।
- अखरोट- अखरोट के खोल की बनावट प्राकृतिक रूप से अनियमित होती है।
स्वाद और गंध से पहचानें
- गंध- ताजे और असली मेवों से हल्की मीठी और नेचुरल खुशबू आती है। अगर मेवों से तेज केमिकल जैसी गंध आ रही है या फिर वे बासी लग रहे हैं, तो उन्हें न खरीदें।
- स्वाद- खरीदारी से पहले अगर संभव हो, तो एक मेवा चख लें। नकली मेवों का स्वाद कड़वा या फीका हो सकता है।
पानी वाला टेस्ट
- काजू- एक बाउल में पानी लें और उसमें कुछ काजू डाल दें। अगर पानी का रंग बदल जाए, तो इसका मतलब है कि काजू में आर्टिफिशियल रंग मिलाए गए हैं।
- किशमिश- अगर किशमिश को पानी में भिगोने पर पानी का रंग बदल जाए, तो यह केमिकल ट्रीटमेंट का संकेत है।
कीमत पर संदेह करें
अगर कोई दुकानदार बाजार भाव से काफी कम दाम पर ड्राई फ्रूट्स दे रहा है, तो सावधान हो जाएं। अच्छी क्वालिटी के मेवे हमेशा थोड़े महंगे होते हैं। ज्यादा सस्ते ऑफर आपको लुभाएं नहीं, क्योंकि हो सकता है कि वह मेवे पुराने या मिलावटी हों।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।