यूपी की बेडमी से बंगाल की लुची तक, कैसे अलग-अलग राज्यों में बदल गया पूड़ियाें का स्वाद?
भारतीय रसोई में पूड़ियों का विशेष महत्व है। हमारे यहां भारत में हर खास मौकों पर पूड़ियां जरूर बनाई जाती हैं। त्योंहारों और शादी ब्याह के मौके पर तो पूड़ियां बनाना तो शुभ माना जाता है। हर राज्य में अलग-अलग तरीकों से पूड़ियां बनाई जाती हैं। ये पूड़ियां न केवल स्वादिष्ट होती हैं बल्कि ये वहां की परंपरा और संस्कृति को भी दर्शाती हैं।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। हमारे यहां की रसोई बड़ी ही खास होती है। ये एक नार्मल डिश को भी अलग सा टेस्ट देकर उसे खास बना सकती है। पूड़ियां, जो सभी को खूब पसंद होती हैं, लेकिन हर राज्यों में इन्हें बनाने का तरीका थोड़ा अलग होता है। इनमें इस्तेमाल किया गया आटा और मसाले इन्हें एक अलग स्वाद देते हैं। कहीं ये नाश्ते की शान बन जाती हैं तो कभी ये त्योहारों और शादी ब्याह के मौके पर थाली की शोभा बढ़ाती हैं।
कभी इनका साथ हल्की-फुल्की सब्जी निभाती है, तो कभी गाढ़े-गाढ़े कढ़ी या स्वीट डिश के साथ इनका स्वाद दोगुना हो जाता है। पूड़ियां सिर्फ खाने की चीज नहीं, बल्कि हर जगह की परंपरा और संस्कृति की झलक भी दिखाती हैं। आज हम आपको अलग-अलग राज्यों में खाई जाने वाली पूड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं। आइए जानते हैं विस्तार से -
बेडमी पूरी, उत्तर प्रदेश
दिल्ली और यूपी की गलियों में बेडमी पूरी काफी फेमस है। खासकर त्योहारों के मौके पर। उड़द दाल का पेस्ट और मसाले मिलाकर बनाई जाने वाली ये पूड़ी थोड़ी मोटी, हल्की करारी और बहुत स्वादिष्ट होती है। इसे अक्सर आलू की सब्जी, अचार या दही के साथ सर्व किया जाता है। इसे खाने से आपका पेट लंबे समय तक भरा रहता है।
लुची, पश्चिम बंगाल और असम
बंगाल में इसे पूड़ी नहीं, बल्कि लुची कहा जाता है। ये मैदा से बनाई जाती है, इसलिए बिल्कुल सफेद, मुलायम और मुंह में घुल जाने वाली होती है। इसे चोलार दाल यानी कि चना दाल या आलू दम के साथ परोसा जाता है। बंगाल के घरों में रविवार की सुबह लुची और हल्की मीठी दाल का नाश्ता तो नॉर्मल है।
सूजी पूड़ी, राजस्थान
राजस्थान में अक्सर सूजी (रवा) से बनी पूड़ियां ही मिलती हैं। ये ज्यादा करारी होती हैं और लंबे समय तक फूली रहती हैं। इन्हें राजस्थानी थाली में केर सांगरी, गट्टे की सब्जी या चूरमा के साथ सर्व किया जाता है।
मसाला पूड़ी, गुजरात
गुजरात की मसाला पूड़ी कलरफुल और मसालेदार होती है। गेहूं के आटे में हल्दी, लाल मिर्च पाउडर, अजवाइन और कई बार मेथी के पत्ते डालकर ये पूड़ियां बनाई जाती है। इसे अक्सर श्रीखंड या आलू की सब्जी के साथ खाया जाता है। शादी-ब्याह और खास मौकों पर ये जरूर बनती है।
पूड़ी-भाजी, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश
महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में पूड़ी-भाजी का कॉम्बिनेशन सबसे पसंदीदा नाश्ता होता है। इसमें नॉर्मल गेहूं की पूड़ी के साथ सूखी आलू की सब्जी खाई जाती है। कई बार अचार भी सर्व किया जाता है। रेलवे स्टेशनों से लेकर ढाबों और घरों तक, ये आपको खाने को मिल जाएगी।
पालक पूड़ी, पंजाब और हरियाणा
अगर आपको हरी पूड़ियां दिखे तो समझ लीजिए उसमें पालक मिला है। पालक का प्यूरी आटे में डालकर ये पूड़ियां बनाई जाती हैं। इसका रंग हरा और स्वाद हल्का सा सोंधा होता है। इसे पनीर की सब्जी या रायते के साथ खाना पसंद किया जाता है। ये पूड़ियां हेल्दी भी मानी जाती हैं।
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