World Introvert Day 2024: कब और किसने की थी इस दिन की शुरुआत और क्या है इसे मनाने का मकसद?
World Introvert Day 2024 दुनियाभर में हर साल 2 जनवरी का दिन वर्ल्ड इंट्रोवर्ट डे यानि विश्व अंतर्मुखी दिवस के रूप में मनाया जाता है जब अंतर्मुखी स्वभा ...और पढ़ें

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। World Introvert Day 2024: जनवरी की 2 जनवरी का दिन अंतर्मुखी स्वभाव वाले व्यक्तियों को समर्पित है। दुनियाभर में 2 तारीख को वर्ल्ड इंट्रोवर्ट डे दिवस मनाया जाता है। जिसका मकसद अंतर्मुखी लोगों की दुनिया से बाकी लोगों को परिचित कराना कराना है। कई बार लोग इंट्रोवर्ट होने को किसी विकार की तरह देखते हैं, जो गलत है ये बस एक स्वभाव है। इस दिन को मनाने के पीछे ये संदेश भी लोगों तक पहुंचाना है, तो ऐसे लोगों को अलग-थलग करने के बजाय उनकी भावनाओं को समझना जरूरी है।
वर्ल्ड इंट्रोवर्ट डे का इतिहास
इस दिन को मनाने का श्रेय जानी-मानी जर्मन साइकोलॉजिस्ट और राइटर फेलिसिटास हेने को जाता है। इस दिन को मनाने की शुरुआत आज ही के दिन साल 2011 में हुई थी। फेलिसिटास हेने ने इस दिवस के जरिए इंट्रोवर्ट लोगों की खासियत के बारे में दूसरे लोगों को जागरुक करने का प्रयास किया था। कई लोगों को ऐसा लगता है कि अंतर्मुखी लोग अजीब होते हैं, तो वहीं कुछ लोग इसे किसी बीमारी की तरह ट्रीट करते हैं। यही गलतफहमियां दूर करने और उनके प्रति होने वाले भेदभाव को मिटाने के मकसद से इस दिन की शुरुआत हुई थी।
कौन हैं फेलिसिटास हेने?
फेलिसिटास हेने का जन्म जर्मनी में 28 दिसंबर 1966 में हुआ था। इन्होंने मनोवैज्ञानिक मुद्दों पर अब तक कई किताबें लिखी हैं। इसके अलावा वो और भी दूसरे फ्लेटफॉर्म पर बेबाकी से अपनी राय रखती हैं। वैसे हेने अमेरिकन साइकोलॉजिकल एसोसिएशन की एक अहम सहयोगी और जर्मन साइकोलॉजिकल एसोसिएशन की सदस्य भी हैं।
2 जनवरी को ही क्यों मनाते हैं यह दिन?
2 जनवरी को ही यह दिन मनाए जाने की वजह यह है कि यह क्रिसमस से लेकर नए साल की लंबी छुट्टियों के मौसम के अंत होता है। एक तरह से यह दिन इंट्रोवर्ट लोगों को बिजी सोशल लाइफ से आराम करने का मौका देता है।
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Pic credit- freepik

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