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    क्यों Srinivasa Ramanujan के जन्मदिन पर मनाते हैं राष्ट्रीय गणित दिवस? पढ़ें इनसे जुड़े रोचक किस्से

    Updated: Sun, 22 Dec 2024 12:16 PM (IST)

    क्या आप जानते हैं कि 22 दिसंबर को राष्ट्रीय गणित दिवस मनाया जाता है। इस दिन महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन (Srinivasa Ramanujan) का जन्म हुआ था। उन्हीं की याद में इस दिन (National Mathematics Day) को मनाने की शुरुआत की गई और जैसा रामानुजन का जीवन रहा वह इस उपलब्धि के हकदार भी हैं। आइए जानें रामानुजन के जीवन से जुड़ी कुछ खास बातें।

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    क्यों मनाया जाता है राष्ट्रीय गणित दिवस? (Picture Courtesy: Instagram)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। National Mathematics Day 2024: 22 दिसंबर, भारत के लिए एक विशेष दिन है। इस दिन हम महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन को याद करते हैं। इसी दिन साल 1887 में रामानुजन का जन्म हुआ था। इसलिए ही इस दिन को इस महान गणितज्ञ की याद में मनाया जाता है। उनकी प्रतिभा और गणित के लिए समर्पण ने उन्हें दुनिया में एक अद्वितीय स्थान दिलाया। आइए, रामानुजन के जीवन और उपलब्धियों के कुछ रोचक पहलुओं पर गहराई से नजर डालते हैं।

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    एक साधारण शुरुआत, एक असाधारण प्रतिभा

    तमिलनाडु के एक छोटे से गांव में एक ब्राह्मण परिवार में जन्मे रामानुजन का बचपन आर्थिक तंगी में बीता। उनके पास पढ़ाई के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं थे। फिर भी, गणित के प्रति उनका जुनून अद्भुत था। इसलिए आर्थिक तंगी के बावजूद उन्होंने अपनी शिक्षा को रुकने नहीं दिया।

    उनके पास इतने पैसे भी नहीं थे कि वे अपनी गणनाओं के लिए कागज खरीद सकें। इसलिए वह स्लेट का इस्तेमाल करते थे। स्लेट साफ करने के लिए कपड़ा खोजना भी उन्हें समय की बर्बादी लगती थी। इसलिए वह अपनी स्लेट को अपनी कोहनी से मिटाकर साफ कर देते थे। यह घटना उनकी मेहनत और लगन का प्रमाण है।

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    हार्डी-रामानुजन की जोड़ी

    ब्रिटिश गणितज्ञ जी. एच. हार्डी के साथ रामानुजन की मुलाकात ने गणित के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ा। रामानुजन ने हार्डी को अपने द्वारा खोजे गए सूत्र और थ्योरम भेजे, जिनमें से कई को गणितज्ञों ने पहले कभी नहीं देखा था। हार्डी इन सूत्रों से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने रामानुजन को कैम्ब्रिज बुलाया।

    रामानुजन ने यही रहकर हार्डी के साथ मॉर्डन मैथ्स पर भी काम किया। हार्डी रामानुजन की प्रतिभा से बेहद प्रभावित थे। इसका अंदाजा आप इस घटना से लगा सकते हैं कि एक बार हार्डी ने दुनिया के गणितज्ञों को एक से लेकर 100 तक अंक दिए, जिसमें उन्होंने खुद को 25, डेविड हिलबर्ट को 80 और रामानुजन को 100 में से 100 अंक दिए थे। यह बताता है कि हार्डी रामानुजन को कितना महान गणितज्ञ मानते थे।

    रामानुजन के योगदान

    रामानुजन ने नंबर थियोरी, इंफाइनाइट सीरिज और कंटीन्यूड फ्रैक्शन जैसे क्षेत्रों में अहम योगदान दिए। उनके फॉर्म्यूला का इस्तेमाल आज भी फिजिक्स, कंप्यूटर साइंस और अन्य क्षेत्रों में किया जाता है।

    राष्ट्रीय गणित दिवस

    2012 में, भारत सरकार ने रामानुजन के जन्मदिन, 22 दिसंबर को राष्ट्रीय गणित दिवस घोषित किया। इस दिन, देश भर में स्कूलों और कॉलेजों में गणित से संबंधित कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।

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