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    'क्रॉसबॉडी' स्टाइल में बैग टांगना क्यों पसंद करते हैं कुछ लोग? यहां पढ़ें इससे जुड़े कुछ गहरे राज

    Updated: Sun, 26 Oct 2025 01:03 PM (IST)

    आप सड़क पर हों, मेट्रो में या किसी भीड़-भाड़ वाली जगह पर। कभी ध्यान दिया है कि कुछ लोगों का बैग उनके कंधे पर सीधा नहीं लटका होता, बल्कि एक स्ट्रैप के सहारे छाती के एक सिरे से दूसरी ओर कसकर टिका होता है। क्या आप जानते हैं कि इस स्टाइल के पीछे क्या वजह है? क्या यह सिर्फ कम्फर्ट है या कोई फैशन ट्रेंड? आइए जानते हैं इससे जुड़ी कुछ रोचक बातें।

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    क्यों कुछ लोग अपना बैग क्रॉस-बॉडी पहनना पसंद करते हैं? (Image Source: Freepik) 

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। क्या आपने कभी ध्यान दिया है कि कुछ लोग अपने बैग को कंधे पर लटकाने के बजाय क्रॉस-बॉडी स्टाइल में क्यों पहनते हैं? जी हां, भीड़भाड़ वाली जगहों में आपने देखा होगा कि कई लोग अपना बैग कंधे पर टांगे नहीं रखते, बल्कि उसे क्रॉसबॉडी यानी एक तरफ से पार कर के पहनते हैं। देखने में यह बस एक स्टाइल लगता है, लेकिन मनोविज्ञान के अनुसार यह कई बड़े संकेत देता है। आइए जानते हैं।

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    एक अदृश्य ढाल जैसा एहसास

    जब कोई व्यक्ति अपना बैग क्रॉसबॉडी पहनता है, तो वह बैग शरीर के सामने एक हल्की-सी सीमा रेखा बना देता है। यह “बॉडी लैंग्वेज” का हिस्सा बनकर यह संदेश देता है कि व्यक्ति दूसरों के साथ जुड़ना तो चाहता है, लेकिन अपने व्यक्तिगत स्पेस को भी संभाले रखना चाहता है। मनोविज्ञान की भाषा में इसे “माइक्रो-बाउंड्री” कहा जा सकता है एक छोटी लेकिन लगातार रहने वाली सीमा, जो कहती है, “मैं यहां हूं, लेकिन अपनी जगह पर कंट्रोल मेरा है।”

    छिपे हैं व्यक्तित्व के बड़े राज

    क्रॉसबॉडी बैग पहनने वाले लोग अकसर ऐसे होते हैं जो अपने आसपास की अनिश्चितता को कम करना पसंद करते हैं। बैग शरीर के सामने होने से चीजें नजर में रहती हैं, जिससे चोरी या खोने का डर कम होता है। यह न केवल सुरक्षा की भावना देता है, बल्कि दिमाग पर निगरानी का बोझ भी घटाता है।

    इस स्टाइल को अपनाना कई तरह से फायदे देता है:

    • सुरक्षा की भावना: बैग पर नजर बनी रहती है, जिससे मन शांत रहता है।
    • स्वतंत्रता: दोनों हाथ खुले रहते हैं, जिससे गति और कामकाज आसान होता है।
    • सीमा का संकेत: बैग और स्ट्रैप मिलकर यह बताते हैं कि कोई कितना पास आ सकता है।
    • संगठन का एहसास: जरूरी चीजें तय जगह पर रहने से अव्यवस्था कम होती है।

    सुविधा और आत्मनिर्भरता का मेल

    जो लोग रोजाना सफर करते हैं- मेट्रो, बस या साइकिल से, उनके लिए क्रॉसबॉडी बैग एक व्यावहारिक विकल्प है। टिकट निकालना, मोबाइल देखना या कॉफी पकड़ना, इससे सब आसान हो जाता है। मनोविज्ञान के अनुसार, जब आपकी चीजें आपके रूटीन के अनुरूप काम करती हैं, तो आत्मविश्वास बढ़ता है और दिन सुचारू लगता है।

    बैग को सामने रखने का मतलब शर्मीलापन नहीं

    कई बार लोग सोचते हैं कि जो व्यक्ति बैग को शरीर के सामने ऐसे रखता है, वह शायद शर्मीला या रक्षित स्वभाव का है, लेकिन सच्चाई अक्सर अलग होती है। अनेक लोग बताते हैं कि वे ऐसा इसलिए करते हैं ताकि वे भीड़ में भी अपने संवाद का नियंत्रण रख सकें, जब चाहें मुस्कुराएं, बातचीत करें, लेकिन अचानक स्पर्श या अनचाहे संपर्क से बच सकें। यानि यह अलगाव नहीं, बल्कि सजग सामाजिकता का संकेत है।

    बैग पहनने का अंदाज और पर्सनैलिटी

    आपका बैग भी आपकी पर्सनालिटी की झलक दिखाता है। क्रॉसबॉडी बैग पसंद करने वाले लोग अक्सर संगठित, सावधान और आत्मविश्वासी माने जाते हैं। किसी के लिए यह सादगी और उपयोगिता का प्रतीक होता है, तो किसी के लिए स्टाइल और आत्म-अभिव्यक्ति का जरिया, लेकिन हर रूप में संदेश वही रहता है- जरूरी चीजें पास रखो और दिन को कम्फर्टेबल बनाए रखो।

    बड़ी आबादी वाले शहरों में या यात्रा के दौरान क्रॉसबॉडी बैग सबसे व्यवहारिक साबित होता है। यह न केवल सामान को सुरक्षित रखता है, बल्कि भीड़ में आगे बढ़ने का आत्मविश्वास भी देता है। कई उपसंस्कृतियों में यह स्टाइल स्टेटमेंट भी बन चुका है- साइक्लिंग करने वालों के लिए मैसेंजर बैग, टेक प्रोफेशनल्स के लिए मिनिमल स्लिंग, या कलाकारों के लिए कॉम्पैक्ट लेदर बैग।

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