ब्लैक अंडरआर्म्स की वजह से होती है शर्मिंदगी! तो अपना लें ये आसान उपाय और बनें कॉन्फिडेंट
गर्मियों में स्लीवलेस पहनने की चाहत लगभग हर किसी की होती है। हालांकि अंडरआर्म्स का कालापन ऐसा करने से रोकता है। इस कालेपन के कई कारण हो सकते हैं जैसे- मोटापा डायबिटीज और हार्मोनल बदलाव आदि। इससे छुटकारा पाने के लिए आप कुछ आसान घरेलू उपाय अपना सकते हैं। साथ ही कुछ बातों का ध्यान रखना भी जरूरी है।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। गर्मियों का मौसम आते ही सबसे पहले बाहर आते हैं स्लीवलेस कपड़े और ऐसे में अगर अंडरआर्म्स में कालापन हो तो इस तरह के कपड़ों को पहनने में झिझक महसूस होती है। अंडरआर्म्स का ये कालापन सिर्फ खूबसूरती ही नहीं, आपकी सेहत भी बयां करता है। आइए जानते हैं ब्लैक अंडरआर्म्स के कारण और इससे छुटकारा पाने के उपाय-
इन हिस्सों में नजर आता है कालापन
त्वचा का ये कालापन एकेंथोसिस निग्रिकन्स (एएन) कहलाता है। इसकी वजह से उस हिस्से की त्वचा काली और थोड़ी मोटी हो जाती है। एक रिपोर्ट के मुताबिक 7 से 74% लोगों को शरीर के किसी न किसी हिस्से में कालेपन की समस्या रहती है।
- आर्मपिट
- गर्दन के पिछले हिस्से में
- कोहनियां
- घुटने
यह भी पढ़ें- धूप से बचने के लिए आप भी लगाते हैं Sunscreen, तो जानें इसकी पूरी ABCD
इन वजहों से अंडरआर्म्स में हो सकता है कालापन
- मोटापा- शरीर का वजन ज्यादा होने से आपका शरीर इंसुलिन के प्रभावों के प्रति ज्यादा प्रतिरोधी हो जाता है। ये हॉर्मोन ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करता है। आपके ब्लड में इंसुलिन का स्तर जितना ज्यादा होगा स्किन पिग्मेंटेशन सेल्स उतने ज्यादा बनेंगे। अपने सामान्य बॉडी वेट से 200% ज्यादा वजन वाले आधे से ज्यादा एडल्ट के अंडरआर्म्स में कालेपन की समस्या हो जाती है।
- टाइप 2 डायबिटीज- जिन लोगों को टाइप 2 डायबिटीज की समस्या होती है, उन्हें स्किन पर कालेपन होने का खतरा बढ़ जाता है।
हॉर्मोन सिंड्रोम भी हो सकती है वजह
जिन समस्याओं की वजह से इंसुलिन का स्तर बढ़ता है, वे स्किन के कालेपन या एएन के खतरे को बढ़ा सकती हैं। कुछ ऐसी ही समस्याएं निम्न हैं:-
- पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम
- कुशिंग सिंड्रोम
- हाइपोथायरॉयडिज्म
कुछ दवाओं की वजह से भी इंसुलिन का स्तर बढ़ता है और ये अंडरआर्म्स में कालेपन का कारण बनते हैं।
- इंसुलिन
- कोर्टिकोटस्टेरॉयड
- गर्भनिरोधक गोलियां
इन तरीकों से दूर करें परेशानी
- मोटापा अंडरआर्म्स में कालेपन का प्रमुख कारण है। वजन को कम करके इस समस्या पर काफी हद तक काबू पाया जा सकता है। डायबिटीज के इलाज में भी इससे फायदा मिल सकता है। वजन को हेल्दी तरीके से कम करने के लिए अपने डॉक्टर से बात करें।
- कुछ ऐसे प्रोडक्ट्स भी होते हैं, जिसके इस्तेमाल से अंडरआर्म्स में खुजली होती है और उनमें कालापन आता है। इसलिए इस तरह के प्रोडक्ट इस्तेमाल करने से बचें।
- सेंसिटिव स्किन के लिए बने प्रोडक्ट्स लेने की कोशिश करें। साथ ही फ्रेगरेंस फ्री, डाई-फ्री और प्रिजरवेटिव-फ्री प्रोडक्ट्स ज्यादा यूज करें।
- नेचुरल प्रोडक्ट्स पर भी आंख मूंदकर भरोसा ना करें, उनके लेबल को ध्यान से पढ़कर ही उन्हें खरीदें।
- पारंपरिक तरीके से की जाने वाली शेविंग आसान तो होती है, लेकिन स्किन को डार्क कर सकती है और उस हिस्से में जलन पैदा कर सकती है। इसलिए अंडरआर्म्स की शेविंग करने या हेयर रिमूवल क्रीम लगाने से बचें। इसके लिए आप लेजर जैसे ऑप्शन को भी चुन सकते हैं।
बड़े काम की हैं ये नेचुरल चीजें
- आलू : एक आलू छीलकर उसे कद्दूकस कर लें। उसका रस एक बाउल में निकालकर कॉटन बॉल की मदद से स्किन के काले हिस्से पर लगाएं। दस मिनट बाद साफ पानी से धो लें।
- एप्पल साइडर विनेगर : एक बाउल में 2 टेबलस्पून एप्पल साइडर विनेगर और 2 टेबलस्पून बेकिंग सोडा डालकर अच्छी तरह मिला लें। एक बार इस मिश्रण में बबल आ जाने पर अपने अंडरआर्म्स में लेयर की तरह इसे लगाएं। 20 मिनट के बाद गुनगुने पानी से धो लें।
- एलोवेरा: एलोवेरा के पत्ते से एक छोटे बाउल में जेल निकाल लें। इस जेल को फ्रिज में एक घंटे के लिए ठंडा होने दें। अब इस ठंडे जेल को 15 मिनट तक अंडरआर्म्स में लगाकर रखें और फिर पानी से धो लें।
- खीरा: एक खीरा छीलकर एक बाउल में स्लाइस बनाकर रखें। इन स्लाइसेस को एक घंटे तक रेफ्रिजरेटर में ठंडा होने दें। अब इन ठंडी स्लाइसेस को अपने आर्मपिट पर तब तक लगाएं जब तक कि खीरे का रस न निकलने लगे। 10 मिनट के बाद अच्छी तरह धो लें।
- टी ट्री ऑयल : एक स्प्रे बोटल में आधा चौथाई कप पानी और 4 चम्मच टी ट्री ऑयल डालें। इसे अच्छी तरह शेक करें और अंडरआर्म्स में स्प्रे करें। अब नेचुरली इसे ड्राई होने दें।
यह भी पढ़ें- चिलचिलाती धूप ने छीन ली है पैरों की रंगत, तो इन तरीकों से पाएं टैनिंग से छुटकारा
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।