Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    क्यों हमेशा नीले रंग की पगड़ी पहने नजर आते थे Manmohan Singh, पूर्व पीएम ने खुद बताई थी वजह

    Updated: Fri, 27 Dec 2024 01:01 PM (IST)

    26 दिसंबर की रात देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह ने दुनिया को अलविदा कह दिया। उन्होंने 92 साल की उम्र में दिल्ली के एम्स हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली। वह दो बार देश के प्रधानमंत्री रहे थे। वह हमेशा नीली पगड़ी (Manmohan Singh blue turban) पहने नजर आते हैं। इसके पीछे एक खास वजह थी जिसके बारे में खुद मनमोहन सिंह ने बताया था।

    Hero Image
    क्यों नीली रंग की पगड़ी पहनते थे मनमोहन सिंह

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। गुरुवार रात देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह (Manmohan Singh Passed Away) का निधन हो गया। यह 92 साल के थे और उम्र संबंधी समस्याओं के चलते उनका निधन हो गया। पूर्व पीएम की मौत की खबर सामने आने के बाद से ही पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई है। उनके निधन के बाद देशभर में 7 दिन के राष्ट्रीय शोक का एलान किया गया है। हॉस्पिटल बुलेटिन के मुताबिक मनमोहन सिंह (Manmohan Singh blue turban) लंबे समय तक बीमार थे और गुरुवार रात अचानक घर पर बेहोश होने के बाद उन्हें AIIMS में भर्ती कराया गया था, जहां रात 9:51 बजे उन्होंने आखिरी सांस ली।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    मनमोहन सिंह देश के 14वें प्रधानमंत्री थे, जिन्होंने साल 2004 से लेकर साल 2014 तक, दो बार इस पद का कार्यभार संभाला था। उन्हें कई वजहों से जाना जाता है, लेकिन भारत में लाए वैश्वीकरण और उदारीकरण के लिए उनका नाम हमेशा के लिए इतिहास के पन्नों में दर्ज है। इसके अलावा मनमोहन हमेशा सिर्फ नीली पगड़ी ( Turban significance) पहने ही नजर आते थे। हमेशा एक ही रंग की पगड़ी पहनने के पीछे की वजह खुद मनमोहन सिंह ने बताई थी। ऐसे में आज इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे उनके हमेशा नीली पगड़ी पहनने की वजह-

    यह भी पढ़ें-  साइलेंट प्रधानमंत्री के तमगे पर बोले थे मनमोहन सिंह- 'मैं डरता नहीं हूं...'

    कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी से जुड़ा है राज

    मनमोहन सिंह की नीली पगड़ी की कहानी कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी से जुड़ी हुई है, जहां से उन्होंने मास्टर्स की डिग्री ली थी। ये कहानी साल 2006 की है, जब कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी से उन्हें डॉक्टरेट ऑफ लॉ के लिए सम्मानित किया गया था। इस दौरान वहां मौजूद तत्कालीन ड्यूक ऑफ एडिनबर्ग और यूनिवर्सिटी के चांसलर प्रिंस फिलिप ने सभी का ध्यान उनकी पगड़ी और उसके रंग की तरफ खींचा, जिसके बाद खुद मनमोहन सिंह अपनी नीली पगड़ी का राज खोला था।

    उन्होंने बताया था कि जब वह कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहे थे, तब भी वह सिर्फ नीले रंग की पगड़ी ही पहना करते थे। उनकी इस आदत की वजह से उनके सारे दोस्त उन्हें 'ब्लू टर्बन' (नीली पगड़ी) के नाम से बुलाते थे और यह उस समय उनका निकनेम बन गया था। कॉलेज के दिनों में साथ रहा ये नीला रंग बाद में प्रधानमंत्री बनने तक उनके साथ रहा था।

    यूनिवर्सिटी के लिए प्यार दर्शाती है पगड़ी

    इसके अलावा पूर्व प्रधानमंत्री ने यह भी बताया था कि नीला रंग उनका पसंदीदा रंग रहा है और यह हमेशा से उनका फेवरेट भी है। यही वजह है कि उन्होंने हमेशा नीली रंग की पगड़ी ही चुनी। साथ ही नीला रंग कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी का रंग माना जाता है और मनमोहन सिंह ने बताया था कि कैम्ब्रिज में बिताए दिनों की उनकी यादें बहुत गहरी हैं। ऐसे में उनकी नीली पगड़ी यूनिवर्सिटी के प्रति उनके प्यार और सम्मान को दर्शाती है।

    यह भी पढ़ें-  इस बीमारी से जूझ रहे थे मनमोहन सिंह, 1990 में हुई थी पहली सर्जरी