Perfume या Deodorant, दोनों में क्या है बेस्ट? इस्तेमाल करने से पहले जान लें इनके बीच का अंतर
गर्मियों में पसीने और बदबू से बचने के लिए लोग डिओडोरेंट या परफ्यूम का इस्तेमाल करते हैं पर इनमें अंतर होता है। डिओ पसीने की बदबू कम करता है और इसे सीधे शरीर पर लगाते हैं जिससे ताजगी बनी रहती है। परफ्यूम अच्छी खुशबू के लिए होता है और इसे कपड़ों पर लगाते हैं।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। गर्मियों में पसीने और बदबू से बचने के लिए हर कोई डिओडोरेंट या परफ्यूम का इस्तेमाल करता है। कई लोग सोचते हैं कि दोनों एक जैसे होते हैं, लेकिन हकीकत में इन दोनों में बड़ा अंतर होता है। डिओ पसीने से आने वाली बदबू को कम करता है। इसे सीधे शरीर पर, खासकर अंडरआर्म्स में लगाया जाता है। ये आपको दिनभर तरोताजा महसूस कराता है। वहीं परफ्यूम सिर्फ अच्छी खुशबू के लिए होता है। इसे कपड़ों या शरीर के खास हिस्सों जैसे कलाई या गर्दन पर लगाया जाता है।
परफ्यूम की खुशबू तेज होती है और ज्यादा देर तक टिकती है। लेकिन यह पसीने की बदबू को नहीं रोकती है। आसान शब्दों में समझें तो डिओ बदबू भगाता है और परफ्यूम खुशबू बढ़ाता है। इसलिए जरूरत के हिसाब से दोनों का इस्तेमाल करना सही रहता है। अगर आप पसीने से परेशान हैं तो डिओ लगाएं, और अगर सिर्फ खुशबू चाहिए तो परफ्यूम चुनें। आज का हमारा लेख भी इसी विषय पर है। हम आपको अपने इस लेख में डिओडोरेंट और परफ्यूम के बीच अंतर के बारे में बताने जा रहे हैं। आइए जानते हैं विस्तार से -
डिओडोरेंट क्या हाेता है?
डिओडोरेंट एक खुशबूदार बॉडी प्रोडक्ट होता है, जिसे शरीर से आने वाली पसीने की बदबू को दूर किया जा सकता है। इस प्रोडक्ट को बॉडी के अलग-अलग हिस्सों जैसे अंडरआर्म, गले, पीठ और पेट पर लगाना सही माना जाता है।
क्या होता है परफ्यूम?
परफ्यूम की खुशबू ज्यादा देर तक बनी रहती है। इसे कपड़ों से आने वाली बदबू को दूर करने में मदद मिलती है। इसे कपड़ों पर लगाना सही माना जाता है।
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दोनों में क्या हैं अंतर?
- डिओडोरेंट ओर परफ्यूम में सबसे बड़ा अतंर परफ्यूम एसेंस का होता है। परफ्यूम में परफ्यूम एसेंस 25% होता है जबकि डिओडोरेंट में परफ्यूम एसेंस दो परसेंट तक ही होता है।
- परफ्यूम डिओडोरेंट की तुलना में हार्ड होता है। इसकी खुशबू भी लंबे समय तक टिकाऊ हाेती है। आसान भाषा में कहें ताे इसकी खुशबू 12 से 15 घंटे तक बरकरार रहती है। वहीं डिओडोरेंट की खुशबू 4 घंटों से ज्यादा नहीं टिक पाती है।
- परफ्यूम बॉडी से पसीने की बदबू को दूर करता है। वहीं डिओडोरेंट शरीर के पसीने को सोख लेता है। ये आपको लंबे समय तक फ्रेश फील कराता है।
- इन दोनों की कीमत में भी बड़ा अंतर होता है। डिओडोरेंट का रेट काफी कम होता है जबकि परफ्यूम काफी महंगे होते हैं।
- डिओ को स्प्रे या स्टिक की मदद से लगया जाता है, तो वहीं परफ्यूम को स्प्रे से ही लगा सकते हैं।
- डिओडोरेंट में एल्कोहल की मात्रा 10 से 15% होती है। जबकि परफ्यूम में 15 से 25% होती है।
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