Skincare में बड़ा रोल प्ले करते हैं 5 इंग्रेडिएंट्स, यूज करने के लिए डर्मेटोलॉजिस्ट ने बताए रूल्स
क्या आप भी बेदाग और निखरी त्वचा पाना चाहते हैं? आजकल Skincare प्रोडक्ट्स की भरमार है लेकिन कुछ ऐसे खास इंग्रीडिएंट्स हैं जो आपकी त्वचा को सचमुच बदल सकते हैं। हालांकि इन पावरफुल एक्टिव्स का सही इस्तेमाल जानना बेहद जरूरी है नहीं तो फायदे की जगह नुकसान भी हो सकता है।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। क्या आपका भी बाथरूम शेल्फ ढेर सारे स्किनकेयर प्रोडक्ट्स से भरा है, लेकिन फिर भी मनचाहा ग्लो नहीं मिल रही? क्या कभी समझ नहीं आता कि कौन-सा इंग्रीडिएंट वाकई काम करेगा और कैसे उसे सही तरीके से इस्तेमाल करें? अगर हां, तो यह आर्टिकल आपके लिए ही है।
आजकल मार्केट में इतने प्रोडक्ट्स और इतनी जानकारी है कि हम अक्सर कन्फ्यूज हो जाते हैं, लेकिन फिक्र मत कीजिए, क्योंकि कुछ ऐसे 'हीरो' इंग्रीडिएंट्स हैं जो सचमुच आपकी स्किन को बदल सकते हैं।
एक इंस्टाग्राम रील के जरिए डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. गुरवीन वराइच गरेकर ने कुछ ऐसे टिप्स बताए हैं, जो अक्सर बड़े-बड़े स्किनकेयर ब्रांड्स आपको नहीं बताते! आइए जानते हैं।
सैलिसिलिक एसिड
यह एक बीटा-हाइड्रॉक्सी एसिड (BHA) है जो ऑयली और एक्ने-प्रोन स्किन के लिए बेहतरीन है। यह पोर्स को क्लीन करता है और मुंहासों को कम करने में मदद करता है।
इस्तेमाल का गोल्डन रूल: एक्सपर्ट का कहना है कि सैलिसिलिक एसिड आंखों के पास की सेंसिटिव स्किन को इरिटेट कर सकता है। इसे सिर्फ मुंहासे वाली जगहों पर या टी-जोन (माथा, नाक, ठोड़ी) पर ही इस्तेमाल करें।
ग्लाइकोलिक एसिड
यह एक अल्फा-हाइड्रॉक्सी एसिड (AHA) है जो डेड स्किन सेल्स को हटाकर त्वचा को शाइनी और चिकना बनाता है। यह फाइन लाइन्स और अनईवर स्किन टोन को भी सुधारता है।
इस्तेमाल का गोल्डन रूल: यह एक ऐसा स्किन केयर एक्टिव है, जिसे रोजाना इस्तेमाल करने से स्किन ओवर-एक्सफोलिएट हो सकती है और सेंसिटिव बन सकती है। हफ्ते में 2-3 बार ही इसका यूज करें, खासकर रात में।
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हाइलूरोनिक एसिड
यह एक मॉइस्चर मैग्नेट है जो अपनी वजन से हजार गुना ज्यादा पानी सोख सकता है। यह स्किन को गहराई से हाइड्रेट करता है, उसे मुलायम बनाता है।
इस्तेमाल का गोल्डन रूल: एक्सपर्ट बताती हैं कि हाइलूरोनिक एसिड को हमेशा गीली स्किन पर लगाना चाहिए। अगर आप इसे ड्राई स्किन पर लगाएंगे, तो यह हवा से या आपकी त्वचा से ही नमी खींचना शुरू कर देगा, जिससे त्वचा और ज्यादा ड्राई महसूस हो सकती है। इसे लगाने से पहले चेहरे को हल्का गीला करें या फेस मिस्ट का इस्तेमाल करें।
रेटिनॉल
यह विटामिन ए का एक डेरिवेटिव है जो कोलेजन प्रोडक्शन को बढ़ाता है, फाइन लाइन्स और झुर्रियों को कम करता है और स्किन के टेक्सचर में सुधार करता है।
इस्तेमाल का गोल्डन रूल: रेटिनॉल बहुत पावरफुल एक्टिव होता है। शुरुआत हमेशा कम कंसंट्रेशन से करें और हफ्ते में 1-2 बार ही लगाएं। धीरे-धीरे त्वचा के सहने के अनुसार इसकी फ्रीक्वेंसी बढ़ाएं। जयादा लगाने से लाली, खुजली और पपड़ी जैसी दिक्कतें हो सकती हैं।
सनस्क्रीन
यह आपकी त्वचा को सूरज की हानिकारक यूवी किरणों से बचाता है, जो समय से पहले बुढ़ापा, काले धब्बे और स्किन कैंसर का कारण बन सकती हैं।
इस्तेमाल का गोल्डन रूल: एक्सपर्ट जोर देकर कहती हैं कि सनस्क्रीन को कंजूसी से इस्तेमाल न करें, यानी इसे स्किन पर अच्छी मात्रा में लगाएं ताकि यह पूरी तरह से कवर हो सके। घर के अंदर हों या बाहर, बादल हों या धूप, हर दिन सनस्क्रीन लगाना बेहद जरूरी है। हर 2-3 घंटे में इसे दोबारा लगाएं, खासकर अगर आप पसीना बहा रहे हैं या स्विमिंग कर रहे हैं।
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