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    Jharkhand News: टाटा स्टील अस्पताल में मरीज ने खुद का काटा गला, हुई मौत

    Updated: Fri, 18 Jul 2025 07:30 PM (IST)

    क्योंझर के जोड़ा स्थित टाटा स्टील अस्पताल में बलमा मुंडा नामक एक मरीज ने गला रेतकर आत्महत्या कर ली। परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है उनका कहना है कि घटना को छिपाने की कोशिश की गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों ने अस्पताल पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और जांच के आदेश दिए हैं।

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    जोड़ा में टाटा स्टील अस्पताल में मरीज़ ने काट लिया अपना ही गला। जागरण फोटो

    संवाद सूत्र, बड़बिल। क्योंझर जिला के जोड़ा नगर में अवस्थित टाटा स्टील अस्पताल में मरीज द्वारा गला रेतकर आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। जोड़ा थाना अंतर्गत वार्ड संख्या सात, उली हाटिंग निवासी संजय मुंडा की पत्नी 42 वर्षीय बलमा मुंडा के पैर में टूटे हुए शीशे के संक्रमण के कारण उसे गत 10 जुलाई को टाटा अस्पताल के महिला वार्ड के बेड संख्या 4 पर भर्ती कराया गया था।

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    उसकी बेटी अटेंडेंट के तौर पर अस्पताल में रह रही थी। प्राप्त जानकारी के अनुसार गुरुवार देर रात जब बेटी गहरी नींद में सो रही थी, उस समय बलमा मुंडा ने गला रेतकर आत्महत्या कर ली।

    आरोप लगाया जा रहा है कि अस्पताल प्रबंधन ने घटना को छिपाने के लिए पुलिस को सूचित किए बिना शव को शुक्रवार सुबह करीब 6:20 बजे उसके घर भिजवा दिया।

    पुलिस ने अस्पताल पहुंचकर स्थिति को संभाला

    घटना की जानकारी नगरवासियों में फैलने के बाद सुबह से ही टाटा स्टील अस्पताल में तनावपूर्ण स्थिति देखी गई। बाद में जोड़ा थाने की पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रण में किया। मृतक बलमा मुंडा के पति संजय मुंडा ने कहा कि बलमा के पैर में शीशे घुसने से पैर में सेप्टिक हो गया था।

    बाद में उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। शुक्रवार सुबह तीन बजे बेटी ने फोन से अपनी मां की गला रेत कर मौत की खबर दी और सुबह तड़के चिकित्सक ने शव को घर ले जाने की सलाह दी।

    चिकित्सक ने मंगायी थी औषधि

    संजय मुंडा के मित्र हीरालाल नन्दा ने बताया कि शुरुआती इलाज के दौरान बलमा को रक्त और औषधि की आवश्यकता होने की जानकारी चिकित्सक ने दी और औषधि लाने की सलाह दी किंतु अचानक मौत और अत्यधिक रक्तस्राव के कारण बलमा की पीठ और गर्दन पर निशान ने संदेह के घेरे में ला दिया है।

    अस्पताल कर्मियों पर लग रहे आरोप

    जोड़ा पुलिस ने अस्पताल पहुंचकर उस बिस्तर का निरीक्षण किया जहां बलमा लेटी थी और पाया कि खून से सना चादर, बेडशीट और तकिया वहां नहीं था। शव को बाहर निकालने के बाद खून के धब्बे साफ किए गए और बिस्तर को भी धुला दिया गया था। पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है।

    अधिकारियों ने अस्पताल जाकर की जांच

    घटनास्थल पर पहुंचे चंपुआ उप जिलापाल उमाकांत परीदा, बड़बिल तहसीलदार राकेश कुमार पंडा, बड़बिल के एसडीपीओ देवेन्द्र नाथ पिंगुआ , जोड़ा थाना प्रभारी सुशांत कुमार प्रधान, बामेबारी थाना प्रभारी जोशकेतन भोई अस्पताल पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया।

    इसके साथ ही, टाटा स्टील अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुचिश्मिता दास से भी चर्चा की और रात्रि ड्यूटी पर उपस्थित चिकित्सकों और कर्मचारियों के बारे में जानकारी ली।

    उप जिलापाल उमाकांत परीदा ने कहा कि पुलिस विभिन्न पहलुओं के आधार पर मामले की जांच कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद घटना की सच्चाई उजागर होगी और दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।

    सीएमओ ने घटना पर नहीं दी कोई प्रतिक्रिया

    टाटा स्टील अस्पताल मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुचिश्मिता दास ने घटना और आरोपों पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। जोड़ा थाना प्रभारी सुशांत प्रधान ने बताया है कि इस संबंध में जोड़ा थाने में मृत्यु का मामला का दर्ज किया गया है।

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