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    Jharkhand News: कोल्हान विश्वविद्यालय के शिक्षकों की बल्ले-बल्ले, अब बिना कारण दिए ले सकेंगे 5 प्रतिबंधित अवकाश

    Updated: Thu, 01 May 2025 01:18 PM (IST)

    कोल्हान विश्वविद्यालय के शिक्षकों के लिए अच्छी खबर है। अब वे बिना कारण दिए 12 में से 5 प्रतिबंधित अवकाश ले सकेंगे। इसके अलावा सप्ताह में पांच दिन कार्यदिवस की सुविधा भी मिल सकती है। कुलपति ने शिक्षकों की मांगों पर विचार करने और जल्द ही अधिसूचना जारी करने का आश्वासन दिया है। पदोन्नति और पीएचडी प्रवेश परीक्षा के परिणाम पर भी कार्रवाई की जाएगी।

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    कोल्हान विश्वविद्यालय में बिना कारण दिये 5 प्रतिबंधित अवकाश ले सकेंगे शिक्षक (जागरण)

    जागरण संवाददाता, चाईबासा। कोल्हान विश्वविद्यालय से जुड़े शिक्षक आने वाले दिनों में बिना कारण दिए 12 में से पांच प्रतिबंधित अवकाश ले सकेंगे। इसके अलावा शिक्षकों में पांच दिन कार्यदिवस की सुविधा मिलने की भी आस जगी है।   बुधवार को टीचर्स एसोसिएशन आफ कोल्हान यूनिवर्सिटी (टाकू) के अध्यक्ष डा. संजय कुमार सिंह एवं महासचिव इंदल पासवान ने कुलपति डा. अंजिला गुप्ता से मुलाकात कर उन्हें शिक्षकों की मांगों से अवगत कराया गया।

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    इसमें कहा गया कि मजदूर दिवस को कार्यदिवस के रूप में घोषित किया जाना चाहिए। इस पर कुलपति ने कहा है कि यह छुट्टी राजभवन से घोषित है और राज्यपाल के अनुमोदन के बिना तो इसमें बदलाव सम्भव नही है। अगली बार से 1 मई कार्यदिवस हो, इसके लिए वे जरूर प्रयास करेंगीं।

    बिना कारण दिए 12 में से 5 प्रतिबंधित अवकाश ले सकते हैं

    शिक्षकों की प्रतिबंधित अवकाश में सुधार की मांग पर कुलपति ने कहा कि कोल्हान विश्वविद्यालय जल्द ही एक संशोधित अधिसूचना जारी करेगा, जिसमें कोई भी शिक्षक बिना कारण दिए 12 में से 5 प्रतिबंधित अवकाश ले सकते हैं। इसके अलावा सप्ताह में पांच दिन का कार्यदिवस का प्रस्ताव अकादमिक काउंसिल के बैठक में रखा जाएगा। साथ ही कार्य अवधि 10.30 पूर्वाह्न से शाम 4 बजे तक करने पर भी विचार किया जाएगा।

    पीएचडी प्रवेश परीक्षा का परिणाम भी जल्द

    कुलपति ने टाकू के प्रतिनिधिमंडल को यह भी विश्वास दिलाया कि पीएचडी प्रवेश परीक्षा का परिणाम भी जल्द प्रकाशित कर दिया जाएगा। शिक्षकों के पदोन्नति के सवाल पर कुलपति ने कहा कि इससे संबंधित संचिका का त्वरित निष्पादन के लिए रजिस्ट्रार और प्राक्टर को अविलंब कार्रवाई का आदेश दिया गया है।

    नवनियुक्त शिक्षकों के वार्षिक वेतन वृद्धि एवं सेवा संपुष्टि विषय को आने वाले सिंडिकेट की बैठक में रखने की सहमति देते हुए शिक्षक हित मे निर्णय लेने का आश्वासन दिया गया। डेप्युटेशन के मुद्दे पर उन्होंने रजिस्ट्रार और प्राक्टर को निर्देशित किया कि वैसे शिक्षकों की सूची एवं कब से और कहां प्रतिनियुक्त है, सारा विवरण दिया जाए, जल्दी ही इस मुद्दे को सुलझा लिया जायेगा।

    कार्यरत शिक्षकों का विवरण कुलसचिव से जमा करने का निर्देश दिया

    कुलपति ने एक अन्य मांग के आलोक में ग्रामीण क्षेत्र के महाविद्यालयों में वर्षों से कार्यरत शिक्षकों का विवरण कुलसचिव से जमा करने का निर्देश दिया और उचित निर्णय लेने का भरोसा दिया गया।

    उन्होंने परीक्षा और मूल्यांकन से संबंधित समस्याओं को भी जल्द सुलझाने की बात भी कही। आक्समिक कोष से जुड़ी एक मांग पर कहा कि सभी महाविद्यालयों को जल्द तीन महीनों का आकस्मिक कोष प्रदान कर दिया जायेगा।

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