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    डीटीओ में 40 एंबुलेंस और दो शव वाहन, फिर आदिवासी पिता को थैली में लाना पड़ा बच्ची का शव: गीता कोड़ा

    Updated: Sun, 21 Dec 2025 09:24 PM (IST)

    चाईबासा में, एक आदिवासी पिता को अपनी मृत बच्ची का शव थैली में ले जाने की घटना के बाद भाजपा ने सदर अस्पताल में धरना-प्रदर्शन किया। पूर्व सांसद गीता कोड ...और पढ़ें

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    सोमवार को सदर अस्पताल परिसर में प्रदर्शन करते भाजपा नेता व कार्यकर्ता।

    जागरण संवाददाता, चाईबासा । झारखंड के नोवामुंडी प्रखंड के बालजोड़ी गांव में चार माह की मासूम बच्ची की मौत के बाद शव वाहन नहीं मिलने की अमानवीय घटना ने जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। बच्ची के आदिवासी पिता को मजबूरन अपनी मृत बेटी का शव थैली में रखकर बस से गांव ले जाना पड़ा। 
     
    इस घटना के विरोध में सोमवार को सदर अस्पताल परिसर में भाजपा के जिला अध्यक्ष संजय पांडे के नेतृत्व में जोरदार धरना-प्रदर्शन किया गया। धरना-प्रदर्शन को संबोधित करते हुए पूर्व सांसद गीता कोड़ा ने हेमंत सरकार, जिला प्रशासन और सदर अस्पताल प्रबंधन पर तीखा हमला बोला। 
     
    उन्होंने कहा कि सरकार आदिवासी हितों की बात करती है, लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि आदिवासी परिवारों को इलाज के बाद अपने मृत परिजनों को सम्मानपूर्वक घर ले जाने के लिए शव वाहन तक उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। उन्होंने इस घटना को सरकार और स्वास्थ्य विभाग की विफलता बताया। 
     
    गीता कोड़ा ने बताया कि डीटीओ कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में 40 एंबुलेंस और दो शव वाहन उपलब्ध हैं, जबकि सदर अस्पताल प्रबंधन का दावा है कि उसके पास केवल 20 एंबुलेंस हैं और पूरे जिले के लिए प्रभावी रूप से सिर्फ एक शव वाहन ही संचालित हो रहा है। 
     
    उन्होंने सवाल उठाया कि जब कागजों में संसाधन उपलब्ध हैं, तो जरूरतमंद मरीजों और मृतकों के परिजनों को यह सुविधाएं क्यों नहीं मिल पा रही हैं। पूर्व सांसद ने आरोप लगाया कि हाल ही में राज्य सरकार द्वारा सभी अस्पतालों के लिए फंड जारी किया गया है, इसके बावजूद स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है। 
     
    यह स्थिति गंभीर भ्रष्टाचार, लापरवाही और विभागीय मिलीभगत की ओर इशारा करती है। उन्होंने कहा कि अस्पताल प्रबंधन और स्वास्थ्य विभाग की उदासीनता के कारण ही गरीब और आदिवासी परिवारों को ऐसी अमानवीय परिस्थितियों से गुजरना पड़ रहा है। 

    धरना स्थल पर मौजूद भाजपा नेताओं ने मांग की कि इस मामले की उच्चस्तरीय जांच कर दोषी अधिकारियों और कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही जिले में एंबुलेंस और शव वाहनों की वास्तविक स्थिति सार्वजनिक की जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि जरूरत पड़ने पर आम लोगों को समय पर ये सुविधाएं मिलें।

    धरना-प्रदर्शन में भाजपा के कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए। प्रमुख रूप से राकेश बबलू शर्मा, मुकेश सिंह, भूषण पाट, पीगुवा गीता बालमुचू, सुमन गागराई, राकेश पोद्दार सहित सैकड़ों भाजपा पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद थे। सभी ने एक स्वर में स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की।

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