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    Indian Railway: आज से बदल गए रेल यात्रा के कई नियम, ट्रेन टिकट भी हुई महंगी, यहां जानें सबकुछ

    भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए 1 जुलाई से कई बदलाव किए हैं। तत्काल टिकट बुकिंग के लिए सख्त वेरिफिकेशन रिजर्वेशन चार्ट अब 8 घंटे पहले तैयार होगा और किराए में थोड़ी बढ़ोतरी की गई है। नया पीआरएस सिस्टम दिसंबर 2025 तक शुरू होगा जिससे टिकट बुकिंग क्षमता बढ़ेगी और कालाबाजारी रुकेगी। इन बदलावों का उद्देश्य यात्रियों को बेहतर अनुभव प्रदान करना है।

    By Rupesh Kumar Edited By: Piyush Pandey Updated: Tue, 01 Jul 2025 08:03 AM (IST)
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    प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर। (जागरण)

    जागरण संवाददाता, चक्रधरपुर। भारतीय रेल के 17 जोन सहित 68 रेल मंडलों में 1 जुलाई से ट्रेन यात्रियों के लिए टिकट बुकिंग से जुड़े कई अहम बदलाव लागू हो गए है।

    इसमें वेटिंग लिस्ट वाले यात्रियों के लिए ट्रेन रिजर्वेशन चार्ट जल्दी तैयार करना, तत्काल टिकट बुकिंग के लिए सख्त वेरिफिकेशन और पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम (पीआरएस) पूरी तरह से कायाकल्प करना और ट्रेन के किराए में थोड़ी बढ़ोतरी शामिल है।

    इस संबंध में चक्रधरपुर रेल मंडल के सीनियर डीसीएम आदित्य चौधरी ने कहा कि रेल यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने महत्वपूर्ण बदलाव किये है।

    सबसे खास बात यह है की नए बदलाव से तत्काल टिकट की कालाबाजारी बिल्कुल रुक जाएगी और आम रेल यात्रियों को आसानी से रेलवे रिजर्वेशन टिकट उपलब्ध होगा।

    उन्होंने यह भी कहा की पहले चार्ट 4 घंटे पहले बनता था जो अब एक जुलाई से आठ घंटे पहले बनकर तैयार हो जायेगा। जिससे रेल यात्रियों को अपनी यात्रा का प्लान और वैकल्पिक व्यवस्था का समय मिलेगा।

    उन्होंने कहा की यह बदलाव यात्रियों की सुविधा के लिए की गयी है। उन्होंने रेल यात्रियों से ऐसे बदलावों पर सकारात्मक सोच के साथ रेलवे की मदद करने की अपील की है।

    आज से रेल सफर होगा महंगा

    आज से ट्रेन के किराए में थोड़ी बढ़ोतरी होने वाली है। अगर आप मेल या एक्सप्रेस ट्रेन से सफर करते हैं तो नॉन-एसी क्लास में प्रति किलोमीटर 1 पैसे और एसी क्लास में 2 पैसे की बढ़ोतरी होगी।

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    अच्छी खबर ये है कि 500 किलोमीटर तक की यात्रा के लिए सेकंड क्लास का किराया जस का तस रहेगा। लेकिन अगर आप 500 किलोमीटर से ज्यादा की यात्रा कर रहे हैं, तो किराए में प्रति किलोमीटर आधा पैसा अतिरिक्त देना पड़ सकता है।

    मान लीजिए, आप चक्रधरपुर से बिलासपुर जा रहे हैं, जो करीब 500 किलोमीटर से कम है, तो आपका नॉन-एसी किराया नहीं बढ़ेगा। लेकिन, अगर आप चक्रधरपुर से मुंबई तक का लंबा सफर कर रहे हैं, तो जेब पर थोड़ा असर पड़ेगा।

    रेलवे का कहना है कि ये बढ़ोतरी मामूली है और यात्रियों की सुविधा के लिए बाकी बदलावों को लागू करने में मदद करेगी।

    अब रिजर्वेशन चार्ट 8 घंटे पहले बनेगा

    फिलहाल ट्रेन के खुलने से 4 घंटे पहले रिजर्वेशन चार्ट तैयार किया जाता है, जिससे वेटिंग लिस्ट वाले यात्रियों को वैकल्पिक यात्रा योजना बनाने के लिए बहुत कम समय मिल पाता है। इस समस्या को दूर करने के लिए रेलवे 1 जुलाई से ट्रेन के रवाना होने से 8 घंटे पहले चार्ट तैयार करेगा।

    यह बदलाव विशेष रूप से दूर-दराज और उपनगरीय क्षेत्रों के यात्रियों को टिकट की स्थिति पहले ही स्पष्ट करने में मदद करेगा, जिससे वे बेहतर योजना बना सकें।

    आज से तत्काल टिकट के लिए आधार जरूरी 

    आज से आईआरसीटीसी प्लेटफॉर्म पर तत्काल टिकट केवल वही यूजर्स बुक कर सकेंगे जिनकी पहचान पहले से वेरिफाइड होगी। इसके अलावा, जुलाई के अंत तक रेलवे ओटीपी-आधारित वेरिफिकेशन प्रक्रिया भी लागू करेगा।

    यात्रियों को अपनी पहचान आधार या डिजिलॉकर में अपलोड किए गए अन्य वैध सरकारी दस्तावेजों के माध्यम से प्रमाणित करनी होगी। इस बदलाव का उद्देश्य टिकटों की कालाबाजारी पर रोक लगाना और वास्तविक यात्रियों को प्राथमिकता देना है।

    पहले केवल आधार-प्रमाणित यूजर्स को ही तत्काल टिकट बुक करने की अनुमति थी, लेकिन अब नियमों में थोड़ी राहत देते हुए अन्य सरकारी दस्तावेजों को भी डिजिलॉकर के जरिए मान्यता दी जाएगी।

    दिसंबर 2025 तक रेलवे में नया पीआरएस सिस्टम

    रेलवे का पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम (पीआरएस) दिसंबर माह तक पूरी तरह अपग्रेड हो जाएगा। सेंटर फॉर रेलवे इन्फॉर्मेशन सिस्टम्स (सीआरआईएस) इस प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है। नया पीआरएस सिस्टम मौजूदा सिस्टम से 10 गुना ज्यादा लोड हैंडल कर सकेगा।

    मौजूदा समय में सिस्टम प्रति मिनट 32,000 टिकट बुक कर सकता है, लेकिन नया सिस्टम प्रति मिनट 1.5 लाख से ज्यादा टिकट बुक करने की क्षमता रखेगा। साथ ही, टिकट से जुड़ी पूछताछ की क्षमता भी 4 लाख से बढ़कर 40 लाख प्रति मिनट हो जाएगी।