चार बच्चों में से तीन को चाइल्ड लाइन ने लिया गोद
संवाद सूत्र, गुवा : किरीबुरु थाना अंतर्गत गाड़ा हाटिंग निवासी माधव लागुरी ने अपने चार मासूम बच्चों में से तीन बच्चों को चाइल्ड लाइन के अधिकारियों को सौंप दिया है। चाइल्ड लाइन के अधिकारी तीनों बच्चों के लालन-पालन व शिक्षा हेतु उन्हें अपने साथ ले गये। माधव लागुरी ने जिन तीन मासूम बच्चों को चाइल्ड लाइन को सौंपा है, उसमें सीनू लागुरी (10 वर्ष), अस्कल लागुरी (6 वर्ष) व पूर्णिमा लागुरी (3 वर्ष) शामिल है। चौथे बच्चे को चाइल्ड लाइन ने उसके पिता के पास ही रहने दिया है। माधव लागुरी और उसकी पत्नी लक्ष्मी लागुरी में विवाद होने के कारण लक्ष्मी लागुरी ने बीते चार फरवरी को अपनी झोपड़ी में आत्महत्या कर ली थी । आत्महत्या के बाद मृतका के पति ने अपने कुछ सहयोगियों की मदद से लक्ष्मी का शव दफना दिया था। हालांकि बाद में किरीबुरु के एसडीपीओ अजीत कुमार कुजूर की उपस्थित में व मजिस्ट्रेट की नियुक्ति में झारखंड-ओडिशा सीमा क्षेत्र के जंगल से शव को सात फरवरी को कब्र से निकाल पोस्टमार्टम हेतु भेजा गया था। इस घटना के बाद माधव लागुरी के सामने अपने चारों बच्चों को पालने की समस्या सामने आ गई थी। वहीं, इस दौरान काफी हद तक सारंडा के प्रसिद्ध सामाजसेवी संतोष पंडा ने माधव लागुरी की मदद की। संतोष पंडा पीडित परिवार व बच्चों के खाने-पीने के लिए हर माह राशन सामग्री के अलावा बच्चों के खेलने के लिए खिलौना मुहैया कराते रहे। संतोष पंडा ने इस समस्या के समाधान हेतु चाईबासा स्थित चाईल्ड लाईन से संपर्क साधा। जिसके बाद अंततः चाईल्ड लाईन ने बेहतर कदम उठाते हुए 27 अप्रैल को अपनी जगन्नाथपुर की टीम को किरीबुरु भेज, उक्त चार बच्चों में से तीन बच्चों को गोद लिया। चौथे बच्चे को भी चाइल्ड लाइन द्वारा ले जाने के सवाल पर अधिकारियों ने कहा कि ऐसा करने से माधव लागुरी पारिवारिक जिम्मेदारी से मुक्त होकर वह दूसरी शादी कर लेगा। साथ ही वह सभी बच्चों के साथ मानवीय स्तर से संबंध तोड़ सकता है। बच्चों के प्रति प्यार व खिंचाव बना रहे इसलिये ऐसा किया गया है। हालांकि, जो बच्चा माधव के साथ रहेगा उसकी शिक्षा व लालन-पालन हेतु भी चाइल्ड लाइन जल्द प्रत्येक माह उसके खाते में दो हजार रुपये की सहायता राशि देना प्रारंभ करेगी।