Jharkhand News: सरकारी योजनाओं में रिश्वतखोरी, ACB ने आधा दर्जन अभियंताओं को रंगे हाथ पकड़ा
चाईबासा में सरकारी योजनाओं में रिश्वतखोरी के चलते एसीबी ने आधा दर्जन अधिकारियों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है, जिनमें कार्यपालक अभियंता, कैशियर और नाजि ...और पढ़ें
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एक्शन में एसीबी। (जागरण)
सुधीर पांडेय, चाईबासा। सरकारी योजनाओं में रिश्वतखोरी अब अधिकारियों के लिए परेशानी बनती जा रही है। एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने आधा दर्जन अधिकारियों को रंगे हाथ गिरफ्तार कर जेल भेजा है। इन अधिकारियों में चार कार्यपालक अभियंता, एक कैशियर और एक नाजिर शामिल हैं।
भवन निर्माण विभाग
इस विभाग में अब तक दो कार्यपालक अभियंता रिश्वत लेते पकड़े जा चुके हैं। पहली गिरफ्तारी 2013 में हुई थी, जब कार्यपालक अभियंता सोने लाल दास को 80 हजार रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया। शिकायत अमलाटोला निवासी ठेकेदार जितेंद्र चौबे ने की थी।
छापेमारी में उनके आवास से 14,840 रुपये और कई दस्तावेज बरामद किए गए। न्यायालय ने उन्हें दोषी करार देते हुए छह साल का कारावास सुनाया। दूसरी बार इसी विभाग से अरुण कुमार सिंह मुंडा को शनिवार को 70 हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया।
लघु सिंचाई विभाग
कार्यपालक अभियंता मनोज विद्यार्थी को एसीबी ने 20 जुलाई 2019 में 20 हजार रुपये घूस लेते हुए गिरफ्तार किया था। बंदगांव प्रखंड में कृष्णलया कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा बन रहे 1000 मीटर पीसीसी सड़क निर्माण योजना का एग्रीमेंट करने के लिए प्राक्कलित राशि 80 लाख रुपये का दो प्रतिशत एक लाख 60 हजार रुपये मनोज कुमार ने रिश्वत के रूप में मांगी थी। ठेकेदार टिंकू सिंह की शिकायत पर यह कार्रवाई की गयी थी।
ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल
15 जुलाई 2023 को चाईबासा में ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल के कैशियर भावतारण सिंह उर्फ बीटी सिंह को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए जमशेदपुर एसीबी की टीम ने रंगेहाथ गिरफ्तार किया था।
यह मामला एक ठेकेदार निराकर बिरुवा की शिकायत पर हुआ था, जिसके बिल का भुगतान अटका हुआ था और कैशियर भुगतान करवाने के एवज में रिश्वत मांग रहा था, जिसके बाद एसीबी ने छापेमारी कर उन्हें पकड़ा था।
चक्रधरपुर प्रखंड कार्यालय
नाजिर शेखर पंडित को 3 मार्च 2023 को वीडियोग्राफी बिल भुगतान के एवज में 4,000 रुपये घूस लेते पकड़ा गया। शिकायत विकास बोस ने एसीबी में दर्ज करवाई थी।
इन मामलों से यह स्पष्ट होता है कि एसीबी लगातार सरकारी अधिकारियों में रिश्वतखोरी रोकने के लिए सक्रिय कार्रवाई कर रही है। सभी गिरफ्तार अधिकारियों के खिलाफ जांच और कानूनी प्रक्रिया जारी है।
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