वीडियो कॉल पर बात करने के लिए पिता व दो भाइयों ने मिलकर की लड़की की हत्या, झूठा मामला दर्ज कर प्रेमी को फंसाया
मुस्तफा ने अपनी बेटी को दो-तीन लोगों से बात करने से मना कर रखा था लेकिन सादिया लगातार इनके संपर्क में रही। घटना वाले दिन भी बेटी के वीडियो कॉल पर बात करने के दौरान उसने घटना को अंजाम दिया।

जागरण संवाददाता, चाईबासा। अपने दोस्त के साथ वीडियो काॅल पर बात करने से नाराज परिवार वालों ने मिल कर बेटी की हत्या कर शव को कुंआ में फेंक दिया। हत्या के आरोप में पिता समेत दो भाईयों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। इस संबंध में जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर ने कहा कि 10 फरवरी को मो. मुस्तफा अहमद ग्राम पोटका थाना चक्रधरपुर निवासी ने थाना में शिकायत दर्ज कराई थी कि 9 फरवरी को रात्रि में 20 वर्षीय बेटी सादिया कौशर घर से गुमशुदा हो गई है, जो काफी खोजबीन के बाद भी नहीं मिल रही है।
घर के पास कुएं से मिला सादिया का शव
इस सूचना के आधार पर चक्रधरपुर थाना द्वारा प्रारंभिक जांच के क्रम में इनकी बेटी को ढूंढ़ते हुए सादिया कौशर का मोबाइल ट्रैक कर इन्हीं के घर से बरामद किया गया था। उस घटना के तीन दिन बाद 13 फरवरी को उन्हीं के घर के पूरब दिशा में स्थित एक कुएं से शव बरामद किया गया, जिसकी पहचान सादिया कौशर के रुप में की गई। जिसके बाद पुलिस ने वैज्ञानिक अनुसंधान, डाॅग स्कायड व ट्रैकिंग के माध्यम से जांच की।
पिता ने खूब की बेटी की पिटाई
एसपी ने कहा कि जांच के क्रम में पाया गया कि रात में वीडियो कॉल पर किसी के साथ सादिया कौशर की हो रही बातचीत की आवाज सुनकर उसके पिता मो. मुस्तफा अहमद अपनी बेटी संग मारपीट की थी। इसी दौरान सिर पर चोट लगने की वजह से वह बेहोश हो गई, लेकिन उसे मृत समझ कर मुस्तफा और उनके दोनों पुत्र शेख मो. बकाश व मो. शाद ने मिलकर सादिया कौशर के शरीर में ईंट बांधकर घर के पास स्थित एक कुएं में फेंक दिया।
अपराधियों ने कबूला अपना जुर्म
इस मामले में तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जिन्होंने अपना जुर्म भी कबूल लिया है, जिसके बाद इन्हें कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया। छापामारी दल में सहायक पुलिस अधीक्षक सह अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, चक्रधरपुर अनिल चौधरी,चक्रधरपुर थाना प्रभारी, संतोष कुमार गुप्ता, सुरेन्द्र कुमार, विवेक पाल समेत सशस्त्र बल के जवान शामिल थे।
पुलिस को गुमराह करने के लिए खेला यह दांंव
सादिया कौशर हत्याकांड को अंजाम देने के बाद बड़े उत्साह से पिता मो. मुस्तफा अहमद ने वीडियो काल में बात करने वाले बेटी के प्रेमी के ऊपर दुष्कर्म कर हत्या का मामला चक्रधरपुर थाने में दर्ज कराया था। साथ ही पुलिस के ऊपर प्रेमी को गिरफ्तार करने का लगातार दबाव परिवार की ओर से बनाया जा रहा था, जिससे पुलिस को गुमराह कर प्रेमी को आरोपी बनाया जा सके।
थाने में जाकर लगातार ले रहे थे मामले की जानकारी
घटना को अंजाम देने के बाद पिता और दोनों बेटे आराम से अपने दुकान जाकर काम भी करने लगे, जिससे किसी को भी शक न हो। साथ ही चक्रधरपुर थाना में भी सुबह और शाम पहुंच कर मामले में क्या हुआ इसकी भी जानकारी लेते थे, लेकिन तीन दिन बाद कुएं से शव मिलने के बाद जब पोस्टमार्टम किया जा रहा था उस समय भी परिवार वाले बार-बार पूछताछ कर रहे थे कि दुष्कर्म की पुष्टि हुई है कि नहीं। जब बारीकि से जांच की गई, तो मामला सभी के सामने आ गया और तीनों आरोपियों की गिरफ्तारी हुई।
बेहोश होने पर मृत समझ कर कुंआ में फेंक दिया
पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर ने कहा कि सादिया कौशर को दो-तीन दोस्तों के साथ पहले भी बात करने से मना किया गया था। इसके बाद भी वह नहीं मानी। घटना की रात्रि में वह वीडियो काल पर बात कर रही थी, उसी दौरान गुस्से में आकर उसके पिता ने उसे पीटा।
इस दौरान दीवार के कोने में सर पर चोट लगने से खून बहने लगा और वह बेहोश हो गई। पिता मुस्तफा ने सोचा कि उसकी मौत हो गई है। तुरंत ही उसके शरीर में ईंट बांधकर पास के कुएं में बेहोशी की हालत में ही फेंक दिया गया, जिससे डुबने से उसकी मौत हो गई।
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