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    सिमडेगा में जंगली हाथियों ने मचाया तांडव, तीन ग्रामीणों के घर को किया तबाह; कोई हताहत नहीं

    Updated: Sat, 27 Dec 2025 07:15 PM (IST)

    सिमडेगा के बानो प्रखंड की बिंतुका पंचायत में जंगली हाथियों ने देर रात तीन ग्रामीणों के घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया। अचानक गांव में घुसे हाथी ने दीवारो ...और पढ़ें

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    सिमडेगा में जंगली हाथियों ने मचाया तांडव

    संवाद सूत्र, बानो। प्रखंड क्षेत्र के बिंतुका पंचायत में शुक्रवार देर रात जंगली हाथी के उत्पात से तीन ग्रामीणों के घर क्षतिग्रस्त हो गए। अचानक गांव में घुसे हाथी ने दीवारों को तोड़ते हुए ग्रामीणों के घरों को भारी नुकसान पहुंचाया। 

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    हालांकि घटना के समय किसी प्रकार के जान-माल की क्षति नहीं हुई, जिससे ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। प्राप्त जानकारी के अनुसार होलोंगदा निवासी एतवा जड़िया, खड़िया टोली के इंदर होबो तथा पूरब टोली निवासी बुधवा कंडुलना के घरों को हाथी ने निशाना बनाया। 

    घरों से बाहर निकलकर सुरक्षित स्थानों की ओर भागे लोग

    रात के सन्नाटे में हाथी के गांव में प्रवेश करते ही अफरा-तफरी मच गई और लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकलकर सुरक्षित स्थानों की ओर भागने लगे। घटना के बाद पीड़ित परिवारों ने वन विभाग और स्थानीय प्रशासन से क्षति का आकलन कर शीघ्र मुआवजा देने की मांग की। 

    वहीं ग्रामीणों ने मामले की सूचना पंचायत की मुखिया और वन विभाग को दी। सूचना मिलते ही बिंतुका पंचायत की मुखिया प्रीति बुढ़ तथा वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और क्षतिग्रस्त घरों का निरीक्षण किया। 

    नियमानुसार मुआवजा दिए जाने का आश्वासन

    वन विभाग की टीम ने नुकसान का आकलन करते हुए पीड़ित परिवारों को नियमानुसार मुआवजा दिए जाने का आश्वासन दिया है। साथ ही ग्रामीणों से सतर्क रहने की अपील की गई। मुखिया प्रीति बुढ़ ने भी पीड़ितों को हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया। 

    गौरतलब है कि बानो प्रखंड के इस क्षेत्र में जंगली हाथियों की लगातार आवाजाही से ग्रामीणों में भय का माहौल बना हुआ है। हाथियों के जंगल से निकलकर गांव की ओर आने की घटनाएं लगातार जिले में बढ़ रही हैं। जिससे फसल और मकानों को नुकसान हो रहा है। 

    ग्रामीणों ने प्रशासन से हाथियों की गतिविधियों पर निगरानी बढ़ाने, रात्रि गश्ती की व्यवस्था करने और स्थायी समाधान की दिशा में ठोस कदम उठाने की मांग की है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके।