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    खून से लाल हो रहीं सरायकेला खरसावां जिले की सड़कें, तेज रफ्तार व ओवर लोड बन रहीं काल, आए दिन हो रहींं मौतें

    By Jagran NewsEdited By: Arijita Sen
    Updated: Mon, 22 May 2023 10:01 AM (IST)

    सरायकेला खरसावां जिले की सड़कें आय दिन हो रही सड़क दुर्घटनाओं से लाल हो रही हैं। साल 2022 में कुल 215 सड़क हादसे हुए जबकि इस साल यह आंकड़ा अभी तक 73 तक पहुंचा है। इसके बावजूद वाहनों की रफ्तार पर कोई लगाम नहीं है।

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    सरायकेला खरसावां जिले में आय दिन हो रहे सड़क हादसे।

    गुरदीप राज, सरायकेला। सरायकेला खरसावां जिले में वाहनों की तेज रफ्तार व ओवर लोड वाहन सवारों के लिए काल साबित हो रही है। आए दिन होने वाले सड़क हादसों में खून से सड़कें लाल हो रही हैं। कई मांओं की कोख सुनी हो रही है, तो कई सुहागिनों के सुहाग उजड़ रहे हैं। लेकिन फिर भी चंद रुपयों के लालच में ओवर लोड की रफ्तार और अधिक तेज होती जा रही है।

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    वाहनों की रफ्तार पर नहीं कोई लगाम

    अच्छी सड़कों पर वाहनों की रफ्तार में ब्रेक लगाने वाले कोई नहीं है। जिलें में स्पीड रडार गन का इस्तेमाल नहीं होने से वाहनों की रफ्तार में लगाम नहीं लग रही है। वर्ष 2022 में कुल 215 सड़क हादसे जिले में हुए थे। जिसमें 172 लोगों की मौत हुई थी व 143 लोग गंभीर रुप से घायल हुए थे।

    वर्ष 2023 के अप्रैल माह तक कुल 73 सड़क हादसे हुए, जिसमें 59 लोगों की मौत हुई, जबकि 102 लोग घायल हुए। हर दूसरे दिन सड़क हादसे में मौत की खबरें सामने आ रही हैं।

    सड़क किनारे खड़े वाहन दिखा रहे ट्रैफिक नियम को ठेंगा

    सरायकेला-कांड्रा मुख्य मार्ग के दोनों ओर ट्रक व ट्रेलर को चालक खड़ा कर रहे हैं। राते के अंधेरे में वाहन सवारों को ये ट्रक व ट्रेलर दिखाई नहीं देते हैं, जिस कारण इन वाहनों से टकराकर लोगों की मौत हो रही है। वाहन चालक रात में वाहनों को सड़क किनारे पार्क तो कर रहे हैं, लेकिन पार्किंग लाइट का इस्तेमाल नहीं करते। इन अवैध पार्किंग के कारण लोगों की जाने जा रही हैं।

    भेड़ बकरियों की तरह पिकअप वैन व आटो में करते हैं यात्री सफर

    पिकअप वैन व आटो में भेड़ बकरियों की तरह यात्री सफर करने को मजबूर है। ठेकाकर्मी हो या आम यात्री सभी को चालक चंद रुपयों की खातिर वाहन में बिठा लेता है। चालक यात्रियों को इस तरह वाहनों में भर लेते हैं कि उनके खुद की भी बैठने की जगह नहीं होती है और गंतव्य तक जल्दी पहुंचने के दौड़ में वाहन अनियंत्रित होकर पलट रही हैं। मई माह में दोगुनी व फौजी ढाबा के पास आटो पलटने से दर्जनों यात्री घायल हो चुके हैं।

    हेलमेट चेकिंग पर जुर्माना कर पुलिस रोकना चाह रही सड़क हादसे

    सड़क हादसों को देखते हुए अब बाइकर्स हेलमेट के बिना वाहन की सवारी नहीं के बराबर करते हैं। लेकिन ट्रैफिक पुलिस सड़क हादसों को रोकने के नाम पर हेलमेट चेकिंग, सीट बेल्ट चेकिंग आदि के नाम पर लाखों रुपये जुर्माना वसूल रही है। एक बार वाहन खड़ी हो गई तो हेलमेट से लेकर प्रदूषण के नाम पर जुर्माना दिए बिना बाइक सवार वहां से हिल भी नहीं सकता।

    वाहन के कागजात व हेलमेट जांच के नाम पर अगर सड़क हादसे रुकते, तो अब तक सरायकेला खरसावां जिले के सड़क हादसों का आंकड़ा शून्य पर चला आता। लेकिन पुलिस सिर्फ जुर्माने की रकम से राजस्व में बढ़ाने करने के लिए जांच अभियान चला रही है। अगर यही पुलिस स्पीड रडार गन का इस्तेमाल करती तो शायद तेज रफ्तार पर लगाम लगाई जा सकती थी।

    2023 में हुए सड़क हादसे

    माह हादसा मौत घायल
    जनवरी 17 20 45
    फरवरी 21 14 27
    मार्च 13 10 12
    अप्रैल 22 15 18
    कुल 73 59 102

    साल 2022 का आंकड़ा

    माह हादसा मौत घायल
    जनवरी 14 8 8
    फरवरी 15 19 9
    मार्च  20 14 13
    अप्रैल 18 18 07
    मई 20 22 20
    जून 15 13 09
    जुलाई 22 16 07
    अगस्‍त 24 16 16
    सितंबर 18 12 23
    अक्‍टूबर 13 11 04
    नवंबर 14 09 09
    दिसंबर 22 14 18
    कुल 215 172 143

    सरायकेला-खरसावां जिले के जिला परिवहन पदाधिकारी दिनेश कुमार रंजन ने इस बारे में कहा, लगातार सड़क हादसों को रोकने के लिए ओवर लोड व तेज रफ्तार वाहन चलाने वालों को जागरुक किया जा रहा है। सड़क किनारे अवैध रुप से वाहन पार्किंग करने वालों के चेताया जा रहा है और पार्किंग में ही वाहन खड़ी करने का निर्देश दिए जा रहे हैं।