Jharkhand Crime: संताल परगना में 293 दुष्कर्म के मामले, साहिबगंज में सबसे अधिक
संताल परगना में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में वृद्धि चिंताजनक है। जनवरी से अक्टूबर 2025 तक, 293 बलात्कार, 161 दहेज प्रताड़ना, 151 छेड़खानी और 355 अपहरण ...और पढ़ें

संताल परगना में बढ़े महिलाओं के खिलाफ अपराध। फाइल फोटो
अभिजीत कुमार, बरहड़वा (साहिबगंज)। राज्य भर में अनेकों जागरूकता अभियान चलाए जाने के बावजूद संताल परगना में महिलाओं के साथ अपराध में कमी नाम मात्र की दिख रही है। महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध पर लगाम लगाए जाने के लिए प्रशासन के साथ-साथ आमजनों को भी इसमें विशेष रूचि लेने की जरूरत है।
महिलाओं की सुरक्षा के लिए केंद्र सरकार भी लगातार सक्रिय है। इसके लिए कई कानून बनाए गए हैं। समय समय पर सुरक्षा के नियमों को और कड़ा किया जाता है ताकि अपराधी बच न सकें। झारखंड पुलिस की वेबसाइट के अनुसार, वर्ष 2025 में महिलाओं के साथ हुए अपराध में बढ़ोतरी हुई है।
इस साल जनवरी से अक्टूबर माह तक संताल परगना के सभी जिलों (दुमका, गोड्डा, जामताड़ा, देवघर, साहिबगंज, पाकुड़) को मिलाकर सिर्फ 293 मामले महिलाओं के साथ हुए बलात्कार के हैं, जिनमें सबसे अधिक 71 मामले साहिबगंज जिले में ही घटित हुए हैं।
वहीं, गोड्डा जिले में 54, दुमका जिले में 54, जामताड़ा जिले में 33, देवघर जिले में 52 तथा पाकुड़ जिले में 40 बलात्कार के मामले हो चुके हैं।
साहिबगंज में सबसे अधिक दहेज प्रताड़ना के मामले
सरकार की नजर में विवाह के दौरान विवाह के दौरान दहेज लेना व दहेज देना अपराध की श्रेणी में आता है। इसके लिए जागरूकता कार्यक्रम भी चलते हैं।दहेज प्रताड़ना को महिलाओं को कानूनों की जानकारी व समाज में एकरूपता लाने का प्रयास किया जाता है।
लेकिन वेबसाइट में दर्ज आंकड़ों के अनुसार, संताल परगना के साहिबगंज जिले में वर्ष 2025 के जनवरी से अक्टूबर माह में सबसे अधिक 52 मामले हुए जो महिलाओं के खिलाफ दहेज प्रताड़ना से जुड़े हैं।
वहीं, गोड्डा जिले के भी 42 मामले दहेज प्रताड़ना के हैं। वहीं, सबसे कम दहेज प्रताड़ना के मामले देवघर जिले में हुए है। वहीं, सभी जिलों को मिलाकर देखें तो दहेज प्रताड़ना के कुल 161 मामले इन दस माह में दर्ज हुए हैं। ऐसा नही है कि ये मामले सिर्फ ग्रामीण क्षेत्रों के ही हैं। इनमें अधिकांश मामले शिक्षित इलाकों के भी हैं।
छेड़खानी करने वाले मनचलों पर कसनी होगी नकेल
वेबसाइट में दर्ज आंकड़ों के अनुसार, बीते वर्ष 2024 में संताल परगना के सभी जिलों से 185 मामले महिलाओं के साथ हुए छेड़छाड़ के हैं। जिनमे सबसे अधिक देवघर जिले में 52 तथा सबसे कम पाकुड़ जिले में हुए।
वहीं, इस वर्ष 2025 में देवघर जिले में जनवरी से अक्टूबर तक महिलाओं के साथ छेड़छाड़ के 38 मामले दर्ज हो चुके हैं। जबकि गोड्डा में 40, दुमका जिले में 23, साहिबगंज जिले में 19 , पाकुड़ जिले में 16 तथा जामताड़ा जिले में 15 मामले सामने आ चुके हैं। महज दस माह में ही 151 छेड़खानी के मामले दर्ज हो गये हैं।
महिलाओं के अपहरण की बढ़ रही घटनाएं
बीते वर्ष 2024 में संताल परगना के सभी जिलों से 343 महिलाओं के अपहरण से जुड़े मामले दर्ज हुए हैं। जिनमें सबसे अधिक 103 मामले देवघर तथा सबसे कम जामताड़ा जिले से 32 मामले सामने आये।
वहीं, इस वर्ष 2025 के जनवरी से अक्टूबर तक में ही 355 मामले महिलाओं के अपहरण के आ चुके हैं। जिनमें सबसे ज्यादा गोड्डा जिले के 115 मामले तो सबसे कम पाकुड़ जिले के हैं। वहीं, देवघर जिले के 80 तथा साहिबगंज जिले में 49 मामले हो चुके हैं।
क्या है लोगो की राय
समाज में जो भी समस्या उभर कर आ रही है उसके पीछे एक कारण है मोबाइल, सोशल मीडिया। अभिभावकों को चाहिए कि अपने बच्चों को शुरू से अच्छे संस्कार, शिक्षा से जोड़े। जरूरत पड़ने पर कम से कम मोबाइल का इस्तेमाल कराए। आज बच्चे इंटरनेट मीडिया में देख देख नकल कर अपने जीवन में उतार रहे है। जिला में काउंसलिंग व मन: चिकित्सक केन्द्र होना चाहिए जहां हर दिन लोग जाकर अपना समस्या का निदान करा सके। -प्रो. अनूप कुमार साह, मनोविज्ञान,साहिबगंज कॉलेज
समाज कल्याण के तरफ से जन-जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। मंथन संस्था , चाइल्ड लाइन व बाल संरक्षण यूनिट गांव गांव व साप्ताहिक हाट जाकर लोगो को जागरूक करने का कार्य किया जाता है। बाल विवाह , महिला उत्पीड़न से जुड़े भी मामले आते है उसका काउंसलिंग किया जाता है। महिलाओं के साथ शोषण ,मारपीट का मामला आने पर निदान किया जाता है। गरीब लोगो के न्याय को लेकर निशुल्क वकील की व्यवस्था दी जाती है। -प्रेम लता टुडू, सदस्य,बाल कल्याण समिति

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