शिवा ने 11 साल बाद अपने पिता की हत्या का लिया बदला, मिथुन की कर दी हत्या; 2013 से शुरू हुआ था यह खूनी 'खेल'
साहिबगंज के बरहड़वा थाना क्षेत्र में मिथुन रविदास की हत्या पुरानी रंजिश का परिणाम है। 2013 में शुरू हुए विवाद के बाद बदले की भावना में यह तीसरी हत्या है। मृतक मिथुन रविदास भी पहले एक हत्या के मामले में जेल जा चुका था। 11 साल बाद मृतक के बेटे ने बदला लिया। पारिवारिक कलह भी हत्या का एक कारण बताया जा रहा है।

शंकर लाल घोष, बरहड़वा (साहिबगंज)। बरहड़वा थाना क्षेत्र के श्यामपुर गांव के मिथुन रविदास की हत्या पुराने रंजिश के तहत हुई है। यह हत्या बदले की भावना से की गई है। अबतक यहां बदले की भावना में तीन लोगों की हत्या हो चुकी है।
यह हत्या का खेल वर्ष 2013 में बरहड़वा थाना क्षेत्र के सातगाछी में एक शादी समारोह में झगड़ा से शुरू होती है। मारपीट के बदले की भावना से सचिन रविदास को हत्या कर दी जाती है।
सचिन रविदास के हत्या के मामले में बरहड़वा थाना कांड संख्या 206/ 13 के नामजद अभियुक्त सनोज रविदास को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जाता है। सनोज रविदास और सकलु रविदास दोनों ममेरा भाई है।
वर्ष 2014 में सचिन रविदास के भाई किशुन रविदास और मिथुन रविदास दोनों ने मिलकर सकलु रविदास को उनके पुत्र शिवा रविदास के आंखों के सामने उनके ही गांव में दिनदहाड़े पत्थर से कूचकर निर्मम हत्या कर दी जाती है।
उस समय शिवा का उम्र लगभग 9-10 साल होता होगा। शिवा ने अपने पिता की जान बख्शने के लिए मिथुन रविदास से मिन्नतें करते रहा तथा ग्रामीणों से भी अपने पिता की जान बचाने के लिए गुहार लगाते रहा।
लेकिन न तो गांव वालों ने आगे बढ़कर शिवा के पिता का जान बचाया और न ही मिथुन रविदास को इस बालक पर दया आयी। लाचार बस बालक शिवा क्या करता खून का आंसू पी कर रह गया। अपने आंखों के सामने पिता की मौत का बदला लेने का मन उसी समय बना लिया एक दिन मेरा भी समय आएगा। और हम अपने पिता का बदला जरूर लेगें।
11 साल बाद लिया बदला
लगभग 11 साल के लम्बे समय के इंतजार के बाद शिवा को मौका मिलते ही अरूण रविदास और विजय रविदास के साथ मिलकर मिथुन रविदास को धारदार हथियार से हत्या कर अपना बदला पूरा कर लिया ।
सकलु रविदास के हत्या के मामले में मिथुन रविदास बरहड़वा थाना कांड संख्या 11/ 14 में चार साल जेल में भी रहा है। मिथुन रविदास की हत्या का अंजाम देने में तीन लोग शामिल हैं। तीनों का अलग अलग कारण है जो पुलिस ने अनुसंधान के क्रम में कड़ी से कड़ी जोड़कर पाया है।
विजय रविदास और मिथुन रविदास में एक मामले को लेकर विवाद चल रहा था। विजय रविदास को भय था कि मिथुन रविदास उनकी हत्या कर देगा। इसलिए इस घटना के अंजाम में उन्होंने साथ दिया।
वहीं, अरूण रविदास और शिव रविदास ममेरा भाई है ,तथा मिथुन रविदास के भाई सचिन रविदास के हत्या में जेल जाने वाले सनोज रविदास का भतीजा है।
पुलिस ने यह भी पाया है कि मिथुन रविदास और उनकी पत्नी में किसी बात को लेकर अक्सर झगड़ा होते रहता था। शराब पीकर आने के वाद मिथुन अपने पत्नी के साथ साथ बेटा - बेटी को भी मारपीट करता था।
इसलिए घटना के दिन मां मायके जाने के कारण बच्चे दूसरे के घर में सोया हुआ था। इस तरह की घटना से गांव में दहशत का माहौल है।

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