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    Jharkhand Monsoon 2025: झारखंड में कब होगी मानसून की एंट्री, कितनी होगी बारिश? जानिए IMD का ताजा अपडेट

    Updated: Wed, 14 May 2025 04:18 PM (IST)

    झारखंड में मानसून के पहले हफ्ते में दस्तक देने की उम्मीद है। मौसम विभाग के अनुसार इस बार सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है। कृषि विभाग ने किसानों के लिए 5000 क्विंटल धान के बीज की मांग की है जो 50% अनुदान पर उपलब्ध होंगे। किसान रोहिणी नक्षत्र में धान का बिचड़ा गिरा सकते हैं।

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    जून के पहले सप्ताह तक मानसून पहुंचने की उम्मीद

    जागरण संवाददाता, साहिबगंज। जून के पहले सप्ताह में इस बार साहिबगंज में मानसून पहुंच जाने की उम्मीद है। केरल के तट पर यह 27 मई तक ही पहुंच जाएगा। वहां से यहां तक मानसून के पहुंचने में 10-12 दिन लग सकता है। विगत कुछ साल से एक जून के आसपास केरल के तट पर मानसून पहुंचता था। इस बार इसके चार दिन पहले पहुंचने की उम्मीद है।

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    अगर ऐसा हुआ तो करीब 10 साल बाद इस साल समय पर मानसून के पहुंचेगा। झारखंड में पाकुड़ व साहिबगंज के रास्ते ही मानसून प्रवेश करता है। ऐसे में आठ-नौ जून के बाद राज्य के अन्य जिलों में भी मानसून का असर दिखने लगेगा।

    कितनी होगी बारिश?

    मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार, इस बार सामान्य से ज्यादा बारिश होने की उम्मीद है। ऐसे में गर्मी से लोगों को राहत मिलेगी। जिला में रोहणी नक्षत्र 25 मई से शुरू होकर दो जून तक रहेगी। किसान यदि इस बीच खेत को जोतकर धान का बिचड़ा गिरा देते हैं तो समय से भरपूर पानी मिल जाएगा और पौधा को बढ़ने में मदद मिलेगी।

    5000 क्विंटल धान के बीज की डिमांड:

    कृषि विभाग ने बीज विनिमय वितरण योजना के तहत 5000 क्विंटल धान का बीज व सौ क्विंटल उरद के बीज की मांग की है। डिमांड की स्वीकृति मिलने के साथ जिला से डीडी लगना चालू हो जाएगा और किसान को 50 प्रतिशत अनुदान पर बीज मिलना शुरू हो जाएगा। इस योजना में वैसे किसानों को बीज मिलेगा जो ब्लाक चैन से जुड़े हुए हैं।

    यदि कोई किसान नहीं जुड़े है तो योजना का लाभ उठाने के लिए अपने प्रखंड के अंचलाधिकारी से संपर्क कर आवश्यक जमीन का पेपर जमा कर निबंधन करा सकते हैं।

    अंचलाधिकारी द्वारा प्रमाणित करने के बाद प्रज्ञा केंद्र से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने का प्रावधान है इसके एवज में किसान को न्यूनतम शुल्क देना पड़ता है। पिछले साल करीब 3500 किसान के बीच 1589 क्विंटल धान के बीज का वितरण विभिन्न लैम्पस से किया गया था।

    मानसून सही समय पर साहिबगंज पहुंच जाएगा। 5000 क्विंटल धान के बीज की मांग की गई है। स्वीकृति मिलने के बाद डीडी लगाया जाएगा और बीज साहिबगंज संबंधित लैम्पस पर पहुंचना शुरू हो जाएगा। किसान रोहिणी नक्षत्र के साथ धान का बिचड़ा गिराना शुरू करें और बारिश होने के साथ लाभ मिलना शुरू हो जाएगा। 100 क्विंटल उड़द बीज की भी मांग की गई है। यह भी 50 प्रतिशत अनुदान पर ब्लाक चेन से जुड़े किसानों को मिलेगा। - प्रमोद एक्का, डीएओ, साहिबगंज

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