रूबिका हत्याकांड में हिरासत में दिलदार का पूरा परिवार, घटना के विरोध में आज साहिबगंज बंद की घोषणा
पुलिस दिलदार अंसारी सहित उसकी पत्नी माता-पिता भाई-भाभी समेत परिवार के नौ सदस्यों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। दिलदार की रूबिका से अभी डेढ़ महीने पहले ही शादी हुई थी। रूबिका हत्याकांड को लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश है।
जासं, बोरियो (साहिबगंज)। साहिबगंज के बोरियो में एक मुस्लिम परिवार के सदस्यों ने एकमत होकर विलुप्ताप्राय आदिम जनजाति पहाड़िया समुदाय की 25 वर्षीय महिला रूबिका पहाड़िन की हत्या कर उसके शव के 20 टुकड़े कर दिए। शव के कुछ टुकड़ों को अलग-अलग जगह फेंक कर ठिकाने लगाने की भी कोशिश की गई। इनमें 18 टुकड़े पुलिस ने बरामद कर लिए हैं। शव के 20 टुकड़े करने के लिए 19 प्रहार किए गए। रविवार देर शाम तक महिला के सिर समेत कुछ अंग बरामद नहीं किए जा सके थे।
दिलदार-रूबिका की शादी से सभी थे नाखुश
कबाड़ी का व्यवसाय करने वाले बोरियो बेल टोला निवासी दिलदार अंसारी नाम के युवक ने डेढ़ महीने पहले ही उक्त महिला से शादी की थी। दिलदार पहले से भी शादीशुदा था। इस कारण पत्नी समेत घर के सभी सदस्य रूबिका पहाड़िन से दिलदार की शादी का विरोध कर रहे थे और उसे साथ रखने को तैयार नहीं थे। इसी बीच शनिवार रात दिलदार अंसारी के मामा मोईनुल अंसारी के दोस्त मैनुल अंसारी के घर में धारदार हथियार से काटकर रूबिका की हत्या कर दी गई।
पुलिस की हिरासत में दिलदार सहित परिवार के नौ सदस्य
पुलिस दिलदार अंसारी, उसकी पत्नी, माता-पिता, भाई-भाभी समेत परिवार के नौ सदस्यों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। घटना को लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश है। तनाव को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। भाजपा महिला मोर्चा ने घटना के विरोध में सोमवार को साहिबगंज बंद करने की घोषणा की है।
युवक के मामा मोईनुल के जिम्मे था सिर को ठिकाने लगाना
मैनुल ने बताया कि हत्या लड़के के मामा मोईनुल ने की। उसने सिर को ठिकाने लगाने की जिम्मेदारी ली थी। पुलिस सूत्रों का कहना है कि उसका लोकेशन दिल्ली के आसपास है। मोईनुल के घर से हत्या में प्रयुक्त दो दबिया (बांस काटने का धारदार औजार) बरामद किया गया। शनिवार की रात सीआइडी व फोरेंसिक विशेषज्ञों की टीम बोरियो रवाना हो गई। सभी सुबह पहुंचे। डीआइजी सुदर्शन मंडल भी बोरियो आए और आरोपितों से पूछताछ की। शव के 18 टुकड़े बरामद हो गए थे, सिर नहीं मिला। बरामद अंगों को जांच के लिए धनबाद या रांची भेजा जाएगा। अंगों की पहचान के लिए बोरियो सीएचसी प्रभारी डा. सलखु चंद हांसदा, डा. विनोद कुमार आदि को थाना में बुलाया गया।