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    Jharkhand News: आतंकी गतिविधियों में लिप्त मुफ्ती की गिरफ्तारी से अचंभे में ग्रामीण, मदरसा समिति ने किया बर्खास्त

    Updated: Sun, 25 Aug 2024 06:50 PM (IST)

    झारखंड से अलकायदा इंडिया सब कॉन्टिनेंट (एक्यूआईएस) के पांच आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है। अब इस मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) गिरफ्तार सभी आरोपितों को जल्द ही रिमांड पर लेगी और उनसे पूछताछ भी करेगी। इस मामले को एनआईए पूरी तरह से टेकओवर करने के बाद जांच करेगी। फिलहाल एनआईए इंडियन मुजाहिदीन और आईएसआईएस के आतंकियों की गतिविधियों पहले से तलाश रही है।

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    आतंकी गतिविधियों में शामिल मुफ्ती की गिरफ्तारी से में ग्रामीणों में अचंभा (सांकेतिक तस्वीर)

    राज्य ब्यूरो, रांची। झारखंड से अलकायदा इंडिया सब कॉन्टिनेंट (एक्यूआईएस) के पांच आतंकियों की गिरफ्तारी मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की एंट्री होनी है।

    गिरफ्तार सभी आरोपितों को एनआईए बहुत जल्द ही रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी। संभव है कि इस पूरे केस को एनआईए टेकओवर कर जांच करेगी।

    झारखंड में एनआईए इंडियन मुजाहिदीन तथा आईएसआईएस के आतंकियों की गतिविधियों की पहले से जांच कर रही है। जांच एजेंसी ऐसे आतंकी संगठनों के स्लीपर सेल की भी जानकारी ले रही है। चान्हो के चटवल निवासी मुफ्ती रहमतुल्ला मजाहिरी की गिरफ्तारी के वहां के ग्रामीण अचंभित हैं।

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    मदरसा समिति ने किया बर्खास्त

    मुफ्ती रहमतुल्ला चटवल के ही कुदरतनगर में जमीयतुल मोहसिनात नामक मदरसा में शिक्षक के रूप में कार्यरत था। एटीएस के हाथों आतंकी गतिविधियों में गिरफ्तारी के बाद मदरसा समिति ने उसे बर्खास्त कर दिया है। इस मदरसे में 200 छात्राएं पढ़ती हैं।

    छात्राओं के परिजन का कहना है कि रहमतुल्ला बेहद शालीन तरीके से रहते थे, कभी उनकी गलत गतिविधि की जानकारी किसी को नहीं हुई थी। उनका नाम आतंकी गतिविधि में कैसे जुड़ा, इसपर ग्रामीणों को अब भी विश्वास नहीं हो रहा है।

    एक दिन पहले कोर्ट में पेश करने के बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल झारखंड से एक्यूआइएस के पांच संदिग्ध आतंकियों को अपने साथ ले गई थी।

    इन आतंकियों में डॉ. इश्तियाक अहमद, फैजान अहमद, मोतिउर रहमान, रिजवान बाबर व मुफ्ती रहमतुल्ला शामिल थे। तीन संदिग्धों को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया था, जिनमें मुदब्बीर परवेज, जैनुल अंसारी व जिशान अल्तमस शामिल थे।

    भोपाल से मुफ्ती की डिग्री लिया था रहमतुल्ला

    आतंकी गतिविधियों में गिरफ्तार मुफ्ती रहमतुल्ला की प्रारंभिक शिक्षा चान्हो के टांगर से हुई थी। इसके बाद उसने कांके के मदरसे में पढ़ाई की ओर फिर चतरा चला गया। उसने सहारनपुर से मौलाना की डिग्री ली तथा भोपाल से मुफ्ती की डिग्री प्राप्त की।

    वहां से लौटने के बाद उसने रातू के बानापीड़ी के एक मदरसे में कुछ दिनों तक पढ़ाया और उसके बाद चान्हो चला गया। चान्हो के चटवल में जमीयतुल मोहसिनात नामक मदरसा में पढ़ाने लगा। 2019 में शुरू इस मदरसे का संचालन 17 सदस्यीय एक कमेटी करती है।

    यह मदरसा एकांत में जंगल क्षेत्र में बना है। इसके एक किलोमीटर की परीधी में एक ही घर नहीं है। इस मदरसे में हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू व अरबी की पढ़ाई होती है। यहां करीब 200 छात्राओं को पढ़ाने के लिए चार महिला शिक्षक व दो पुरुष शिक्षक हैं।

    विदेशी फंडिंग के एंगल पर भी चलेगी ईडी की जांच

    ईडी ने एक दिन पूर्व बरियातू के लेक व्यू अस्पताल के संचालक बबलू खान को समन कर 26 अगस्त को पूछताछ के लिए बुलाया है। जमीन घोटाला मामले में बबलू खान से पूछताछ होनी है। बबलू खान जमीन घोटाले में पूर्व में गिरफ्तार अफसर अली का भाई है। वह लेक व्यू अस्पताल का संचालन कर रहा था।

    उस अस्पताल का लाइसेंस डॉ. इश्तियाक के नाम पर था। बबलू खान उसे संचालित कर रहा था। डॉ. इश्तियाक अलकायदा इंडिया सब कंटिनेंट (एक्यूआइएस) का मास्टरमाइंड निकला है, जिसे झारखंड एटीएस के सहयोग से दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने पकड़ा है। ईडी बबलू खान से जमीन घोटाले के पैसे के निवेश की जानकारी लेगी।

    ईडी बबलू खान व डॉ. इश्तियाक के बीच के संबंध की पड़ताल तो करेगी ही, यह भी जानने की कोशिश करेगी कि इस अस्पताल के संचालन की आड़ में विदेशी फंडिंग से आतंक की पौध तो नहीं तैयार हो रही थी। ईडी इन सभी बिंदुओं पर छानबीन करेगी।

    चार साल पहले भी मोदब्बीर से एनआईए ने की थी पूछताछ

    एटीएस ने पूछताछ के बाद चान्हो के बलसोकरा निवासी जिस मोदब्बीर परवेज को छोड़ दिया है, उससे चार साल पहले एनआईए ने भी पूछताछ की थी।

    हालांकि, पूछताछ में उसके विरुद्ध कोई साक्ष्य नहीं मिला था। एक बार फिर एटीएस को भी छानबीन में उसके विरुद्ध कोई ठोस साक्ष्य नहीं मिला है, जिसके चलते उसे छोड़ दिया गया है।

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