झारखंड के 13 मजदूरों को चेन्नई में बनाया बंधक, रिहा करने के लिए बदमाशों ने रख दी शर्त; 2 को ऐसे मिली मुक्ति
टुंडी के जाताखूंटी पंचायत के चरक कला के 13 मजदूरों को नौकरी दिलाने के नाम पर चेन्नई बुलाकर बंधक बना लिया गया और उनके साथ मारपीट भी की गई। सभी के घरों से पांच-पांच हजार रुपये फोन पे से मंगवाए गए। दो मजदूरों को रविवार की शाम मुक्त कर दिया गया लेकिन 11 मजदूर अभी भी अपराधियों के कब्जे में हैं।

दिलीप सिन्हा, धनबाद। टुंडी के सुदूर जाताखूंटी पंचायत के चरक कला के 13 मजदूरों को नौकरी दिलाने के नाम पर चेन्नई बुलाकर बंधक बना लिया गया। इस दौरान उनके साथ मारपीट भी की गई। सभी के घरों से पांच-पांच हजार रुपये फोन पे से मंगवाए। इसके बाद उनमें से दो मजदूरों को रविवार की शाम मुक्त कर दिया।
बाकी 11 मजदूर अभी भी अपराधियों के कब्जे में हैं। इन मजदूरों के स्वजन काफी चिंतित और दहशत में हैं। स्वजन ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से सभी को मुक्त कराने की गुहार लगाई है। बताया जाता है कि जाताखूंटी का बालेश्वर भोक्ता चेन्नई में मजदूरी करता था।
चेन्नई से धनबाद लौटने के क्रम में ट्रेन में ही उसकी पहचान एक व्यक्ति से हुई थी। उसने बालेश्वर को अपना विजिटिंग कार्ड देकर बताया था कि चेन्नई में उसकी कुरकुरे की फैक्ट्री है। उसे मजदूरों की जरूरत है। बालेश्वर से उसने मजदूरों को लाने का आग्रह किया।
उसकी बातों पर भरोसा कर बालेश्वर अपने गांव के 12 मजदूरों को लेकर शुक्रवार को धनबाद से ट्रेन से चेन्नई गया। चेन्नई में रविवार की सुबह करीब चार बजे उतरने के बाद उसने विजिटिंग कार्ड में लिखे मोबाइल नंबर पर कॉल कर बताया कि वह अपने साथ 12 मजदूर लेकर आ गया है।
कुछ ही देर बाद वह व्यक्ति चार पहिया वाहन से वहां पहुंचा और अपने वाहन पर ही सभी को लेकर अज्ञात स्थान पर चला गया। वहां उन सभी की जमकर पिटाई की। इसके बाद सभी पर दबाव बनाया कि वह अपने-अपने घर से 20-20 हजार रुपये फोन पे से मंगवाए। तभी सभी को रिहा किया जाएगा। मजदूर काफी गरीब हैं।
इतने पैसे देने में समर्थ नहीं हैं। काफी गिड़गिड़ाने के बाद वह पांच-पांच हजार लेने के लिए तैयार हुआ। सभी अपने-अपने घरों से संपर्क कर यह राशि मंगवा ली। उनके स्वजन ने घटना की जानकारी ग्रामीण भाजपा के पूर्व जिला महामंत्री दिनेश सिंह को दी।
दो फोन पे नंबर पर अपराधियों ने पैसे मंगवाए
- दिनेश सिंह ने बताया कि दो फोन पे नंबर पर अपराधियों ने यह पैसे मंगवाए हैं। दिनेश सिंह ने मामले की जानकारी गिरिडीह के सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी एवं मनियाडीह थाना प्रभारी को दी। दिनेश सिंह ने बताया कि पैसे मिलने के बाद अपराधियों ने सभी के मोबाइल छीन लिए।
- स्वजन का उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है। जो दो मजदूर मुक्त हुए हैं, वह अभी चेन्नई रेलवे स्टेशन में धनबाद के लिए ट्रेन का इंतजार कर रहे हैं।
ये मजदूर बने बंधक
सुभाष भोगता, कामेश्वर भोगता, सकलदेव भोगता, बालेश्वर भोगता, सुभाष पुजहर, टेकलाल भोगता, गिरजाधर भोगता, संजय भोगता, निर्जन भोगता, पंकज भोगता, दिनेश भोगता, जाना भोगता, विमल पुझर।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।