RJD के पूर्व MLC सुबोध कुमार राय के बाटलिंग प्लांट के खिलाफ मिले पर्याप्त सबूत, अब रद्द होगा लाइसेंस
बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के पूर्व एमएलसी (विधान परिषद सदस्य) रहे सुबोध कुमार राय की रांची के ओरमांझी स्थित शराब निर्माता कंपनी तरंगनी बाटलर् ...और पढ़ें

राज्य ब्यूरो, रांची। रांची के ओरमांझी स्थित शराब निर्माता कंपनी तरंगनी बाटलर्स का लाइसेंस रद्द होगा। यह शराब कंपनी बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के पूर्व एमएलसी (विधान परिषद सदस्य) रहे सुबोध कुमार राय की है।
19 मार्च को हुई थी फैक्ट्री में छापेमारी
जांच में इस फैक्ट्री के विरुद्ध पर्याप्त साक्ष्य मिले हैं, जो लाइसेंस रद्द करने के लिए पर्याप्त बताए जा रहे हैं। अब रांची के सहायक आयुक्त उत्पाद की अनुशंसा के बाद इस पर अंतिम रूप से निर्णय होगा। ओरमांझी स्थित इस प्लांट में उत्पाद विभाग ने गत 19 मार्च को छापेमारी कर 108 पेटी अवैध शराब को जब्त किया था।
फैक्ट्री को सील कर दिया गया
रांची के सहायक आयुक्त उत्पाद रामलीला रवानी के नेतृत्व में उत्पाद विभाग की टीम ने गुप्त सूचना पर यह कार्रवाई की थी। इसके बाद फैक्ट्री को सील कर दिया गया था। संचालक को शो-काज भी किया गया था, जिसके जवाब से विभाग संतुष्ट नहीं है।
भारी मात्रा में हुई थी शराब की बरामदगी
छापेमारी के वक्त उत्पाद विभाग ने मौके से एक 407 ट्रक व कार में लदे 108 पेटी एसी ब्लैक शराब तथा एक कंटेनर में भरे खाली बोतल व शराब बनाने की सामग्री जब्त की थी। मौके से चार लोगों को गिरफ्तार किया गया था। उनसे विभाग के अधिकारियों ने पूछताछ भी की थी।
कभी बंद तो कभी फैक्ट्री में होता था काम
ओरमांझी का यह बाटलिंग प्लांट रांची-पटना राष्ट्रीय राजमार्ग 20 से सटे उकरीद कर्क रेखा स्थित अमरूद बगान परिसर में है। तरंगनी बाटलर्स में काम करने वाले कुछ मजदूरों व आसपास के लोगों ने बताया कि यह प्लांट पिछले डेढ़ साल से संचालित है।
कभी-कभी बीच में बंद होता था और फिर चालू किया जाता था। रात्रि में भी यहां से शराब बनाकर बाहर भेजा जाता था। यहां अधिकतर बाहर के पुरुष मजदूरों को रखा गया था। स्थानीय मजदूरों को किसी ना किसी बहाने से हटा दिया गया था।
बाबूलाल ने लगाया था आरोपित को बचाने का आरोप
छापेमारी के बाद भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने तरंगनी बाटलर्स के संचालक सुबोध कुमार राय को लालू प्रसाद का करीबी बताया था। उन्होंने कहा था कि उक्त फैक्ट्री में नकली शराब तैयार हो रही थी। नकली शराब को पिकअप वैन से आलू की आड़ में झारखंड व बिहार में भेजने का खेल चल रहा था। राजनीतिक संरक्षण प्राप्त होने की वजह से कार्रवाई मैनेज करने की कोशिश हो रही थी।
इस्टर्न मैनुफैक्चरिंग एंड एक्सपोर्ट्स प्रा. लिमिटेड में स्थाई तालाबंदी
रांची में देसी शराब बनाने वाली कंपनी इस्टर्न मैनुफैक्चरिंग एंड एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड में भी स्थाई रूप से तालाबंदी की तैयारी है। यहां भी उत्पाद विभाग की जांच में अनियमितता की जानकारी सामने आई है। बताया जा रहा है कि इस कंपनी का भी लाइसेंस रद्द करने संबंधित विभाग के पास पर्याप्त सबूत हैं। बहुत जल्द ही इस कंपनी के लाइसेंस को भी रद्द करने संबंधित आदेश जारी होगा।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।