गढ़वा में अबुआ आवास योजना में धांधली का मामला सामने आया है। आरोप है कि सोनपुरवा पंचायत में अमीर लोगों को इस योजना का लाभ दिया गया है जबकि गरीब और जरूरतमंद लोग वंचित रह गए। शिकायतें मिलने के बाद भी अधिकारियों द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई है। अब इस मामले में उपायुक्त ने जांच के आदेश दिए हैं।
अंजनी कुमार उपाध्याय, गढ़वा। गरीबों के आशियाने को अमीर लोग हथिया रहे हैं, यूं तो सुनने में यह बात कुछ अजीब सी लगेगी, लेकिन यह सच है। दरअसल, गरीब एवं बेघर लोगों के लिए राज्य सरकार ने जिस तामझाम से अबुआ आवास योजना शुरू किया था, वह कई जगहों में टांय-टांय फिस्स हो गया है।
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सरकार के इस महत्वाकांक्षी योजना को पलीता लगाने में संबंधित पंचायतों के मुखिया, पंचायत सचिव एवं स्वयं सेवक के साथ ही उस प्रखंड के बीडीओ साहब की मिलीभगत है। लाभुक चयन में पैसे के खेल में गरीब एवं जरूरतमंद ताकते रह गए और अमीर लोगों को अबुआ आवास का लाभ दे दिया गया।
इस योजना में सबसे बड़ा खेल मझिआंव प्रखंड के सोनपुरवा पंचायत में चला है, जहां तीन दर्जन से अधिक वैसे लोगों या उनके सगे संबंधियों को योजना का लाभुक बना दिया गया है, जो आर्थिक रूप से संपन्न हैं या यूं कहें कि याेजना का लाभुक बनने की अहर्ता नहीं रखते।
जबकि जरूरतमंद लोगों ने बीडीओ से लेकर जिला स्तर पर आला अधिकारियों को गुहार लगाते रहे। लेकिन इस मामले में अबतक कोई कार्रवाई ही नहीं हुई।
शहर में दो तल्ला मकान वाले को गांव में मिला है अबुआ आवास
सोनपुरवा पंचायत के मझिगावां गांव के अजय विश्वकर्मा का गढ़वा शहर में दो तल्ला मकान है एवं वे ठेकेदारी करते हैं और जीएसटी पेयी भी हैं। लेकिन उन्हें भी गांव में अबुआ आवास का लाभ मिला है।
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गढ़वा शहर में दो तल्ला मकान वाले अमीर व्यक्ति को गांव में दे दिया अबुआ आवास।
इस संबंध में सोनपुरवा पंचायत के आछोडीह गांव निवासी समाजसेवी आनंद कुमार दुबे बताते हैं कि अजय विश्वकर्मा के भतीजा नारद शर्मा की पत्नी पूजा देवी स्वयंसेवक हैं। स्वयंसेवक ने ही अजय को अबुआ आवास दिलाने में अहम भूमिका निभाई है।
आनंद कुमार दुबे की मानें तो पूरे पंचायत में 50 से अधिक ऐसे लोगों को पैसे लेकर अबुआ आवास का लाभुक बनाया गया है। वे बताते हैं कि आछोडीह गांव के अनिल दुबे भी आर्थिक रूप से संपन्न व्यक्ति हैं, लेकिन उनकी पत्नी नीलम देवी को भी अबुआ आवास का लाभुक बना दिया गया है।
आमजनों की शिकायतों पर गौर ही नहीं करते हैं अधिकारी
समाजसेवी आनंद कुमार दुबे ने बताया कि सोनपुरवा पंचायत में अबुआ आवास योजना के लाभुक चयन में व्याप्त भ्रष्टाचार के मामले को लेकर कई बार मझिआंव के बीडीओ को लिखित एवं मौखिक तौर पर शिकायत कर जांच की मांग कर चुके हैं। लेकिन अधिकारियों के कान पर जूं तक नहीं रेंगता है।
वे बताते हैं कि इस बार गढ़वा के अनुमंडल पदाधिकारी से मिलकर उन्हें आवेदन देकर स्वयंसेवक को बर्खास्त करने एवं मुखिया की वित्तीय शक्ति जब्त करने समेत पूरे मामले में कार्रवाई की मांग कर चुके हैं। शायद, इस बार पूरे मामले की जांच हो जाए तो सारा खेल सामने आ जाएगा।
इधर, एसडीओ संजय कुमार ने मझिआंव बीडीओ को अयोग्य परिवारों को अबुआ आवास योजना का लाभुक बनाए जाने के मामले की जांच कर प्रतिवेदन देने का निर्देश दिया है।
लेकिन, अब देखना यह है कि अब तक अंबुजआ आवास योजना में अयोग्य परिवारों को लाभान्वित किए जाने की शिकायतों को नजरंदाज करने वाले मझिआंव बीडीओ इस बार क्या रिपोर्ट देते हैं।
अबुआ आवास के लाभुक चयन में अनियमितता के मामले में आवेदन मिलने पर टीम गठित कर जांच कराई जाएगी। जो भी लोग दोषी पाए जाएंगे, उनके विरूद्ध कार्रवाई होगी। - शेखर जमुआर, उपायुक्त, गढ़वा।
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