Jharkhand के 99 रेलवे स्टेशनों और 46 सर्विस बिल्डिंग को मिलेगी 'सौर उर्जा', जल्द लगाए जाएंगे 'सोलर प्लांट'
भारतीय रेलवे जीरो कार्बन उत्सर्जन मिशन के तहत वित्तीय वर्ष 2024-25 में धनबाद रेल मंडल के डाल्टनगंज समेत 99 रेलवे स्टेशनों और 46 सर्विस बिल्डिंग पर सोलर प्लांट को लगाएगी। इन सोलर प्लांट को लगाने के लिए बीते दिनों एक टेंडर भी जारी किया गया था। बता दें कि टेंडर फाइनल होने के बाद सोलर प्लांट को लगाने के काम में आसानी होगा।

जागरण संवाददाता,मेदिनीनगर (पलामू)। भारतीय रेलवे जीरो कार्बन उत्सर्जन (Zero Carbon Emissions) मिशन की दिशा में कार्य कर रहा है।
इसके तहत वित्तीय वर्ष 2024-25 में धनबाद रेल मंडल के डाल्टनगंज समेत 99 स्टेशन व 46 सर्विस बिल्डिंग पर सोलर प्लांट को लगाया जाएगा।
इसमें 99 स्टेशन भवनों पर कुल 2482 किलोवाट और 46 सर्विस बिल्डिंग पर 1530 किलोवाट के प्लांट लगाए जाएंगे। सोलर प्लांट लगाने के लिए 21 करोड़ 85 लाख 50 हजार 971 रुपये का प्राक्कलन बनाया गया है। इसके लिए बीते दिनों टेंडर भी हो गया है।
टेंडर फाइनल होने के बाद सोलर प्लांट लगाने का काम होगा
टेंडर फाइनल होने के बाद सोलर प्लांट को लगाने का कार्य होगा। वर्तमान में धनबाद रेलवे मंडल में कुल 170 स्टेशन व हाल्ट हैं। इसमें धनबाद समेत कुल सात स्टेशन- गझंडी, हजारीबाग टाउन, बरकाकाना, पारसनाथ, गढ़वा रोड, नगर उंटारी पर सोलर प्लांट लगे हुए हैं।
इससे उत्पन्न बिजली का उपयोग भवन में किया जाता है। सोलर ऊर्जा से बिजली खरीदने में व्यय कम करने से राजस्व की बचत हो रही है।इन स्टेशनों पर वितीय वर्ष 2023-24 में 5.60 लाख किलोवाट बिजली का उत्पादन हुआ। इससे रेलवे को बिजली मद में 22.54 लाख राजस्व की बचत हुई।
इन रेलवे स्टेशनों पर लगेगा सोलर प्लांट
धनबाद रेलवे मंडल के 99 रेलवे स्टेशनों पर सोलर प्लांट लगाए जाएंगे। इसमें गोमो, चिचांकी, पारसनाथ, फुसरो, गोमिया, गुरपा, गजहंडी, पिपराडीह, पतरातू, डालटनगंज, चोपन, हजारीबाग रोड, बरकाकाना, बरवाडीह, सिंगरौली आदि शामिल है।
इन सभी स्टेशन भवनों में बिजली की जरूरत के अनुसार वहां सोलर पैनल लगाया जायेगा। वहीं दूसरी ओर 46 सर्विस बिल्डिंग का चयन किया गया है। इन भवनों में भी सोलर पैनल लगेंगे। सर्विस बिल्डिंग में आरआरआइ, पार्सल, आरपीएफ समेत अन्य भवन शामिल है।
योजना के तहत कार्य पूरा होने के बाद विद्युत ऊर्जा का बचत होने के साथ राजस्व भी बचेगा। वर्तमान में इन रेलवे स्टेशनों उनके सर्विस बिल्डिंगों व कालोनियों में विद्युत आपूर्ति के लिए रेलवे डीवीसी और जेबीवीएनएल पर निर्भर है। सोलर पावर के उत्पादन से उक्त दोनों संस्थानों पर से रेलवे की निर्भरता बहुत हद तक कम हो जाएगी।
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