Shibu Soren: तीन बार राज्यसभा के लिए चुने गए गुरुजी, लेकिन कभी पूरा नहीं कर सके कार्यकाल, यहां जानिए कब और क्यों छोड़नी पड़ी सदस्यता
इसे संयोग ही कहा जाए कि पूर्व मुख्यमंत्री दिशोम गुरु शिबू सोरेन राज्यसभा के लिए तीन बार निर्वाचित हुए लेकिन तीनों बार वे कार्यकाल पूरा नहीं कर सके। पूर्व में दोनों बार किसी न किसी कारणों से उन्होंने राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा देना पड़ा था। तीसरे कार्यकाल में उन्होंने दुनिया से ही अंतिम विदाई ले ली। उनका कार्यकाल 21 जून 2026 को पूरा होना था।

नीरज अम्बष्ठ, रांची। पूर्व मुख्यमंत्री दिशोम गुरु शिबू सोरेन राज्यसभा के लिए तीन बार निर्वाचित हुए, लेकिन तीनों बार वे कार्यकाल पूरा नहीं कर सके।
पूर्व में दोनों बार किसी न किसी कारणों से उन्होंने राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। तीसरे कार्यकाल में उनके निधन होने के कारण कार्यकाल पूरा नहीं हो सका।
गुरुजी तीसरी बार 22 जून 2020 को राज्यसभा सदस्य निर्वाचित हुए थे, जिनका कार्यकाल 21 जून 2026 को पूरा होना था।
शिबू सोरेन सबसे पहली बार आठ जुलाई 1998 को राज्यसभा सदस्य निर्वाचित हुए थे। उस समय उनके विरुद्ध चुनाव में खड़े तथा प्राप्त मतों में दूसरे स्थान पर रहे दयानंद सहाय ने उनके निर्वाचन को पटना उच्च न्यायालय में चुनौती दी।
यह कहते हुए चुनाव याचिका दायर थी कि वे झारखंड क्षेत्र स्वशासी परिषद (जैक) के अध्यक्ष होने के कारण लाभ के पद पर थे।
न्यायालय ने चुनाव याचिका को स्वीकार करते हुए शिबू सोरेन के निर्वाचन को रद कर दिया था। शिबू सोरेन ने पटना उच्च न्यायालय के आदेश के विरुद्ध सर्वोच्च न्यायालय में अपील दाखिल की थी।
इनकी अपील शीर्ष न्यायालय ने जैक के अध्यक्ष का पद लाभ का पद बताते हुए 19 जुलाई 2001 को निरस्त कर दी थी। हालांकि शिबू ने इससे एक दिन पहले 18 जुलाई 2001 को ही राज्यसभा के सदस्य के पद से इस्तीफा दे दिया था।
दूसरी बार शिबू सोरेन 10 अप्रैल 2002 को राज्यसभा सदस्य निर्वाचित हुए। हालांकि उन्होंने दुमका लोकसभा उपचुनाव जीतने के बाद दो जून 2002 को राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था।
शिबू सोरेन के निधन के बाद झारखंड में राज्यसभा की एक सीट रिक्त हो गई है। वर्तमान में भाजपा के दीपक प्रकाश, आदित्य साहू तथा प्रदीप वर्मा तथा झामुमो के सरफराज अहमद तथा महुआ माजी राज्यसभा सदस्य हैं। इनमें सबसे पहले दीपक प्रकाश का कार्यकाल 21 जून 2026 को रिक्त होगा।
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