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    RSS News: 1925 में आरएसएस की हुई स्थापना, विजयादशमी पर शक्ति की उपासना करता संघ

    By Jagran NewsEdited By: M Ekhlaque
    Updated: Sun, 02 Oct 2022 06:21 PM (IST)

    RSS News राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों ने रविवार को शस्त्र पूजा की। संघ की स्थापना विजयादशमी के दिन ही हुई थी। संघ इस दिन शक्ति की उपासना कर स्थापना दिवस मनाता है। रांची में भी स्थापना दिवस मनाया गया।

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    RSS News: रांची में शस्त्र की पूजा करते आरएसएस के स्वयंसेवक।

    रांची, जागरण संवाददाता। Rashtriya Swayamsevak Sangh राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र संपर्क प्रमुख अनिल ठाकुर ने कहा कि विजयादशमी के दिन 1925 में संघ की स्थापना होने के बाद भी आरएसएस अपना स्थापना दिवस नहीं मनाता। वह विजयादशमी उत्सव मनाता है और उसमें शक्ति की उपासना करता है। स्थापना के एक वर्ष बाद आरएसएस का नामकरण हुआ था।

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    अनिल ठाकुर ने रांची में स्वयंसेवकों को किया संबोधित

    संघ के संस्थापक डा केशव बलिराम हेडगेवार ने कहा था कि हम जन्म दिवस मनाने के लिए संघ की स्थापना नहीं कर रहे हैं। हम शक्ति की उपासना के लिए संघ की स्थापना कर रहे हैं। हमें काम अपना प्रारंभ करना है। संघ ने 100 वर्ष पूरे होने पर भी कोई बड़ा कार्यक्रम करने का तय नहीं किया है, पूरे देश में शाखा विस्तार का लक्ष्य रखा है। वे रविवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के केशव नगर धुर्वा की ओर से आयोजित विजयादशमी उत्सव समारोह के अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में स्वयंसेवकों एवं समाज के लोगों को संबोधित कर रहे थे।

    तीन वर्ष बाद तय हुआ कि ध्वज ही गुरु : अनिल ठाकुर

    अनिल ठाकुर ने कहा कि संघ संस्थापक डाक्टर साहब ने तीन वर्ष बाद व्यास पूर्णिमा के दिन तय किया कि ध्वज ही गुरु है। प्रचार से संगठन और स्वयं को दूर रखा। देश के अलग-अलग भागों में जो स्वयंसेवक संघ के प्रचार के लिए गए वह डाक्टर साहब के बारे में किसी को नहीं बताते थे। उनकी जीवनी ज्यादा लोगों को पता भी नहीं था। हर जगह एक शक्तिशाली संगठन शुरू करना है, शाखा प्रारंभ करनी है को ध्यान में रखते हुए ही काम शुरू किया। डाक्टर साहब की मृत्यु के एक वर्ष बाद उनकी एक पतली सी जीवनी छपी थी।

    1992 के बाद संघ में प्रचार विभाग शुरू हुआ

    उन्होंने कहा कि 1992 के बाद संघ में प्रचार विभाग शुरू किया गया। डाक्टर साहब कहा करते थे कि संघ कोई समाज से अलग संगठन नहीं रहेगा। ऐसा काम करेंगे कि आने वाले समय में संघ को समाज में विलीन हो जाना चाहिए। आज समाज जाग चुका है। समाज में जो आसुरी शक्ति है उसका नाश करते हुए सज्जन शक्ति को बढ़ाना है। शाखा का विस्तार करना है। शहर के हर मोहल्ले में भारत माता की जय बोलने वाला व्यक्ति हो। स्थिति ऐसी है कि पूरी दुनिया हमारी ओर देख रही है। हमें फिर से भारत को विश्व गुरु बनाना है।

    भारत एक दिन जरूर बनेगा विश्व गुरू

    इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रोफेसर जेपी पांडेय ने कहा कि आरएसएस अपने लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है। भारत विश्व गुरु एक दिन जरूर बनेगा। कार्यक्रम के प्रारंभ में स्वयंसेवकों ने पर संचलन निकाला। मुख्य कार्यक्रम प्रारंभ होने पर अतिथियों ने शस्त्र का पूजन किया। इस अवसर पर प्रांत प्रचारक गोपाल शर्मा, महानगर सह संघचालक सत्यनारायण कंठ, नगर कार्यवाह सुबोध कुमार, विजय केशरी, ललन कुमार, सुनील कुमार सहित बड़ी संख्या में नगर के स्वयंसेवक और आम नागरिक उपस्थित थे।