Jharkhand Politics: हेमंत सोरेन के 34 विधायक कितने अमीर, टोटल संपत्ति जान उड़ जाएंगे होश!
देशभर के विधायकों की कुल संपत्ति 73348 करोड़ रुपये है जो तीन राज्यों के पिछले वित्तीय वर्ष के कुल बजट से भी अधिक है। क्षेत्रीय दलों के विधायक भी संपत्ति के मामले में कम नहीं हैं लेकिन झारखंड में सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के विधायक इस मामले में ज्यादातर बड़े क्षेत्रीय दलों से पीछे हैं। झामुमो के विधायकों की औसत संपत्ति लगभग छह करोड़ है।
प्रदीप सिंह, रांची। सामान्य तौर पर राजनीति में रातोंरात सितारे बुलंद हो जाते हैं। लक्ष्मी जनप्रतिनिधियों के प्रति मेहरबान रहतीं हैं। देशभर के विधायकों की कुल संपत्ति अगर जोड़ दी जाए तो यह कई राज्यों के सालाना बजट के करीब है। फिलहाल, देशभर में कुल 4092 विधायक हैं और इनकी कुल संपत्ति 73,348 करोड़ रुपये है।
यह देश के तीन राज्यों नागालैंड, त्रिपुरा और मेघालय के पिछले वित्तीय वर्ष के कुल बजट को मिलाकर उससे से अधिक है। क्षेत्रीय दलों के विधायक भी संपत्ति के मामले में कम नहीं हैं। हालांकि, झारखंड में सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के विधायक इस मामले में ज्यादातर बड़े क्षेत्रीय दलों से पीछे हैं।
पिछले साल राज्य की सत्ता में दोबारा लौटे झामुमो के पास कुल 34 विधायक हैं। इन सभी विधायकों की कुल संपत्ति मिलाकर 214 करोड़ है। ऐसे में प्रति विधायक औसत संपत्ति लगभग छह करोड़ है, जबकि देश के अन्य प्रांतों के क्षेत्रीय दलों के विधायक अपेक्षाकृत अधिक धनवान हैं।
बिहार में सत्तारूढ़ जदयू के 49 विधायकों की कुल संपत्ति 339 करोड़ से ज्यादा है। हालांकि, उससे ज्यादा धनवान विधायक लालू प्रसाद की राजद के पास हैं। राजद के 76 विधायकों की कुल संपत्ति 454 करोड़ से अधिक है। वहीं, ओडिशा में काफी समय तक सत्ता में रहे बीजेडी के 51 विधायकों की कुल संपत्ति 732 करोड़ है। उसके प्रति विधायक की संपत्ति का औसत 14 करोड़ रुपये है।
टॉप टेन धनवान विधायकों में एक भी हिन्दी पट्टी के राज्यों से नहीं
धनवान विधायकों में यह भी एक रोचक पक्ष है कि शीर्ष दस विधायकों में हिन्दी पट्टी के राज्यों से एक भी विधायक नहीं है। जबकि सबसे कम संपत्ति में शीर्ष पर बंगाल, पंजाब, जम्मू-कश्मीर,यूपी, ओडिशा, बिहार के विधायक हैं। महाराष्ट्र के घाटकोपर ईस्ट के भाजपा विधायक पराग शाह अमीर विधायकों में शीर्ष पर हैं। उनकी कुल संपत्ति 3383 करोड़ से अधिक है।
वहीं, दूसरे नंबर पर कर्नाटक के कनकपुरा के कांग्रेस विधायक डीके शिवकुमार की कुल संपत्ति 1413 करोड़, गौरीबिदनौर के निर्दलीय विधायक केएच पुट्टास्वामी गौड़ा की संपत्ति 1267 करोड़, गोविंदराजनगर की कांग्रेस विधायक प्रियाकृष्णा की संपत्ति 1156 करोड़ आंध्रप्रदेश के सीएम और कुप्पम के विधायक चंद्रबाबू नायडू की संपत्ति 931 करोड़, नेल्लोर सिटी के टीडीपी विधायक नारायणा पोंगुरू की संपत्ति 824 करोड़, पुलिवेंदुला के विधायक और पूर्व सीएम वाइएस जगन मोहन रेड्डी की कुल संपत्ति 757 करोड़, कोवूर के टीडीपी विधायक प्रशांति रेड्डी वेमीरेड्डी की कुल संपत्ति 716 करोड़, गुजरात के मानसा के भाजपा विधायक जेएस पटेल की संपत्ति 661 करोड़ और कर्नाटक के हेब्बल के कांग्रेस विधायक सुरेश बीएस की संपत्ति 648 करोड़ है।
1700 रुपये कुल संपत्ति वाले भी माननीय
सबसे कम संपत्ति वाले विधायकों की सूची में शीर्ष पर बंगाल के इंदस विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक हैं, जिनके पास कुल 1700 रुपये की संपत्ति है।
दूसरे स्थान पर पंजाब, फजिल्का के नरिंदर पाल सिंह सावना, संगरूर की नरिंदर कौर भराज, जम्मू-कश्मीर के डोडा के मेहराज मलिक, बंगाल के नवदीप के पुंडरीकायस्थ साहा, यूपी के चित्रकूट के अनिल कुमार अनिल प्रधान, ओडिशा के बंगरीपोशी के संझली मुर्मू, बंगाल के सलतोरा की चंदना बाउरी, त्रिपुरा के राइमा वैली के नंदिता देवरामा रियांग और बिहार के अलौली के राजद विधायक रामवृक्ष सदा हैं। सदा की कुल संपत्ति 70 हजार से अधिक है।
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