रांची के लोगों के लिए खुशखबरी, 3 जुलाई को रातू रोड एलिवेटेड कॉरिडोर का होगा उद्घाटन; जाम से मिलेगी मुक्ति
रांची में ट्रैफिक जाम से निजात दिलाने के लिए बना रातू रोड एलिवेटेड कॉरिडोर 3 जुलाई को जनता के लिए खुलेगा। 3.57 किमी लंबा यह फ्लाईओवर नागाबाबा खटाल से हेहल पोस्ट ऑफिस तक बनाया गया है। यह फ्लाईओवर हरमू रोड पंडरा मांडर जैसे क्षेत्रों में ट्रैफिक जाम से राहत देगा और कचहरी से पंडरा तक का सफर सिर्फ 4 मिनट में तय होगा।

राज्य ब्यूरो, रांची। राजधानी रांची में ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात दिलाने वाला रातू रोड एलिवेटेड कॉरिडोर तीन जुलाई को जनता को समर्पित किया जाएगा।
पहले इसका उद्घाटन 19 जून को प्रस्तावित था, लेकिन केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने इसे स्थगित कर नई तिथि घोषित की है। मंगलवार को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के कार्यालय द्वारा जारी आदेश में यह जानकारी दी गई है।
एनएच-75 पर निर्मित 3.57 किमी लंबा यह एलिवेटेड कॉरिडोर नागाबाबा खटाल से हेहल पोस्ट ऑफिस और पिस्का मोड़ से इटकी रोड तक 101 पिलरों पर बनाया गया है।
नवंबर 2022 में शुरू हुआ यह निर्माण कार्य कुछ तकनीकी कारणों और भूमि अधिग्रहण में देरी के कारण चार महीने विलंब से पूरा हुआ। इस परियोजना की कुल लागत 400 करोड़ रुपये है। यह फ्लाईओवर हरमू रोड, पंडरा, मांडर, गुमला जैसे क्षेत्रों से आने-जाने वाले लोगों को ट्रैफिक जाम से राहत देगा।
रातू रोड फ्लाइओवर के नीचे सौंदर्यीकरण, स्ट्रीट लाइटिंग, पौधारोपण और खेल मैदान विकसित करने की योजना है। यह न केवल यातायात को सुगम बनाएगा, बल्कि क्षेत्र की सुंदरता और उपयोगिता को भी बढ़ाएगा।
इस फ्लाईओवर के बनने से कचहरी से पंडरा तक का सफर मात्र चार मिनट में पूरा होगा, जो रांची की ट्रैफिक व्यवस्था में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा।
झारखंड सरकार और केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय की यह संयुक्त परियोजना रांचीवासियों के लिए एक बड़ी सौगात है। यह फ्लाईओवर न केवल समय की बचत करेगा, बल्कि ईंधन की खपत और प्रदूषण को भी कम करेगा।
सरकार ने इस परियोजना को समयबद्ध तरीके से पूरा करने के लिए सभी हितधारकों के साथ समन्वय बनाए रखा। उद्घाटन समारोह में केंद्रीय और राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी और जनप्रतिनिधि शामिल होंगे।
फ्लाईओवर के नाम को लेकर भी अलग-अलग सुझाव
सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और कांग्रेस ने फ्लाईओवर का नाम दिशोम गुरु शिबू सोरेन के नाम पर रखने की मांग की है।
झामुमो प्रवक्ता विनोद पांडेय और कांग्रेस विधायक राजेश कच्छप कह चुके हैं कि शिबू सोरेन के झारखंड आंदोलन में योगदान को सम्मान देने के लिए यह उचित होगा। यह न केवल शिबू सोरेन का सम्मान है, बल्कि झारखंड की 3.5 करोड़ जनता की भावनाओं का प्रतिनिधित्व होगा।
उधर भाजपा ने फ्लाईओवर का नाम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखने की वकालत की है। रांची के विधायक सीपी सिंह ने कहा है कि केंद्रीय योजना के तहत बने इस फ्लाईओवर का नामकरण एक प्रक्रिया के तहत होगा और राजनीति से बचना चाहिए।
कई सामाजिक संगठनों समेत झारखंड आंदोलन से जुड़े रहे हिमांशु कुमार ने फ्लाईओवर का नाम विनोद बिहारी महतो के नाम पर करने की मांग उठाई है।
आजसू पार्टी के पूर्व विधायक डॉ. लंबोदर महतो ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखकर कहा है कि विनोद बिहारी महतो ने झारखंड की अस्मिता और पढ़ो और लड़ो की भावना को बुलंद किया। फ्लाईओवर का नामकरण उनके नाम पर करना ठीक रहेगा।
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