Jharkhand News: 15 जिलों में बिजली विभाग का छापा, ठोका 5 करोड़ रुपये से अधिक का जुर्माना; मचा हड़कंप
बिजली चोरी को रोकने के लिए विद्युत विभाग अब एक्शन में है। झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड की ओर से राज्यभर के 15 जिलों में एटीपी के महाप्रबंधक श्रवण कुमार के नेतृत्व में छापेमारी की गई। छापेमारी के दौरान 5 करोड़ 81 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया। इस दौरान 3177 लोगों पर मुकदमा और 19126 स्थानों में छापेमारी की गई।

जागरण संवाददाता, रांची। झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड की ओर से राज्यभर के 15 जिलों में बिजली चोरी रोकने के लिए एटीपी के महाप्रबंधक श्रवण कुमार के नेतृत्व में छापेमारी की गई।
छापेमारी के दौरान 5 करोड़ 81 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया। साथ ही छापेमारी के दौरान 3177 लोगों पर मुकदमा और 19,126 स्थानों में छापेमारी की गई।
एटीपी के महाप्रबंधक श्रवण कुमार ने बताया कि बिजली चाेरी की रोकथाम के लिए विभाग लगातार छापेमारी कर रही है। उन्होंने कहा कि बिजली विभाग के हेल्पलाइन नंबर 9431135515 पर शिकायत कर सकते है। उन्होंने कहा कि शिकायत गोपनीय रखी जाएगी।
छापेमारी किए जाने वाले जिले में रांची में 3153 स्थान पर छापेमारी की गई, जिसमें 392 लोगों पर मुकदमा और 51.56 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है।
वहीं, गुमला जिले में 585 स्थान पर छापेमारी करते हुए 126 पर मुकदमा दर्ज किया गया और 15.87 लाख का जुर्माना लगाया गया। वहीं, जमशेदुपर में 2120 स्थान पर छापेमारी करते हुए 254 पर मुकदमा दर्ज कराया गया और 60.61 लाख रुपये जुर्माना लगाया गया।
चाईबासा में 2100 स्थान पर छापेमारी की गई, इस दौरान 189 पर मुकदमा और 22.23 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया। धनबाद में 1557 स्थान पर छापेमारी करते हुए 157 पर मुकदमा दर्ज किया गया है और 27.37 लाख रुपये का जुर्माना वूसला गया है।
वहीं, बता दें कि सबसे अधिक जुर्माना हजारीबाग में 79.78 लाख रुपये का लगाया गया और सबसे कम जुर्माना गुमला जिले में 15.87 लाख रुपये लगाया है। श्रवण कुमार ने बताया कि बिजली की चोरी के लिए आगे भी लगतार छापेमारी की जाएगी।
तार के जंजाल से मिलेगी मुक्ति, रुकेगी बिजली चोरी
वहीं, दूसरी ओर रामगढ़ जिले के पतरातू प्रखंड अंतर्गत भुरकुंडा, भदानीनगर, बासल सहित अन्य क्षेत्रों में रोड के दोनों किनारों पर विद्युत विभाग तेजी से सीमेंट के खंभे गाड़ रही है। पुराने सड़े-गले नंगे बिजली के तारों को हटाकर विद्युत विभाग केबल तार से बिजली सप्लाई करने पर तेजी से काम कर रही है।
इस काम से अव्यवस्थित जंजाल तारों से तो मुक्ति मिलेगी, साथ ही बिजली चोरी पर भी लगाम लगाया जा सकेगा। बिजली तार बिछाने और खंभा गाड़ने का काम दो कंपनियों के जिम्मे में है। फिलहाल गर्मी से पहले पूरे काम को फाइनल किया जाना है।
हालांकि, बिजली के छुटपुट काम दो साल तक चलने वाले हैं। इधर, विद्युत विभाग के एसडीओ रोहिताश कुमार ने कहा कि विद्युत व्यवस्था में सुधार के लिए केंद्र और राज्य सरकार काफी गंभीर है।
पुराने तारों के जाल से मुक्ति और चोरी की समस्या से निजात दिलाने के लिए नए खंभे लगाकर केबल द्वारा विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। इससे उपभोक्ताओं को काफी लाभ होगा। जहां-जहां जरूरत है, वहां तक बिजली पहुंचाने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है।
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