रांची में नववर्ष 2026 का शंखनाद: मंदिरों में उमड़ेगा आस्था का सैलाब, जानें आपके पसंदीदा मंदिर और चर्च में दर्शन का समय
रांची में नववर्ष 2026 के आगमन पर उत्सवी माहौल है। लोग धार्मिक स्थलों पर माथा टेककर नए साल की शुरुआत करना चाहते हैं। शहर के प्रमुख मंदिरों, चर्चों और ग ...और पढ़ें

रांची: संत पाल कैथेड्रल में विशेष तौर पर सजाया गया है।
जागरण संवादाता, रांची। नववर्ष 2026 के आगमन को लेकर राजधानी रांची में उत्सवी माहौल है। जहां एक ओर लोग पर्यटन स्थलों पर सैर-सपाटे की योजना बना रहे हैं, वहीं बड़ी संख्या में ऐसे श्रद्धालु भी हैं जो धार्मिक स्थलों पर माथा टेककर नए साल की शुरुआत करना चाहते हैं।
शहर के प्रमुख मंदिरों, चर्चों और गुरुद्वारों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए विशेष तैयारियां की गई हैं। आस्था, सुरक्षा और व्यवस्था के संगम के साथ राजधानीवासी नए साल का स्वागत करने को तैयार हैं।
प्रमुख मंदिरों में विशेष श्रृंगार और रुद्राभिषेक
शहर के पहाड़ी मंदिर, जगन्नाथपुर मंदिर, सुरेश्वर महादेव मंदिर और महावीर मंदिर सहित तमाम धार्मिक स्थलों को फूलों और रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया गया है। लोअर चुटिया के सुरेश्वर महादेव मंदिर में नववर्ष पर महादेव का भव्य रुद्राभिषेक किया जाएगा।
मंदिर समिति ने सुबह से ही भीड़ को नियंत्रित करने के लिए स्वयंसेवकों और जिला बल की तैनाती सुनिश्चित की है। वहीं, पहाड़ी मंदिर में बाबा का भव्य श्रृंगार और जलाभिषेक होगा। सुबह 4 बजे होने वाली सरकारी पूजा के बाद भक्तों के लिए पट खोल दिए जाएंगे। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए महिला और पुरुष श्रद्धालुओं के लिए अलग-अलग प्रवेश द्वार बनाए गए हैं।
जगन्नाथपुर और लापुंग साईं मंदिर में उमड़ेगी भीड़
ऐतिहासिक जगन्नाथपुर मंदिर में तैयारियां अंतिम चरण में हैं। मुख्य द्वार को फूलों से सजाने के साथ ही पूरे परिसर की रंगाई-पुताई की गई है। भगवान जगन्नाथ को इस अवसर पर विशेष भोग अर्पित किया जाएगा।
उधर शहर से करीब 40 किलोमीटर दूर लापुंग स्थित साईं मंदिर में भी नववर्ष पर भारी भीड़ उमड़ने की उम्मीद है। यहां शिरडी साईं ग्राम विकास केंद्र की ओर से भव्य महाभंडारा आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 5 बजे काकड़ आरती से होगी और दिन भर अभिषेक व आरती का क्रम चलता रहेगा।

जगन्नाथ मंदिर को रंग-बिरंगी लाइट से सजाया गया।
चर्च में प्रार्थना और नई आशा का संदेश
ईसाई समुदाय के लिए नववर्ष विशेष महत्व रखता है। संत पाल कैथेड्रल, जीईएल चर्च, संत मरिया महागिरजाघर में विशेष आराधना कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की गई है। अर्द्धरात्रि प्रभु भोज आराधना से लेकर नए साल की सुबह तक विभिन्न सेवाओं का आयोजन किया जाएगा।
धार्मिक गुरुओं ने संदेश दिया है कि नववर्ष हमें पुरानी गलतियों और निराशाओं को पीछे छोड़कर विश्वास के साथ आगे बढ़ने का अवसर देता है। जीईएल चर्च और संत मरिया महागिरजाघर में आर्चबिशप और बिशप की मौजूदगी में धन्यवादी आराधना की जाएगी, जिसमें समाज में शांति और प्रेम का संकल्प लिया जाएगा।
गुरुद्वारों में विशेष दीवान और प्रकाश पर्व की तैयारी
आंग्ल नववर्ष के अवसर पर शहर के गुरुद्वारों में भी विशेष दीवान सजेगा। श्री कृष्णा नगर गुरुद्वारा में पहली जनवरी को मत्था टेकने के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। इसके तुरंत बाद 3 और 4 जनवरी को श्री गुरु गोविंद सिंह जी का प्रकाश पर्व मनाया जाएगा। इस दो दिवसीय समागम में हुजूरी रागी जत्था द्वारा शबद गायन और कीर्तन का आयोजन होगा, जिसमें बड़ी संख्या में सिख श्रद्धालु शामिल होंगे।
यहांखास आयोजन
- पहाड़ी मंदिर : सुबह 4 बजे सरकारी पूजा और भव्य जलाभिषेक
- साईं मंदिर, लापुंग : भव्य महाभंडारा और काकड़ आरती
- श्री श्याम मंदिर : संध्या महाआरती और फूलों से सजा दरबार
- जीईएल चर्च : सुबह 6:30 बजे यूथ सर्विस
सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन के पुख्ता इंतजाम
प्रशासन और मंदिर समितियों ने सुरक्षा को प्राथमिकता दी है। मुख्य सड़कों और मंदिरों के बाहर पुलिस बल की तैनाती रहेगी। स्वयंसेवकों को भीड़ नियंत्रण का जिम्मा सौंपा गया है ताकि शांतिपूर्ण तरीके से दर्शन हो सकें।
इसके अलावा विभिन्न स्थानों पर भंडारे और विशेष महाआरती के आयोजन किए जा रहे हैं। हरमू रोड स्थित श्री श्याम मंदिर में लाइव दर्शन की सुविधा भी दी गई है, ताकि जो लोग मंदिर नहीं पहुंच पा रहे हैं, वे घर बैठे दर्शन कर सकें।
एक नजर में कहां क्या
- अग्रसेन पथ का श्री श्याम मंदिर को फूलों से सजा दरबार, संध्या को महाआरती
- हरमू रोड का श्री श्याम मंदिर में लाइव दर्शन की सुविधा
- पुंदाग का श्री राधा-कृष्ण मंदिर भव्य भंडार का होगा आयोजन व विशेष पूजा
- इक्कीसों महादेव मंदिर रुद्राभिषेक व भंडारा का होगा आयोजन
- लालपुर के शिवालय में सुबह रुद्राभिषेक व विशेष पूजा का होगा आयोजन
- चुटिया के प्राचीन राम मंदिर में संध्या आरती व विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन
नववर्ष हमें यह अवसर देता है कि हम पुरानी गलतियां निराशाओं और भाई को पीछे छोड़े विश्वास और आशा के साथ आगे बढ़ें। यह समय है कि हम अपने जीवन को परमेश्वर की इच्छा के अनुसार नया करें, प्रेम में बढ़े क्षमा में आगे बढ़े और सेवा में समर्पित रहे। नववर्ष में हम संकल्प लेकर हम परमेश्वर पर अधिक भरोसा करेंगे और अपने परिवार और समाज में शांति और प्रेम के वाहक बनेंगे। साथ ही सत्य न्याय और करुणा के मार्ग पर चलेंगे। बाइबल हमें स्मरण कराती है कि इस कारण यदि कोई मसीही में है, तो वह नई सृष्टि हैं, पुरानी बातें बीत गई और देखो सब कुछ नया हो गया।
-बिशप सिमांत तिर्की, जीएल चर्च
नववर्ष खुशियों का पर्व कायम करता है। नववर्ष में हमें अपने जीवन में नया सोच नयापन होना हैं। पुरानी कमजोरियां छोड़े जो समाज की दृष्टि में अच्छी नहीं। अपने भीतर की सभी खामियों में सुधार कर एक नया जीवन जीने का प्रयास कर नयापन लाएं।
-आनंद डेविड खलखो, पल्ली पुरोहित

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।